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प्रदेश में पहली बार छह खिलाड़ियों को मिलेगा हिमालय पुत्र पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
12 नवंबर, 2023 को उत्तराखंड के खेल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में पहली बार छह खिलाड़ियों को हिमालय पुत्र पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।। इसमें एक दिव्यांग, दो टीम एवं तीन व्यक्तिगत स्पर्धा के खिलाड़ियों को यह पुरस्कार दिया जाएगा। पुरस्कार के लिये चयन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।
प्रमुख बिंदु
- विदित हो कि खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले इन खिलाड़ियों को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार, लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड और खेल प्रशिक्षक को देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार से हर साल सम्मानित किया जाता है, लेकिन खिलाड़ियों को हिमालय पुत्र पुरस्कार पहली बार मिलने जा रहा है।
- खेल विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, खेल निदेशालय को 16 अक्तूबर तक कई पुरस्कारों के लिये आवेदन मिल चुके हैं। आवेदनों की जांच के बाद इसके लिये गठित कमेटी की बैठक होगी।
- कमेटी के माध्यम से चयनित खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षक का नाम शासन को भेजा जाएगा। शासन की हाईपावर कमेटी और खेल मंत्री के अनुमोदन के बाद पुरस्कारों के लिये नाम घोषित किये जाएंगे।
- इन पुरस्कारों के लिये नाम भी होंगे घोषित : प्रदेश के एक खिलाड़ी को देवभूमि उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार, एक को लाइफ टाइम अचीवमेंट और एक खेल प्रशिक्षक को देवभूमि उत्तराखंड द्रोणाचार्य पुरस्कार मिलेगा।
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प्रदेश के सभी 119 राजकीय महाविद्यालयों में स्थापित किये जाएंगे देवभूमि उद्यमिता केंद्र
चर्चा में क्यों?
11 नवंबर, 2023 को देवभूमि उद्यमिता योजना के नोडल अधिकारी एवं सहायक निदेशक, उच्च शिक्षा डॉ. दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि प्रदेश के सभी 119 राजकीय महाविद्यालयों में देवभूमि उद्यमिता केंद्र स्थापित किये जाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. दीपक कुमार पांडेय ने बताया कि योजना का उद्देश्य राज्य के विश्वविद्यालयों एवं राजकीय संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप नवाचार एवं उद्यम का पारिस्थितिक तंत्र विकसित करना है।
- देवभूमि उद्यमिता योजना के तहत 90 प्राध्यापकों को उद्यमिता प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। योजना के तहत छात्रों में उद्यमशील गुणों की पहचान करने के बाद उनका विकास किया जाएगा।
- विदित हो कि राज्य उच्च शिक्षण संस्थाओं के 22 संकाय सदस्यों ने ईडीआईआई, अहमदाबाद में पाँच नवंबर से 10 नवंबर तक प्रशिक्षण लिया है। नैनीताल, टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार, अल्मोड़ा, चमोली, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर, उत्तरकाशी, चंपावत, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग से सदस्यों ने इसमें प्रतिभाग किया।
- उद्यमिता केंद्रों में निम्नलिखित विषयों पर फोकस किया जाएगा-
- छात्रों में उद्यमशील गुणों को पहचान करना और उनका विकास करना।
- स्टार्ट-अप अवसर की पहचान करना।
- उद्यमिता पर पाठ्यक्रम विकसित करना।
- स्टार्ट-अप फंडिंग और वेंचर कैपिटल।
- उत्तराखंड में उद्यमिता के उभरते अवसर और उनके प्रोजेक्ट प्रोफाइल बनाना।
- एनईपी-2020 के अनुसार कौशल-विकास पाठ्यक्रम कोर्स डिजाइन करना।
- पुस्तकालय संसाधन और आईटी पर चर्चा।
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