मुख्यमंत्री ने किया झारखंड खेल नीति-2022 का विमोचन | झारखंड | 14 Sep 2022
चर्चा में क्यों?
13 सितंबर, 2022 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रदेश की नई खेल नीति ‘झारखंड खेल नीति-2022’ का विमोचन किया। इस खेल नीति में खेल एवं खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर में भाग लेने के अनुरूप तैयार करने के लिये प्रावधान किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- झारखंड राज्य में खेले जाने वाले खेल एवं खिलाड़ियों को प्राथमिकता मिले, जिससे उनकी प्रतिभा की पहचान हो और प्रतिभाओं को बेहतर प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर में भाग लेने के अनुरूप तैयार किया जा सके, इसको लक्ष्य बनाकर झारखंड खेल नीति-2022 का विमोचन किया गया।
- झारखंड खेल नीति-2022 की कुछ खास बातें-
- राज्य के सभी बालक, बालिका, युवा एवं सभी आयुवर्ग के नागरिकों के लिये खेल को उनके जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना एवं समस्त गतिविधियों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने के लिये पर्याप्त अवसर उपलब्ध करवाना।
- प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को चयनित खेल विधा में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाने का मार्ग प्रशस्त करना।
- प्रतिभा की पहचान कर उसे मौका देना। प्रशिक्षण देकर उनका सर्वांगीण विकास और आगे चलकर उन्हें चैंपियन बनाने की दिशा में कार्य करना।
- झारखंड खेल नीति-2022 के उद्देश्य-
- राज्य में खेलों में खिलाड़ियों का क्षमता निर्माण एवं विकास करना।
- खेल को आकर्षक एवं व्यवहार्य करियर विकल्प के रूप में तैयार करना।
- पंचायत स्तर से राज्य स्तर तक खेल को सामाजिक परिवर्तन और विकास उत्प्रेरक बनाना।
- हर उम्र के नागरिकों के लिये खेल एवं शारीरिक गतिविधियों हेतु वातावरण तैयार करना।
- खिलाड़ियों का डाटाबेस तैयार कर अंतर्राष्ट्रीय मानक के साथ संसाधन उपलब्ध कराना, देशज एवं पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देना।
- खेल पर्यटन को बढ़ावा देना एवं दिव्यांग खिलाड़ियों को भी समान अवसर प्रदान करना।
- खेल नीति से जुड़े अन्य महत्त्वपूर्ण बिंदु-
- खिलाड़ियों में प्रतिभा अभिवृद्धि के लिये पंचायत, प्रखंड, ज़िला और राज्य स्तर पर कार्य करने की योजना।
- खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति देने की योजना।
- खिलाड़ियों हेतु इन्श्योरेंस की सुविधा।
- पूर्व खिलाड़ियों को पेंशन योजना का लाभ।
- राज्य के हर ब्लॉक में उच्चकोटि के खेल मैदानों का विकास।
- योजनाबद्ध तरीके से राज्य के खिलाड़ियों के लिये डे-बोर्डिंग, क्रीड़ा किसलय केंद्र, आवासीय खेल विकास केंद्र, एकलव्य खेल अकादमी का विकास करना।
- राज्य के सभी खिलाड़ियों के लिये देश का पहला खेल डिजिटल डाटाबेस तैयार करना।
- खेल विश्वविद्यालय की स्थापना करना।
- खिलाड़ियों को नौकरी और शिक्षण संस्थान में आरक्षण।
- झारखंड के खिलाड़ियों को राज्य स्तर की द्वितीय, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी नौकरी में सीधी भर्ती।
- खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों हेतु सम्मान राशि।
- ग्रामीण खेल केंद्र, खेल अकादमी, खेल विश्वविद्यालय, खेल विज्ञान, खेल प्रतिभाखोज, खेल संरचना विकास, प्रशिक्षक विकास, फिजिकल फिटनेस प्रोग्राम, खेल ब्रांडिंग एवं पारदर्शिता के संबंध में भी खेल नीति 2022 में प्रावधान किया गया है।
- सर्वश्रेष्ठ पीएचई, पीटी शिक्षक एवं ज़मीनी स्तर के कोच के लिये पुरस्कार, पीटी शिक्षक एवं ज़मीनी स्तर के प्रशिक्षकों के लिये राज्य प्रतिभा पूल बनाना।
- खेल गतिविधियों और कम्युनिकेशन कौशल के संबंधित पीपीपी एवं प्रायोजकों को आकर्षित करना।
- फुटबॉल, हॉकी, आदि के लिये झारखंड प्रीमियर लीग का आयोजन, ग्रामीणस्तरीय खेल, पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना।
- डोपिंगमुक्त खेल की दुनिया को सुनिश्चित करने के लिये झारखंड में नेशनल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट कोड ऑफ इंडिया की तरह कानूनों को लागू करना।
- खेल विभाग उन संगठनों को भागीदार बनाने का कार्य करेगा, जो झारखंड में स्कूली बच्चों के स्पोर्ट्स डेवलपमेंट हेतु इच्छुक हैं।
- फुटबॉल, तीरंदाज़ी और एथलेटिक्स में रोडमैप के लिये विशेष पहल एवं राज्य में खेल वातावरण को बढ़ावा देने हेतु स्टेट स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड का निर्माण होगा।