जोधपुर के सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय में खुलेगा फोरेंसिक साइंस संस्थान | राजस्थान | 13 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में राजस्थान सरकार द्वारा जोधपुर के सरदार पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ पुलिस परिसर में फोरेंसिक साइंस संस्थान के लिये 15 एकड़ भूमि आवंटित की गई है।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय फोरेंसिक साइंस विज्ञान विश्वविद्यालय (NFSU) तथा सरदार पटेल यूनिवर्सिटी ऑफ पुलिस, सिक्योरिटी एंड क्रिमिनल जस्टिस (SPUP) द्वारा संयुक्त रूप से फोरेंसिक साइंस संस्थान खोला जाएगा।
- राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है। इसमें नए कैंपस के निर्माण तथा यूनिवर्सिटी की वर्तमान बिल्डिंग तथा संसाधनों का उपयोग कर कुछ चयनित कोर्स अकादमिक सत्र-2022-23 से ही शुरू करने के लिये केंद्र सरकार को लिखा है।
- इसके साथ ही प्रदेश में संभागीय स्तर पर कुछ महाविद्यालयों को आने वाले समय में एनएफएसयू, राजस्थान से संबद्ध किये जाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इससे पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि राज्य में फोरेंसिक साइंस संस्थान की स्थापना से अपराध एवं न्यायालयिक विज्ञान के क्षेत्र में क्षमता संवर्द्धन एवं अनुसंधान के नए आयाम स्थापित होंगे। साथ ही इससे आपराधिक न्याय प्रणाली में फोरेंसिक विज्ञान के बढ़ते महत्त्व को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में प्रशिक्षित जनशक्ति की उपलब्धता को बढ़ावा मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों की पुरस्कार राशि बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान की | राजस्थान | 13 Jul 2022
चर्चा में क्यों?
12 जुलाई, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के प्रोत्साहन में पुरस्कार राशि बढ़ाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। अब महाराणा प्रताप पुरस्कार और गुरु वशिष्ठ पुरस्कार विजेताओं को 5-5 लाख रुपए की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- एक वित्तीय वर्ष में 5 गुरु वशिष्ठ पुरस्कार तथा 5 महाराणा प्रताप पुरस्कार दिये जाएंगे। अभी तक इन पुरस्कारों में विजेताओं को 1-1 लाख रुपए की राशि से सम्मानित किया जाता रहा है।
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 29 मई, 2022 को सवाई मानसिंह स्टेडियम में लोकार्पण एवं खिलाड़ी सम्मान समारोह के दौरान पुरस्कार राशि बढ़ाने की घोषणा की थी।
- गौरतलब है कि वर्ष 2014 में महाराणा प्रताप एवं गुरु वशिष्ठ पुरस्कार की राशि 50 हज़ार हज़ार रुपए से बढ़ाकर 1 लाख रुपए की गई थी। मुख्यमंत्री के अहम फैसले से पुरस्कार राशि में अब पाँच गुना बढ़ोतरी हो गई है।
- गुरु वशिष्ठ पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1985-86 में की गई थी तथा अब तक कुल 40 उत्कृष्ट खेल प्रशिक्षकों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है। इसी प्रकार महाराणा प्रताप पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1982-83 में की गई थी तथा इससे अब तक कुल 170 उत्कृष्ट खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा चुका है।
- ये पुरस्कार राज्य के सर्वोत्तम खेल पुरस्कार हैं, जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले चयनित खिलाड़ियों एवं प्रशिक्षकों को प्रदान किया जाता है।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिये ओलंपिक पदक विजेताओं के लिये इनामी राशि बढ़ाई थी। इसमें पदक विजेताओं की इनामी राशि, स्वर्ण पदक विजेता को 75 लाख से बढ़ाकर 3 करोड़ रुपए, रजत पदक विजेता को 50 लाख से 2 करोड़ रुपए और कांस्य पदक विजेता को 30 लाख से 1 करोड़ रुपए की गई।
- इसी तरह एशियाई एवं राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण, रजत तथा कांस्य पदक जीतने पर दी जाने वाली 30 लाख, 20 लाख एवं 10 लाख रुपए की इनामी राशि को बढ़ाकर क्रमश: 1 करोड़, 60 लाख एवं 30 लाख रुपए की जा चुकी है।
- मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिये राज्य में पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट-ऑफ-टर्न पॉलिसी के आधार पर राजकीय सेवाओं में नियुक्तियाँ देने का भी निर्णय लिया गया था। इसमें अभी तक 229 खिलाड़ियों को विभिन्न विभागों में नियुक्तियाँ दी जा चुकी है।