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शेखर मल्लिक को भारतीय भाषा परिषद देगी युवा पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
13 मार्च, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता का प्रतिष्ठित युवा पुरस्कार झारखंड के युवा कथाकार शेखर मल्लिक को दिया जाएगा। इस संबंध में कथाकार शेखर मल्लिक को परिषद ने ईमेल के जरिये सूचना दी है।
प्रमुख बिंदु
- शेखर मल्लिक ने प्रतिष्ठित युवा पुरस्कार दिये जाने की घोषणा के बाद बताया कि वर्ष 2020 में ही उन्हें यह पुरस्कार दिये जाने का निर्णय हो चुका था, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से उस वक्त इसकी घोषणा नहीं हो सकी।
- ज्ञातव्य है कि शेखर मल्लिक झारखंड के पूर्वी सिंहभूम ज़िले के घाटशिला के रहने वाले हैं।
- शेखर मल्लिक ने बताया कि भारतीय भाषा परिषद का यह पुरस्कार हिन्दी एवं अन्य भारतीय भाषाओं के युवा साहित्यकारों को साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिये दिया जाता है। उनका चयन हिन्दी भाषा के लिये किया गया है।
- उल्लेखनीय है कि भारतीय भाषा परिषद का यह पुरस्कार आठ अप्रैल को शेखर मल्लिक को कोलकाता में दिया जाएगा। इस पुरस्कार में लेखक को 41 हज़ार रुपए की राशि, एक स्मृति चिह्न, अभिनंदन पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया जाएगा।
- झारखंड प्रगतिशील लेखक संघ के उप महासचिव शेखर मल्लिक समकालीन चर्चित युवा लेखक हैं, जिनकी पहली कहानी को प्रतिष्ठित पत्रिका हंस में प्रथम प्रेमचंद कहानी पुरस्कार 2004 हेतु नामित किया गया था।
- उनके तीन कहानी संग्रह स्वीकार और अन्य कहानियाँ, कस्बाई औरतों के किस्से और आधी रात का किस्सागो तथा एक उपन्यास कालचिती प्रकाशित हैं। शेखर मल्लिक IPTA से जुड़े संस्कृतिकर्मी भी हैं।
- शेखर मल्लिक ने बताया कि उनके दो उपन्यास अभी प्रकाशित होने वाले हैं। उनकी कथा रचनाओं के नाट्य रूपांतरण, अन्य भाषाओं में अनुवाद व उन पर शोध कार्य भी हुए हैं।
- इनकी रचनाएँ देश के प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें हंस, उद्घोष, अन्यथा, परिकथा, पाखी, वागर्थ और प्रगतिशील वसुधा शामिल हैं।
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