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सीएम योगी को इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड
चर्चा में क्यों?
12 अक्टूबर, 2022 को मीडिया समूह द्वारा आयोजित ‘इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड’ समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ‘इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस समारोह में अवार्डों की श्रृंखला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राजनीति श्रेणी में उनके शानदार काम के लिये यह सम्मान मिला है। हालाँकि इस अवार्ड समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मौज़ूद नहीं हो सके थे। उन्होंने इस अवार्ड को राज्य की 25 करोड़ जनता को समर्पित किया।
- मीडिया समूह द्वारा आयोजित इंडियन ऑफ द ईयर अवार्ड समारोह में मनोरंजन, राजनीति, खेल, स्टार्टअप, सोशल चेंज और जलवायु आदि श्रेणियों में प्रेरणास्पद कार्य करने वाली भारतीय हस्तियों को सम्मानित किया गया है।
- इस श्रेणी में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया सहित कई बड़े नाम शामिल थे।
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उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की नई टूरिज्म पॉलिसी
चर्चा में क्यों?
12 अक्टूबर, 2022 को उत्तर प्रदेश के पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बताया कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्य के पर्यटन विभाग ने आकर्षक नई टूरिज्म पॉलिसी तैयार की है।
प्रमुख बिंदु
- विदित है कि विभाग द्वारा तैयार की गई पर्यटन नीति-2022 के प्रारूप में राज्य को एक ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने पर फोकस करते हुए कई नए क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है।
- इस पॉलिसी में राज्य को वैवाहिक पर्यटन के डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की भी योजना है यानि राज्य के टूरिस्ट डेस्टिनेशन अब शादी को भी यादगार बनाएंगे। देसी और विदेशी जोड़ों के विवाह को यादगार बनाने के लिये होटल, किलों और पर्यटक स्थलों को विकसित किया जाएगा। इसके लिये वेडिंग प्लानरों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों की मदद ली जाएगी।
- हर साल बड़े पैमाने पर विदेशी मेहमानों का शादी के लिये भारत में वाराणसी और आगरा में आने को ध्यान में रखते हुए विभाग ने यह खाका तैयार किया है।
- वेडिंग प्लानरों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों की मदद से वाराणसी, आगरा, मथुरा-वृंदावन एवं चुनार, वॉटर फॉल आदि को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही प्री वेडिंग के लिये कपल्स को प्री शूट की सुविधा भी दी जाएगी।
- राज्य में कई ऐसी ऐतिहासिक विरासत स्थल हैं जो वन विभाग के अधीन आती हैं। ऐसे में इन जगहों को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिये वन विभाग की भी मदद ली जाएगी।
- जहाँ पर सबसे ज्यादा विदेशी मेहमान शादी के बंधन में बंधने के लिये आते हैं, उन जगहों को और आकर्षक बनाने के लिये इवेंट कंपनी से सुझाव मांगे जाएंगे। वेडिंग डेस्टीनेशनों को सूचीबद्ध करके इनका ऑनलाइन प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। पर्यटन विभाग राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी इसे प्रमोट करेगा।
- पर्यटन प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा कि पूरे देश में उत्तर प्रदेश विदेशी जोड़ों के लिये राजसी ठाठ-बाट और सांस्कृतिक विरासत के आधार पर विवाह के लिये बेहतरीन जगह है। ऐसे में राज्य के विभिन्न शहरों में वेडिंग डेस्टिनेशन के लिये उपयुक्त स्थानों को चिह्नित किया जा रहा है। इसके प्रचार-प्रसार के लिये वेडिंग प्लानरों और इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की मदद ली जाएगी।
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