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जल जीवन मिशन: राज्य में 21.20 लाख से अधिक परिवारों को मिला घरेलू नल कनेक्शन
चर्चा में क्यों?
12 अप्रैल, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश में ‘जल जीवन मिशन’ के अंतर्गत घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिये चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत अब तक 21 लाख 20 हज़ार 616 घरेलू नल कनेक्शन दिये जा चुके हैं।
प्रमुख बिंदु
- घरों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के साथ-साथ राज्य के 43 हज़ार 942 स्कूलों, 41 हज़ार 676 आंगनबाड़ी केंद्रों तथा 17 हज़ार 286 ग्राम पंचायत भवनों और सामुदायिक उप-स्वास्थ्य केंद्रों में टेप नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।
- जल जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य में प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन 55 लीटर के मान से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसके लिये सभी ज़िलों में कार्ययोजना तैयार कर तेजी से कार्य किये जा रहे हैं।
- इस मिशन के तहत घरेलू नल कनेक्शन के अतिरिक्त स्कूल, उप-स्वास्थ्य केंद्र एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में भी रनिंग वाटर की व्यवस्था की जा रही है।
- जल जीवन मिशन के तहत जांजगीर-चांपा जिले में सबसे अधिक 1 लाख 83 हज़ार 377 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिए गए हैं। दुसरे स्थान पर राजनांदगाँव ज़िला है जहाँ अब तक 1 लाख 53 हज़ार 811 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिये जा चुके हैं।
- जल जीवन मिशन के तहत रायपुर ज़िले में 1 लाख 26 हज़ार 655, रायगढ़ में 1 लाख 20 हज़ार 575, धमतरी में 1 लाख 16 हज़ार 133, बलौदाबाज़ार-भाटापारा में 1 लाख 2 हज़ार 407, कवर्धा में 1 लाख 522, महासमुंद में 97 हज़ार 559, बिलासपुर में 92 हज़ार 634, बेमेतरा में 91 हज़ार 191, दुर्ग में 90 हज़ार 600 और मुंगेली ज़िले में 83 हज़ार 141 नल कनेक्शन दिये जा चुके हैं।
- इसी तरह बालोद ज़िले में 82 हज़ार 508, गरियाबंद में 70 हज़ार 775, जशपुर में 61 हज़ार 034, कांकेर में 60 हज़ार 364, बस्तर में 58 हज़ार 253, कोरबा में 57 हज़ार 482, बलरामपुर में 57 हज़ार 154, सरगुजा में 55 हज़ार 884, सूरजपुर में 54 हज़ार 390, कोरिया में 52 हज़ार 769, कोण्डागांव में 51 हज़ार 399, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 24 हज़ार 672, बीजापुर में 21 हज़ार 569, सुकमा में 20 हज़ार 686, दंतेवाड़ा में 19 हज़ार 779 और नारायणपुर ज़िले में 13 हज़ार 293 ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन दिये जा चुके हैं।
- उल्लेखनीय है कि ‘जल जीवन मिशन’ की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2019 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर की थी। मिशन के तहत 2024 तक देश के सभी दूर-सुदूर गाँवों के हर घर तक शुद्ध पेय जल पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया। यह मिशन पेय जल को आम लोगों तक आसानी से पहुँचाने के साथ-साथ दीर्घ कालिक जल स्रोतों का निर्माण, जल संरक्षण, प्रदूषण रहित जल की पहचान, जल प्रबंधन आदि की कार्य योजना पर कार्य करता है।
- विदित है कि इस मिशन की घोषणा के वक्त देश में 19.27 करोड़ ग्रामीण घरों में से केवल 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) घरों में ही नल से जल मुहैया हो रहा था लेकिन पिछले साढ़े तीन वर्षों के दौरान जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल पहुँचाने के अभियान में अभूतपूर्व सफलता मिली है। इसी का नतीजा है कि अब 11 करोड़ घरों में नल से जल पहुँचने लगा है।
- देश में पाँच राज्य और तीन केंद्रशासित प्रदेशों ने 100 प्रतिशत हर घर नल से जल पहुँचाने में सफलता हासिल कर ली है। इन पाँच राज्यों में हरियाणा, गोवा, तेलंगाना, गुजरात और पंजाब शामिल हैं जबकि तीन केंद्रशासित प्रदेशों में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, दमन दीव और दादर नागर हवेली और पुदुच्चेरी शामिल हैं।
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