हिन्दी साहित्य सम्मेलन | उत्तर प्रदेश | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
12 से 13 मार्च, 2022 तक उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हिन्दी साहित्य सम्मेलन का दोदिवसीय 73वाँ वार्षिक अधिवेशन आयोजित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि सम्मेलन के 111 साल के इतिहास में अब तक 7 बार प्रयागराज में अधिवेशन किया गया है। यहाँ अंतिम बार अधिवेशन 1994 में किया गया था।
- इस अधिवेशन में साहित्य और राष्ट्रभाषा परिषद पर दो सत्रों में परिसंवाद किया गया।
- साहित्य परिषद के तहत प्रथम सत्र ‘स्वतंत्रता आंदोलन में साहित्य की भूमिका’पर विभिन्न साहित्यकारों ने अपने-अपने विचार रखे।
- द्वितीय सत्र में राष्ट्रभाषा परिषद के तहत ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति और राष्ट्रभाषा’विषय पर विमर्श किया गया।
- देशभर से आए विद्वानों ने हिन्दी भाषा को रोज़गार से जोड़ने पर जोर देते हुए कहा कि हिन्दी के पढ़े व्यक्ति को रोज़गार मिलेगा तो उसकी स्वीकार्यता भी बढ़ेगी।
मध्य प्रदेश में ‘द कश्मीर फाइल्स’फिल्म करमुक्त | मध्य प्रदेश | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
13 मार्च, 2022 को राज्य शासन ने हिन्दी फीचर फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’के कथानक एवं अन्य विशेष समाज उपयोगी गुणों के दृष्टिगत इसे मध्य प्रदेश में प्रदर्शन के लिये राज्य माल और सेवा कर से छूट प्रदान की है।
प्रमुख बिंदु
- वाणिज्यिक कर विभाग द्वारा जारी आदेश में यह छूट 14 मार्च से 13 सितंबर तक के लिये दी गई है। दर्शकों के लिये यह छूट सिंगल स्क्रीन थियेटर्स और मल्टीप्लेक्स सहित सभी जगह फिल्म प्रदर्शन पर लागू रहेगी।
- गौरतलब है कि 11 मार्च को रिलीज हुई इस फिल्म को हरियाणा ने पहले ही टैक्स फ्री कर दिया है। मध्य प्रदेश के साथ ही गुजरात ने भी इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है।
- केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के सदस्य रहे विवेक रंजन अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित इस फिल्म पर दी गई छूट में प्रतिपूर्ति का लाभ लेने के लिये संबंधित सिनेमाघरों/मल्टीप्लेक्स द्वारा राज्य माल सेवा कर (एसजीएसटी) की राशि को घटाकर दर्शकों को इस फिल्म के टिकट का विक्रय किया जाएगा।
- फिल्म के प्रदर्शन के लिये संबंधित सिनेमाघरों/मल्टीप्लेक्स के प्रचलित सामान्य प्रवेश शुल्क में वृद्धि नहीं की जा सकेगी। मल्टीप्लेक्स/सिनेमाघर द्वारा इस सेवा पर देय राज्य माल एवं सेवा कर की राशि का स्वयं वहन किया जाएगा।
- देय एवं भुगतान किये गए राज्य माल और सेवा कर (एसजीएसटी) के अंश के बराबर की राशि की राज्य शासन द्वारा प्रतिपूर्ति की जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि ‘द कश्मीर फाइल्स’में कश्मीरी हिंदुओं के दर्द, पीड़ा, संघर्ष, पलायन और आघात की कहानी बताई गई है।
- फिल्म के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री मूलत: मध्य प्रदेश के हैं। वे अनेक वर्ष भोपाल में भी रहे हैं। उनके निर्देशन में बनी इस फिल्म में प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर सहित अन्य कलाकारों ने अभिनय किया है।
मुख्यमंत्री ने किया इंदौर-गोंदिया-हैदराबाद फ्लाइट का शुभारंभ | मध्य प्रदेश | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
13 मार्च, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्प्रेंसिंग के माध्यम से इंदौर-गोंदिया-हैदराबाद फ्लाइट का शुभारंभ किया। यह फ्लाइट फ्लाई बिग एयरलाइंस द्वारा शुरू की गई है।
प्रमुख बिंदु
- इंदौर से अहमदाबाद, गोवा, पुणे के लिये उड़ानें आरंभ हुई हैं। साथ ही भोपाल से पुणे, जबलपुर तथा ग्वालियर से अहमदाबाद, पुणे, मुंबई और जबलपुर से मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद के लिये उड़ानें शुरू की गई हैं।
- मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश में पर्यटन और धार्मिक महत्त्व के स्थानों को हवाई सेवाओं तथा हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ा जाएगा।
- खजुराहो से पन्ना टाईगर रिज़र्व, जबलपुर से कान्हा, खजुराहो से ओरछा, ग्वालियर से शिवपुरी और मुरैना के ऐतिहासिक स्थलों, इंदौर से महेश्वर आदि के लिये हेलीकॉप्टर सेवा आरंभ की जाएगी।
इंडियन टेंट टर्टल | मध्य प्रदेश | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय प्राणि सर्वेक्षण के विज्ञानियों के अध्ययन से मिली जानकारी के अनुसार नर्मदा नदी में अवैध रेत खनन और तस्करी के चलते इसमें पाए जाने वाले इंडियन टेंट टर्टल विलुप्त होने की कगार पर हैं।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय प्राणि सर्वेक्षण के विज्ञानियों ने बताया है कि नर्मदा-तवा नदी के संगम ‘बांद्राभान’ के साथ हरदा और खंडवा के आसपास के बहाव क्षेत्र से ये टर्टल्स पूरी तरह से गायब हो चुके हैं।
- प्राकृतिक स्वच्छता कर्मी कहलाने वाले ये कछुए काई और शैवाल आदि खाकर जीवित रहते हैं तथा पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाते हैं।
- कछुओं पर शोध कर रहे भारतीय प्राणि सर्वेक्षण के विज्ञानी प्रत्युष महापात्रा ने बताया कि पाँच साल पहले जबलपुर से नर्मदापुरम, हरदा और खंडवा के पास नर्मदा के किनारों पर कछुए पाए गए थे, जो कि इस वर्ष जनवरी में दिखाई नहीं दिये।
- पर्यावरणविद् सुभाष सी पांडेय ने बताया कि मादा कछुआ रेत में अपने रहवास में अंडे देकर चली जाती है, जो गर्मी में सेये जाते हैं। रेत के अवैध खनन से इनके प्रजनन में व्यवधान हो रहा है।
- उन्होंने बताया कि नर्मदा में टेंट पेंगासुरआ टेंटोरिया या इंडियन टेंट टर्टल पाए जाते हैं। यह कछुओं की भारत और बांग्लादेश में पाई जाने वाली प्रजाति है।
- इनके ऊपर मंडराते खतरे को देखते हुए इन्हें शेड्यूल-वन में रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने किया गाँव दमदमा में एडवेंचर पर्यटन केंद्र का शिलान्यास | हरियाणा | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
12 मार्च, 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में गुरुग्राम ज़िला के गाँव दमदमा में एडवेंचर पर्यटन केंद्र का शिलान्यास किया।
प्रमुख बिंदु
- इसके साथ ही उन्होंने हरियाणा पर्यटन और एयरो क्लब ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित दोदिवसीय हरियाणा एयरो स्पोर्ट्स कार्निवल का झंडी दिखाकर शुभारंभ किया।
- मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दमदमा के सेंटर फॉर एडवेंचर टूरिज्म का ब्रोशर भी रिलीज़ किया। उन्होंने फरीदाबाद के राजकीय महाविद्यालय में इतिहास की प्राध्यापक डॉ. सुप्रिया ढांडा को महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से दिये गए आउटस्टैंडिग वीमेन अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया।
- दमदमा का यह एडवेंचर पर्यटन केंद्र लगभग 19 एकड़ भूमि पर विकसित होगा, जिसके लिये हरियाणा पर्यटन विभाग ने एयरो क्लब ऑफ इंडिया के साथ समन्वय स्थापित किया है।
- अरावली की गोद में बसे गाँव दमदमा में शुरू किये जाने वाले इस एडवेंचर पर्यटन केंद्र में विभिन्न साहसिक गतिविधियों के लिये एक बुनियादी ढाँचा तैयार किया जाएगा, जिसमें कैंपिंग साइट, पैरामोटर के लिये एयर स्ट्रिप, एयरो स्पोर्ट्स गतिविधियाँ, कैफेटेरिया और अन्य गतिविधियाँ शामिल की जाएंगी।
- प्रदेश सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। हाल ही में मोरनी के टिक्करताल में भी एडवेंचर खेलों की शुरुआत की गई थी।
- हरियाणा सरकार द्वारा बच्चों को प्रारंभ से ही खेलों के प्रति प्रेरित करने के लिये प्रदेश में 1000 नर्सरी खोलने की योजना है। ये नर्सरी सरकारी व निजी विद्यालयों के अलावा खेल विभाग में स्थापित की जाएंगी, ताकि बच्चे शारीरिक व मानसिक रूप से मज़बूत होने के साथ-साथ चरित्रवान बनें।
मैनपाट महोत्सव 2022 | छत्तीसगढ़ | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
11 से 13 मार्च, 2022 तक सरगुजा ज़िले के प्रमुख पर्यटन स्थल मैनपाट में रोपाखार जलाशय के समीप मैनपाट महोत्सव 2022 का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- महोत्सव का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने स्थानीय कलाकारों व नामचीन कलाकारों की मौजूदगी में किया था।
- महोत्सव के समापन अवसर पर अंबिकापुर में संचालित सी-मार्ट व सोहगा गोठान में ह्यूमिक एसिड निर्माण इकाई का शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही गोठान कैलेंडर का विमोचन भी किया गया।
- गौरतलब है कि हर साल सरगुजा की संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मैनपाट महोत्सव आयोजित किया जाता है।
- इस महोत्सव में पहली बार कुश्ती प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इसके साथ ही तीन दिन तक एडवेंचर स्पोर्ट्स, बोटिंग, पैरासेलिंग और मेला का आयोजन किया गया।
- महोत्सव के अंतिम दिन आदिवासी विकास विभाग द्वारा पहाड़ी कोरवा तीरंदाज़ी प्रतियोगिता का आयोजन एकलव्य विद्यालय मैदान में किया गया, जिसमें ज़िले के 7 विकासखंड के 33 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
काली नदी पर तटबंध निर्माण | उत्तराखंड | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले के ज़िलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि काली नदी के कहर से भारतीय भूमि को बचाने के लिये तटबंध निर्माण का कार्य शुरू हो गया है।
प्रमुख बिंदु
- 936 मीटर लंबा और तीन मीटर चौड़ाई वाला तटबंध धारचूला के घटखोला से खोखिला तक बनाया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि भारत-नेपाल सीमा का निर्धारण करने वाली काली नदी से इस क्षेत्र में भारी भू-कटाव होता है।
- नेपाल की तरफ तटबंध होने और भारत में तटबंध न होने से हर साल काली नदी बड़े पैमाने पर कटाव करती है, परिणामस्वरूप नदी का बहाव व कटाव भारत की तरफ होता जा रहा है।
- काली नदी (जिसे महाकाली, कालीगंगा या शारदा के नाम से भी जाना जाता है) उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में प्रवाहित होती है।
- इस नदी का उद्गम उत्तराखंड के पिथौरागढ़ ज़िले में कालापानी नामक स्थान से होता है। अपने ऊपरी मार्ग पर यह नदी नेपाल के साथ भारत की निरंतर पूर्वी सीमा बनाती है।
आईआईटी परिसर में मिला टाइफोनियम इनोपिनटम का पौधा | उत्तराखंड | 14 Mar 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून की ओर से जारी की गई वनस्पतियों और जीवों की जैव विविधता रिपोर्ट में बताया गया है कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की परिसर में टाइफोनियम इनोपिनटम का पौधा मिला है।
प्रमुख बिंदु
- भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा जारी यह जैव विविधता रिपोर्ट आईआईटी रुड़की परिसर के जैव विविधता का इस तरह का पहला दस्तावेज़ है।
- आईआईटी के निदेशक प्रोफेसर अजित कुमार चतुर्वेदी के अनुसार पाँच महीने तक किये गए वानस्पतिक सर्वेक्षण में पेड़ों, झाड़ियों और जड़ी-बूटियों के साथ लकड़ी तथा जड़ी-बूटियों की लताओं से संबंधित पौधों की उपस्थिति का पता चला है।
- टाइफोनियम इनोपिनटम अरेसी (अरुम) परिवार से जुड़ा एक औषधीय पौधा है। इसकी जड़ का उपयोग औषधि बनाने के लिये किया जाता है। इसका उपयोग सर्दी, गले की सूजन, कंजेशन और अन्य स्थितियों के लिये किया जाता हैं।