उत्तर प्रदेश Switch to English
वाराणसी में क्रूज, वाटर टैक्सी के बाद अब मिलेगी रोप-वे की सुविधा
चर्चा में क्यों?
12 जुलाई, 2023 को उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी के मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने बताया कि वाराणसी में जाम से निजात दिलाने के क्रम में गंगा में जलपरिवहन को बढ़ावा देने के लिये पहले क्रूज और वाटर टैक्सी के संचालन के बाद अब देश में पहली बार ट्रांसपोर्टेशन के लिये रोप-वे संचालन शुरू होने जा रहा है।
प्रमुख बिंदु
- पहले चरण में रोप-वे कैंट स्टेशन से करीब चार किमी. की यात्रा कराएगा। दूसरे चरण में बीएचयू और सारनाथ की भी सैर का मौका मिलेगा।
- पहले चरण में कैंट से गोदौलिया तक रोप-वे पर काम शुरू हो गया है, जिसे दिसंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। गोदौलिया तक रोप-वे का संचालन शुरू होने के बाद दूसरे चरण में चौक, मैदागिन, गोलगड्डा से नमोघाट के आसपास तक एक लाइन दौड़ाई जाएगी।
- दूसरी लाइन नमोघाट से सारनाथ के बीच में होगी, जो आशापुर होती हुई जाएगी। वहीं, गोदौलिया से तीसरी लाइन मदनपुरा, सोनारपुरा, ब्रॉडवे होटल, रवींद्रपुरी तथा रविदास गेट होते हुए बीएचयू परिसर तक होगी।
- इनके अलावा, एक अन्य लाइन को घाटों से जोड़ने के लिये रविदास घाट तक ले जाने की भी योजना है।
- वर्तमान में चल रहे प्रोजेक्ट के अंतर्गत कैंट से गोदौलिया तक चार किमी. लंबे रूट पर पाँच स्टेशन होंगे। कैंट स्टेशन के पास एक मिनी होटल और लाकर रूम भी होगा। विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिये आने वाले पर्यटक सबसे ज्यादा इसी रूट से गोदौलिया चौराहे तक जाते हैं। निर्माण की जिम्मेदारी विश्व समुद्रा को दी गई है।
- 18 माह में पूरा होने वाला रोप-वे प्रोजेक्ट देश का पहला प्रोजेक्ट है, जो शहरी परिवहन का हिस्सा होगा।
- प्रति घंटे तीन हज़ार यात्रियों को रोप-वे की केबल कार में सफर कराया जाएगा। रोप-वे में 228 केबिन होंगे। एक केबिन में 10 लोग सवार हो सकेंगे तथा 6.5 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से 17 मिनट में दूरी तय कर ली जाएगी।
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