MP ने पिट्टू को पुनर्जीवित किया: स्ट्रीट स्पोर्ट | मध्य प्रदेश | 13 Sep 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिये सभी मध्य प्रदेश कॉलेजों के खेल कैलेंडर में पिट्टू को शामिल किया है।
मुख्य बिंदु
- उद्देश्य: पिट्टू को पुनर्जीवित करना, जो एक पारंपरिक भारतीय खेल है, ऐसा माना जाता है कि भागवत पुराण के अनुसार इसे भगवान कृष्ण ने खेला था।
- खेल संरचना और नियम :
- पिट्टू 26 मीटर x 14 मीटर के मैदान पर छह खिलाड़ियों की दो टीमों (प्रत्येक टीम में चार स्थानापन्न खिलाड़ियों की अनुमति) के साथ खेला जाता है।
- खेल दो हिस्सों में होता है, प्रत्येक 10 मिनट तक चलता है।
- हमलावर टीम सात रंगीन टाइलों (पिट्टू) के ढेर को गिरा देती है और उसे पुनः जोड़ना होता है, जबकि बचाव करने वाली टीम ऐसा करने से रोकने का प्रयास करती है।
- महत्त्व:
- ऐसा माना जाता है कि पिट्टू की उत्पत्ति दक्षिणी भारतीय उपमहाद्वीप में हुई थी।
- पिट्टू का पुनरुद्धार, छात्रों को भगवान कृष्ण के जीवन के बारे में पढ़ाने और उन्हें मध्य प्रदेश की विरासत से जोड़ने के मध्य प्रदेश सरकार के प्रयास का हिस्सा है।
- जनवरी 2021 में प्रधानमंत्री द्वारा अपने मन की बात भाषण में इसका उल्लेख करने के बाद इस खेल ने नए सिरे से ध्यान आकर्षित किया ।
- पिट्टू का प्रदर्शन राष्ट्रीय खेलों के दौरान किया गया था और यहाँ तक कि वर्ष 2015-16 में लागोरी विश्व कप में भी इसका प्रदर्शन किया गया था।