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रीपा की सेवा गतिविधियों में आंकांक्षी ज़िला दंतेवाड़ा प्रथम और कांकेर दूसरे स्थान पर
चर्चा में क्यों?
12 जुलाई, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार राज्य सरकार की रीपा की सेवा गतिविधियों में राज्य के आकांक्षी ज़िला दंतेवाड़ा प्रथम और कांकेर द्वितीय स्थान पर हैं।
प्रमुख बिंदु
- छत्तीसगढ़ सरकार की रीपा योजना वास्तव में ‘सुराजी गाँव योजना’ के तहत गाँवों में निर्मित गौठान में संचालित आयमूलक गतिविधियाँ का प्रमुख केंद्र है। रीपा केंद्रों में विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।
- गौठानों में रीपा के माध्यम से आयमूलक गतिविधियों के संचालन के लिये शासन द्वारा आधारभूत संरचनाएँ एवं संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे समूह की महिलाओं एवं ग्रामीणों को स्व-रोज़गार की गतिविधियों के संचालन में मदद मिल रही है।
- रीपा में काम करने के पूर्व उद्यमियों को शासन द्वारा गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही रीपा केंद्रों में संचालित गतिविधियों का सतत् निरीक्षण भी किया जा रहा है।
- विदित हो कि राज्य के विभिन्न गौठानों में कुल 300 रीपा केंद्र का संचालन किया जा रहा है। इन रीपा केंद्रों में 5849 महिलाएँ और 4107 पुरुष आजीविका गतिविधियों को संचालित कर रहे हैं।
- राज्य शासन द्वारा इन रीपा केंद्रों में 1546 गतिविधियाँ प्रस्तावित की गई हैं, जिनमें से 1103 गतिविधियाँ संचालित हो रही हैं। जून की स्थिति में 213 रीपा केंद्रों में सेवा गतिविधियाँ संचालित की जा रही है।
- इन सेवा गतिविधियों में आधार केंद्र, बीसी सखी, कंप्यूटर, कूलर और मोटर वाहन रिपेयर, रेस्टोरेंट, फोटोकॉपी, प्रिंटिंग मशीन, पेयजल, टेंट एवं कैटरिंग का कार्य किया जा रहा है।
- छत्तीसगढ़ सरकार की रूरल इंडस्ट्रियल पार्क (रीपा) योजना से गाँवों में ग्रामीणों को रोज़गार व स्व-रोज़गार मिलने लगा है। गाँवों को उत्पादन का केंद्र और ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई इस योजना से अब ग्रामीण परिदृश्य में एक सकारात्मक बदलाव आने लगा है।
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