दृष्टिहीनों के लिये नया यूज़र इंटरफेस | उत्तर प्रदेश | 13 Jul 2024
चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (Indian Institute of Information Technology- IIT), इलाहाबाद के विशेषज्ञों ने जर्मनी के कार्ल्सरूहे इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सहयोग से दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिये चार्ट चित्र बनाने और उन तक पहुँचने के लिये एक उपकरण विकसित किया है।
मुख्य बिंदु:
- इस उपकरण का उपयोग अंधे लोग छवियों को खोजने और उन्हें कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित सॉफ्टवेयर द्वारा उत्पन्न वैकल्पिक पाठ (Alt-text) के साथ समझने के लिये कर सकते हैं।
- 'ऑल्ट4 ब्लाइंड: ए यूजर इंटरफेस टू सिंप्लीफाई चार्ट्स ऑल्ट-टेक्स्ट क्रिएशन' शीर्षक वाले शोध-पत्र में ऑस्ट्रिया के लिंज़ में विशेष ज़रूरतों वाले लोगों की मदद करने वाले कंप्यूटरों पर आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में चर्चित शोध कार्य को प्रस्तुत किया गया है।
- वैकल्पिक पाठ (Alt-text) को लेखकों द्वारा मैन्युअल रूप से तैयार किया जाता है, लेकिन इस दृष्टिकोण के परिणामस्वरूप प्रायः अतिसरलीकरण अथवा अतिजटिलता जैसी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।
- उभरते रुझानों में Alt-Text के निर्माण के लिये AI प्रौद्योगिकी को अपनाया जा रहा है।
- रिसर्च में Al इमेज रिट्रीवल का उपयोग करके वैकल्पिक टेक्स्ट राइटिंग को बेहतर बनाने के लिये एक ऑनलाइन, ओपन-सोर्स टूल प्रस्तुत किया गया, जिससे इसे और अधिक आकर्षक बनाया जा सके।
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence- AI)
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता को मशीनों और प्रणालियों की ज्ञान प्राप्त करने, उसे लागू करने तथा बुद्धिमान व्यवहार करने की क्षमता के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- "कृत्रिम बुद्धिमत्ता" शब्द का आविष्कार जॉन मैकार्थी ने किया था, जो एक अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और संज्ञानात्मक वैज्ञानिक थे। वे कृत्रिम बुद्धिमत्ता अनुशासन के संस्थापकों में से एक थे।
- इसमें मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, बिग डेटा, न्यूरल नेटवर्क, कंप्यूटर विज़न, लार्ज लैंग्वेज मॉडल इत्यादि प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता की आदर्श विशेषता इसकी तर्कसंगतता और ऐसे कार्य करने की क्षमता है जिनसे किसी विशिष्ट लक्ष्य को प्राप्त करने की संभावना होती है।