उत्तर प्रदेश Switch to English
राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय तथा एडवोकेट चैंबर व मल्टीलेबल पार्क़िग
चर्चा में क्यों?
- 11 सितंबर, 2021 को भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज तथा 640.37 करोड़ रुपए की धनराशि से निर्मित होने वाले एडवोकेट चैंबर व मल्टीलेबल पार्क़िग का शिलान्यास किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर राष्ट्रपति के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमन्ना भी उपस्थित थे।
- राष्ट्रपति ने कहा कि इतिहास की दृष्टि से इलाहाबाद हाईकोर्ट भारत में स्थापित चौथा हाईकोर्ट है एवं न्यायाधीशों की संख्या की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा हाईकोर्ट है।
- उन्होंने ने कहा कि इस उच्च न्यायालय में सन् 1921 में भारत की पहली महिला वकील कॉर्नेलिया सोराबजी को पंजीकृत करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया था, जो महिला सशक्तीकरण की दिशा में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का भविष्योन्मुखी निर्णय था।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज शिक्षा का भी महत्त्वपूर्ण केंद्र है। विधि विश्वविद्यालय में राजनीतिक हस्तक्षेप न हो, इसके लिये उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को इस विश्वविद्यालय का विजिटर बनाने हेतु एक्ट बनाएँ।
- राष्ट्रपति ने कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. श्री आनंद भूषण के चित्र का अनावरण किया। कार्यक्रम में इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थापना एवं उसके गौरवशाली इतिहास के बारे में प्रस्तुतीकरण भी किया गया।
राजस्थान Switch to English
केकड़ी गौशाला के सिंहद्वार का लोकार्पण
चर्चा में क्यों?
- 12 सितंबर, 2021 को राजस्थान के चिकित्सा एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने अज़मेर ज़िले में केकड़ी गौशाला के नवनिर्मित सिंहद्वार का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास फंड के माध्यम से गौशाला के विकास कार्यों के लिये 21 लाख रुपए की राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
- इसी प्रकार गौशाला में पशु उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी। नए केंद्र के स्वीकृत होने तक गायों के उपचार के लिये अस्थायी व्यवस्था तुरंत प्रभाव से आरंभ होगी।
- दुर्घटना में घायल पशुओं को उपचार सुलभ कराने के लिये नगरपालिका के माध्यम से एक पशुवाहन खरीदा जाएगा। नगरपालिका की तरफ से 10 लाख के विकास कार्य तथा 10 लाख की सड़कें आदि बनाई जाएंगी।
- उल्लेखनीय है कि यह गौशाला लगभग एक शताब्दी पुरानी है। पूर्व में यह गौशाला देवगाँव में स्थित थी।
- इसका निर्माण कृषि उपज मंडी की केकड़ी व्यापारिक एसोसिएशन द्वारा करवाया गया है। इसमें 4 कमरे तथा सिंहद्वार शामिल हैं।
राजस्थान Switch to English
ईसरदा बांध परियोजना
चर्चा में क्यों?
- 11 सितंबर, 2021 को श्रम एवं इंदिरा गांधी नहर परियोजना राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि अलवर ज़िले में सतही पेयजल उपलब्ध कराने के लिये ईसरदा बांध परियोजना के सेकेंड पेज का सर्वे कार्य एवं डीपीआर बनाने की निविदा जारी कर परियोजना का कार्य प्रारंभ किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- पूर्वी राजस्थान के लिये राजस्थान की यह दूसरी बड़ी परियोजना राज्य के अलवर, जयपुर सहित दौसा एवं सवाई माधोपुर को लाभ पहुँचाएगी।
- परियोजना के सेकेंड पेज से कुल 2547 गाँव एवं 11 कस्बों को पेयजल उपलब्ध होगा। इसमें अलवर ज़िले के 1118 गाँव एवं 4 कस्बे सम्मिलित हैं तथा शेष 1429 गाँव एवं 60 कस्बे जयपुर ज़िले के शामिल हैं।
- परियोजना के सेकेंड पेज में ज़िले के अलवर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की उमरैण पंचायत समिति के 110 तथा मालाखेड़ा पंचायत समिति के 90 गाँव सहित अलवर ज़िले के थाना गाजी के 163, राजगढ़ के 140, बानसूर के 147, रैणी के 110, लक्ष्मणगढ़ के 206 तथा कठूमर के 152 गाँव सहित कुल 1118 गाँव तथा 4 कस्बे अलवर, राजगढ़, खेड़ली एवं थाना गाजी को इस परियोजना में सम्मिलित किया गया है।
मध्य प्रदेश Switch to English
अखिल भारतीय बाघ आकलन
चर्चा में क्यों?
- 12 सितंबर, 2021 को अखिल भारतीय बाघ आकलन 2022 के लिये मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाईगर रिज़र्व होशंगाबाद के पचमढ़ी में वृत्त स्तरीय नोडल अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय बाघ आकलन प्रत्येक चार वर्ष में किया जाता है। इस वर्ष यह आकलन अक्तूबर से दिसंबर तक तीन महीने चलेगा।
- बाघ आकलन तीन चरणों में किया जाता है। इसमें प्रथम चरण में सबसे पहले मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के सभी वन वीटों में माँसाहारी एवं शाकाहारी वन्य प्राणियों की उपस्थिति संबंधी साक्ष्य इकट्ठे किये जाते हैं।
- द्वितीय चरण में जीआईएस मैप का वैज्ञानिक अध्ययन और तृतीय चरण में वन क्षेत्रों में कैमरा ट्रेप लगाकर वन्य प्राणियों के फोटो लिये जाते हैं।
- इस वर्ष पेपरलेस तरीके से विशेष मोबाईल एप एम स्ट्राइप इकोलॉजिकल के जरिये बाघों के आँकड़े एकत्रित होंगे।
- इसके साथ ही टाइगर रिज़र्व के अलावा क्षेत्रीय वन मंडल एवं निगम क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से शाकाहारी-माँसाहारी वन्य-प्राणियों की गणना पर जोर दिया जाएगा। इसके लिये मैदानी कर्मचारियों को बाघ गणना के लिये प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश Switch to English
रातापानी अभयारण्य
चर्चा में क्यों?
- 10 से 12 सितंबर, 2021 तक चले तितली सर्वेक्षण के दरम्यान मध्य प्रदेश के रातापानी अभयारण्य में 14 राज्य के 88 विशेषज्ञों ने 21 कैंप के 80 ट्रेल्स पर पैदल गश्त कर 103 विभिन्न प्रजाति की तितलियों की खोज की एवं इसे सूचीबद्ध किया।
प्रमुख बिंदु
- सर्वेक्षण में अत्यंत दुर्लभ प्रजाति की पंचमढ़ी बुश ब्राउन, एंगल्ड पायरेट, ब्लैक राजा, नवाब कॉमन ट्री ब्राउन, ट्राई-कलर्ड पाइड प्लेट तितलियाँ मिली हैं।
- इस सर्वेक्षण में वाइल्ड वारियर्स और तिंसा फाउंडेशन की विशेष भागीदारी रही है।
- सर्वेक्षण के अंतिम दिन अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के.एम.एन. और संजय शुक्ला ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किये।
मध्य प्रदेश Switch to English
सागौन उत्पाद प्रोत्साहन
चर्चा में क्यों?
- 11 सितंबर, 2021 को सागौन उत्पाद प्रोत्साहन के लिये मध्य प्रदेश के बैतूल ज़िले का चयन किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- इसके तहत सागौन उत्पाद मात्रा का आकलन कर इसमें वृद्धि की संभावनाओं को तलाशते हुए उत्पादों के मूल्य-संवर्धन को सूचीबद्ध कर विपणन की रणनीति तैयार की जाएगी।
- वन विभाग ने ‘एक ज़िला-एक उत्पाद’ योजना में बैतूल ज़िले के सागौन काष्ठ के प्रांरभिक प्र-संस्करण और सागौन काष्ठ के उत्पाद बढ़ाने वाले शिल्पकारों और संस्थानों की सूची तैयार की है।
- उत्पादों के मूल्य-संवर्धन की संभावनाओं को सूचीबद्ध कर इनके विपणन की रणनीति तैयार की जा रही है। इसके लिये अखिल भारतीय काष्ठ विज्ञान प्रौद्योगिकी संस्थान बैंगलुरू और भारतीय वन प्रंबधन संस्थान से सहयोग लिया जाएगा।
हरियाणा Switch to English
शिवांशी यादव
चर्चा में क्यों?
- 12 सितंबर, 2021 को हिसार स्थित चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की छात्रा शिवांशी का इंडियन स्पेश रिचर्स ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने चयन किया है।
प्रमुख बिंदु
- शिवांशी उन 10 विद्यार्थियों में से एक है, जिन्हें देश भर से ISRO ने चयनित किया है।
- वह एक वर्ष तक ISRO और इसी डिग्री के दूसरे वर्ष की पढ़ाई नीदरलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ टवेंटी ITC से करेगी।
- ज्ञातव्य है कि ISRO में चयनित चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी कॉलेज की छात्रा शिवांशी यादव मूल रूप से रेवाड़ी ज़िले के गाँव खुशपुरा की रहने वाली है।
- इनके पिता इंजीनियर विजय कुमार मेवात में कृषि विभाग में सहायक कृषि अभियंता के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता पुष्पा यादव गृहिणी हैं।
- शिवांशी ने बताया कि एक साल देहरादून में कोर्स करने के बाद दूसरे साल नीदरलैंड में रिसर्च वर्क होगा। कृषि क्षेत्र में सेटेलाइट से कैसे और किस-किस तरह से मदद की जा सकती है, इसी पर उनका रिसर्च वर्क रहेगा।
हरियाणा Switch to English
हर-हित स्टोर
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HAICL) के प्रबंध निदेशक रोहित यादव ने बताया कि हरियाणा के गाँवों में 2 अक्टूबर को आधुनिक रिटेल स्टोर ‘हर-हित’ खोले जाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- उन्होंने बताया कि ‘हर-हित’ स्टोरों को खोलने की योजना 2 अगस्त को शुरू की गई थी।
- इस योजना के तहत हरियाणा सरकार स्टार्टअप के साथ-साथ लगभग एक दर्जन सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSMEs), किसान उत्पादक संगठनों (FPOs), सरकारी सहकारी संस्थानों, स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को उनके व्यवसाय को बढ़ाने के लिये एक मंच प्रदान करेगी।
- एक सितंबर से दुकानों हेतु जो स्थल स्थापित होने के लिये तैयार हैं, उनमें से 300 स्थलों का आवंटन किया जा चुका है, जबकि शेष स्थलों के आवंटन की प्रक्रिया जारी है। इसके साथ ही योजना की फ्रेंचाइजी नीति के तहत 100 अनुबंध किये गए हैं।
- पहले चरण में 2000 ‘हर-हित’ रिटेल स्टोर और दूसरे चरण में 3000 रिटेल स्टोर खोले जाएंगे।
- शहर में उपभोक्ताओं के साथ-साथ गाँवों के उपभोक्ताओं को भी समय-समय पर 5 से 50 प्रतिशत की विशेष छूट पर शीर्ष अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर की 50 कंपनियों से बेकरी, भोजन, होमकेयर, पर्सनल केयर आदि सहित शीर्ष एफएमसीजी उत्पाद इन दुकानों पर मिलेंगे।
- केयरखादी, वीटा, हैफेड सहित समूहों के उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद भी हर-हित स्टोर्स में उपलब्ध कराए जाएंगे।
- सुचारु कामकाज सुनिश्चित करने के लिये इन स्टोरों को संपूर्ण आईटी सपोर्ट सिस्टम से लैस किया जा रहा है तथा सभी बिक्री पॉइंट ऑफ सेल सिस्टम के माध्यम से की जाएगी।
- फ्रेंचाइज पार्टनर को हर-हित पीओएस मशीन, ईआरपी सॉफ्टवेयर, फ्रेंचाइजी ऐप, ऑन-कॉल सपोर्ट सेल आदि सहित संपूर्ण आईटी समाधान प्रदान किये जाएंगे।
- पीओएस मशीन के माध्यम से सामान स्कैन करने, बिलिंग, ऑनलाइन भुगतान और स्टॉक ऑर्डर करने की सुविधा दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ Switch to English
बस्तर: ‘द मोस्ट प्रॉमिसिंग न्यू डेस्टिनेशन’
चर्चा में क्यों?
- 12 सितंबर, 2021 को कोलकाता में आयोजित देश के सबसे बड़े टूरिज़्म ट्रेड फेयर में बस्तर को ‘द मोस्ट प्रॉमिसिंग न्यू डेस्टिनेशन’ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र स्टेडियम में 10 से 13 सितंबर तक आयोजित टीटीएफ मेले में विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो रहा बस्तर विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा।
- यह अवॉर्ड टूरिज़्म फेयर में बस्तर के सहायक कलेक्टर सुरूचि सिंह के नेतृत्त्व में पर्यटन प्रतिनिधिमंडल ने ग्रहण किया।
- इस मेले में लगाए गए स्टॉल में बस्तर के पर्यटन, संस्कृति एवं कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है।
- मेले में देश-दुनिया से कलकत्ता पहुँचे टूर प्लानर और ट्रेवल एजेंट्स को ‘द मोस्ट प्रॉमिसिंग न्यू डेस्टिनेशन’ पर प्रेजेंटेशन भी दिया गया।
- इस मेले में आमचो बस्तर पर्यटन व स्थानीय कला संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिये बस्तर जिला प्रशासन से आमचो बस्तर पर्यटन समिति की चौदह सदस्यीय टीम शामिल हुई।
- इन सदस्यों को प्रमुख पर्यटन स्थलों चित्रकोट, तीर्था, बीजाकासा, कोसरटेड़ा, मादरकोंटा, महेंद्रीघूमर, तामड़ाघूमर, मिचनार, तीरथगढ़, टोपर, माँझीपाल समेत अन्य पर्यटन स्थलों से चुना गया था।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर देश-विदेश के सैलानियों को आकर्षित करने और बस्तर की कला संस्कृति को पर्यटन नक्शे पर उभारने के लिये विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है।
- बस्तर में पर्यटन रोज़गार ट्रेनिंग, पर्यटक ट्रेकिंग, रैपलिंग, पैरामोटर, कैंपिंग, बस्तरिया व्यंजनों की उपलब्धता, टूरिस्ट गाइड सुविधा, एस.टी.एफ कैंप, कोसारटेंडा बांध, इको रिसोर्ट समेत अनेक पर्यटक स्थलों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
कोटेश्वर धाम में औषधीय प्रसंस्करण केंद्र
चर्चा में क्यों?
- 11 सितंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धमतरी ज़िले के कोटेश्वर धाम में औषधीय प्रसंस्करण और प्रशिक्षण केंद्र खोलने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने ज़िले के कोटेश्वर धाम में वैद्यराज (पारंपरिक चिकित्सक) सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।
- इसके साथ ही उन्होंने कोटेश्वर धाम में वैद्यों के लिये विश्राम गृह तथा 4 हेक्टेयर क्षेत्र में धान खरीद केंद्र, स्टॉप डैम और सामुदायिक वन अधिकार पट्टे के निर्माण की भी घोषणा की।
- मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने वैद्यों के पारंपरिक ज्ञान का दस्तावेज़ीकरण करने का काम शुरू कर दिया है। वैद्यराज अपने क्षेत्र में औषधीय पौधे उगा सकते हैं, जिसके लिये सरकार उन्हें सहायता प्रदान करेगी।
- उन्होंने कहा कि सतधारा में स्टॉप डैम बनाया जाएगा और कोटेश्वर को सौर ऊर्जा से बिजली की आपूर्ति और पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्तराखंड Switch to English
रोपवे निर्माण के लिये MoRTH के साथ समझौता करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग तथा सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। इसके साथ ही रोपवे निर्माण के लिये सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार के साथ अनुबंध करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है।
प्रमुख बिंदु
- मुख्य सचिव उत्तराखंड डॉ. एस.एस. संधु की मौजूदगी में उत्तराखंड पर्यटन की ओर से युगल किशोर पंत, अपर सचिव पर्यटन एवं अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद तथा सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के एनएचएलएमएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश गौड़ ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये।
- इसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में विभिन्न धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन गंतव्यों तक अधिक-से-अधिक पर्यटकों व श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक पहुँचाना और पर्यटकों का गमनागमन वर्ष भर उपलब्ध कराना है।
- उत्तराखंड में रोपवे निर्माण के लिये सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार को नोडल विभाग बनाया गया है।
- रोपवे निर्माण के लिये भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से डीपीआर तैयार कर काम शुरू किया जाएगा।
- सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की नियंत्रणाधीन नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के द्वारा प्रथम चरण में प्रदेश के केदारनाथ रोपवे, नैनीताल रोपवे, हेमकुंड साहिब रोपवे, पंचकोटी से नई टिहरी, औली से गौरसू, मुनस्यारी से खलिया टॉप तथा ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव तक सात रोपवे के डीपीआर गठन एवं निर्माण की कार्यवाही राज्य सरकार के साथ मिलकर की जाएगी।
- इससे पहले पर्यटन विभाग मसूरी, पूर्णागिरि और सुरकंडा देवी रोपवे को पीपीई मोड पर बनाने एवं संचालित किये जाने हेतु कार्यवाही की गई है। इसमें से सुरकंडा देवी रोपवे का संचालन इस वर्ष के अंत में शुरू कर दिया जाएगा।
उत्तराखंड Switch to English
नैनीताल में 119वाँ नंदा देवी महोत्सव शुरू
चर्चा में क्यों?
- 11 सितंबर, 2021 को उत्तराखंड के नैनीताल में श्री राम सेवक सभा के सभागार में विधि-विधान से 119वें सातदिवसीय नंदा देवी महोत्सव की औपचारिक शुरुआत हुई।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर मुख्य अतिथि नीलेश आनंद भरणे (पुलिस उप-महानिरीक्षक, कुमाऊँ क्षेत्र) ने कहा कि नंदा देवी महोत्सव नैनीताल की विशेष पहचान का हिस्सा है। युवा पीढ़ी को प्रेरित करने के साथ-साथ देशी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिये इस तरह के त्योहारों का आयोजन बहुत महत्त्वपूर्ण है।
- इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गए। लोक नृत्य और अन्य प्रस्तुतियों ने स्थानीय लोगों एवं भक्तों के उत्साह को और बढ़ा दिया।
- इस अवसर पर पर्यावरणविद् यशपाल रावत द्वारा प्रस्तुत इक्कीस पौधे, जो सरियाताल में कटे हुए पौधे की क्षतिपूर्ति के लिये लगाए जाएंगे, की भी पूजा की गई।
- संयुक्त दंडाधिकारी प्रतीक जैन ने बताया कि 14 सितंबर (अष्टमी) को देवी-देवताओं की मूर्तियों को भक्तों के दर्शन के लिये रखा जाएगा और एक बार में 30 भक्तों को दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी।
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