उत्तर प्रदेश Switch to English
मणि पर्वत का सौंदर्यीकरण
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में अयोध्या स्थित पौराणिक महत्त्व वाले मणि पर्वत (Mani Parvat) के जीर्णोद्धार का कार्य प्रारंभ किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- पुरातत्त्व विभाग द्वारा संरक्षित प्राचीन मणि पर्वत राम नगरी अयोध्या के प्रसिद्ध सावन झूला मेला का मुख्य केंद्र है। यहाँ प्राचीन टीले पर भगवान राम जानकी का एक मंदिर भी है।
- मणि पर्वत की पौराणिकता को संरक्षित करने के लिये पुरातत्व विभाग द्वारा 45 लाख रुपए आंबटित किये गए हैं। जीर्णोद्धार के पहले चरण में मणि पर्वत (Mani Parvat) के गर्भगृह तक पहुँचाने वाली सीढ़ियों का मिर्ज़ापुर के लाल पत्थरों से नवीनीकरण किया जा रहा है। दूसरे चरण में मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर अन्य परिसरों की मरम्मत की जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि वर्ष 1998-99 में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने मणि पर्वत के सौंदर्यीकरण के लिये 88 लाख रुपए के प्रस्तावों को मंज़ूरी दी थी, जिसके अंतर्गत रामकथा पार्क के लोकार्पण के साथ मणि
- पर्वत की सौंदर्यीकरण योजना का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने किया था, किंतु इस योजना पर काम नहीं हो सका और पर्यटन विभाग ने योजना की आवंटित धनराशि सरेंडर कर दी।
- सन् 1902 में अयोध्या धाम के ऐतिहासिक और पौराणिक स्थलों की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिये एडवर्ड तीर्थ विवेचनी सभा का गठन किया गया था, जिसने अयोध्या के 148 जगहों को चिह्नित कर उन पर एडवर्ड तीर्थ विवेचनी के पत्थर लगाए थे, ताकि भविष्य में इन धरोहरों को संरक्षित किया जा सके।
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