उत्तर प्रदेश Switch to English
अटल आवासीय विद्यालय
चर्चा में क्यों
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने वंचित छात्रों के लिये शिक्षा के अवसरों को बढ़ाने के लिये अटल आवासीय विद्यालयों के बड़े विस्तार की घोषणा की ।
मुख्य बिंदु:
- वर्तमान में, 18 अटल आवासीय विद्यालय हैं ।
- यह विस्तार चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा, अगले शैक्षणिक सत्र में 57 ज़िलों में स्कूलों की योजना बनाई गई है, तीसरे चरण में 350 तहसीलों तक, चौथे चरण में 825 विकास खंडों तक तथा पाँचवें चरण में न्याय पंचायत स्तर तक इसका विस्तार किया जाएगा।
- स्कूल की विशेषताएँ:
- पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर स्थापित इन विद्यालयों को समावेशी शिक्षा के लिये एक मानक स्थापित करने तथा निरक्षरता और अभाव से निपटने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- नए स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक के छात्र होंगे और इनमें बाल वाटिकाएँ भी शामिल होंगी ।
- स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे अभिभावकों को सूचित रखने के लिये उनके साथ अर्द्धवार्षिक बैठकें आयोजित करें।
बाल वाटिकाएँ
- बाल वाटिका एक प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों को संज्ञानात्मक, सामाजिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से विकसित करने में मदद करना है
- यह कार्यक्रम खेल-आधारित शिक्षा पर केंद्रित है और बच्चों के लिये समावेशी तथा स्वागतयोग्य वातावरण बनाने के लिये तैयार किया गया है।
न्याय पंचायत
- न्याय पंचायत भारत की पंचायती राज व्यवस्था में एक न्यायिक प्रणाली है जो ग्रामीण स्तर पर विवादों का समाधान करती है। न्याय पंचायतों को भारतीय न्यायिक प्रणाली का सबसे बुनियादी स्तर माना जाता है
- न्याय पंचायतों के कुछ कार्य इस प्रकार हैं
- विवादों का समाधान: न्याय पंचायतें छोटे सिविल और आपराधिक विवादों का समाधान करती हैं
- न्याय प्रदान करना: न्याय पंचायतें शीघ्र और त्वरित न्याय प्रदान करती हैं
- अपराधियों को दंडित करना: न्याय पंचायतें उल्लंघनकर्त्ताओं को दंडित करने और मामूली ज़ुर्माना लगाने में सक्षम हैं। लेकिन वे व्यक्तियों को जेल में नहीं डालती है।
- लोकतंत्र का विकेंद्रीकरण: न्याय पंचायतें लोकतांत्रिक व्यवस्था को विकेंद्रीकृत करने में मदद करती हैं।
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