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झारखंड जनजातीय महोत्सव-2022
चर्चा में क्यों?
9 अगस्त, 2022 को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झामुमो सुप्रीमो तथा राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन ने झारखंड की राजधानी राँची के मोरहाबादी में दोदिवसीय झारखंड जनजातीय महोत्सव-2022 का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस जनजातीय महोत्सव-2022 में समृद्ध जनजातीय जीवन दर्शन की झलकियाँ दर्शाई गईं है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगलों और जानवरों को बचाना है तो आदिवासियों को बचाएँ। ज़मीन, संस्कृति और भाषा आदिवासियों की पहचान निर्धारित करती हैं। विकास की उस नई परिभाषा से उनके अस्तित्व को खतरा होता है, जिसमें इमारतों और कारखानों को स्थापित करने के लिये जंगलों को काटना शामिल है।
- झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि आदिवासी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिये विदेश भेजने हेतु ‘मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा प्रवासी छात्रवृत्ति योजना’ शुरू की गई है। शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिये ऋण लेने के इच्छुक छात्रों हेतु जल्द ही ‘गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना’ शुरू की जाएगी। इसके अलावा एक आदिवासी विश्वविद्यालय की स्थापना पर काम चल रहा है।
- मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब से प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को आदिवासी उत्सव का आयोजन किया जाएगा तथा केंद्र सरकार से इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की।
- इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आदिवासी परिवार में किसी की भी शादी के अवसर पर एवं मृत्यु होने पर उन्हें 100 किग्रा. चावल और 10 किग्रा. दाल दी जाएगी, इससे सामूहिक भोज के लिये अब उन्हें कर्ज़ नहीं लेना पड़ेगा।
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