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स्टेट पी.सी.एस.

  • 13 Jun 2022
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उत्तर प्रदेश Switch to English

उत्तर प्रदेश के 50 जेंटलमैन कैडेट्स अधिकारी बने

चर्चा में क्यों? 

11 जून, 2022 को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंगआउट परेड (पीओपी) के बाद उत्तर प्रदेश के 50 युवा भारतीय सेना में अधिकारी बन गए। 

प्रमुख बिंदु 

  • परेड में देश-विदेश के कुल 377 कैडेट्स ने शिरकत की। 150 रेगुलर कोर्स और 133 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स (टीजीसी) से संबंधित कुल 288 जेंटलमैन कैडेट्स (जीसी) पासिंगआउट के बाद भारतीय सेना के गर्वित अधिकारी बन गए।   
  • आठ मित्र देशों के 89 जेंटलमैन कैडेट्स भी पासआउट होकर अपने-अपने देश की सेनाओं में शामिल हो गए हैं। मित्र देशों में अफगानिस्तान से 43, भूटान से 18, किर्गिस्तान से 1, मालदीव से 3, नेपाल से 1, श्रीलंका से 3, ताजिकिस्तान से 19, तंजानिया से 1 कैडेट पासआउट हुए।  
  • उत्तर प्रदेश 50 अधिकारियों के साथ जीसी के राज्यवार प्रतिनिधित्व की तालिका में सबसे आगे रहा। पासिंगआउट दल में 33 जीसी के साथ उत्तराखंड दूसरे स्थान पर, जबकि बिहार 28 जीसी के साथ तीसरे स्थान पर तथा हरियाणा 25 जीसी के साथ चौथे स्थान पर रहा। 
  • गौरतलब है कि भारतीय सैन्य अकादमी से अब तक कुल 34 मित्र देशों के 2724 कैडेट्स पासआउट हो चुके हैं, जबकि भारतीय सैनिक अकादमी अब तक 63 हज़ार 568 सैन्य अधिकारी देश को दे चुकी है। 

बिहार Switch to English

बिहार में थारू और सुरजापुरी भाषा विलुप्त होने की कगार पर

चर्चा में क्यों? 

12 जून, 2022 को बिहार हैरिटेज डेवलपमेंट सोसाइटी (बीएचडीएस) के कार्यकारी निदेशक बिजॉय कुमार चौधरी ने बताया कि बिहार में बोली जाने वाली दो बोलियाँ- थारू और सुरजापुरी विलुप्त होने के संकट का सामना कर रही हैं। 

प्रमुख बिंदु 

  • बिजॉय कुमार चौधरी ने कहा कि बीएचडीएस ने क्षेत्र में जाकर गहन और विस्तृत जाँच के बाद यह निष्कर्ष निकाला है। उन्होंने कहा कि थारू भाषा विलुप्त होने के कगार पर है, जबकि सुरजापुरी में विविधताएँ देखी जा रही हैं। 
  • विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि यदि इन्हें पुनर्जीवित करने के लिये कदम नहीं उठाए गए, तो ये दोनों भाषाएँ भोजपुरी, मैथिली, हिन्दी और बांग्ला में घुल-मिल जाएंगी।  
  • थारू भाषा भोजपुरी और मैथिली के मेल से बनी है और यह थारू समुदाय द्वारा मुख्यरूप से पश्चिमी और पूर्वी चंपारण ज़िलों में बोली जाती है। सुरजापुरी भाषा बांग्ला, मैथिली और हिन्दी के मेल से बनी है और इसको बोलने वाले मुख्यरूप से राज्य के किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और अररिया ज़िलों में रहते हैं। इस भाषा कोकिशनगंजियानाम से भी जाना जाता है।  
  • राज्य सरकार के कला, संस्कृति और युवा विभाग की एक शाखा के रूप में कार्यरत् बीएचडीएस बिहार की मूर्त और अमूर्त विरासत के संरक्षण एवं प्रचार के लिये काम करती है। 
  • गौरतलब है कि समुदाय के रूप में थारू लोग उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार में स्थित हिमालय की तलहटी तथा नेपाल के दक्षिणी वन क्षेत्रों में रहते हैं। सुरजापुरी भाषा बोलने वालों का एक बड़ा हिस्सा पूर्णिया ज़िले के ठाकुरगंज प्रखंड से सटे नेपाल के झापा ज़िले में रहता है। 2011 की जनगणना के अनुसार बिहार में सुरजापुरी भाषा बोलने वालों की कुल संख्या 18,57,930 है।  

राजस्थान Switch to English

प्रदेश के पहले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का शिलान्यास एवं भूमि पूजन

चर्चा में क्यों? 

12 जून, 2022 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजसमंद ज़िले की खमनोर तहसील के बिल्ली की भागल गाँव में प्रदेश के पहले आयुर्वेदिक चिकित्सा केंद्र हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का भूमिपूजन और शिलान्यास किया। 

प्रमुख बिंदु 

  • इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस सेंटर के लिये पहले चरण में 30 करोड़ रुपए देने की तथा नाथद्वारा में राज्य सरकार की ओर से गायत्री परिवार को 5 हेक्टेयर ज़मीन नि:शुल्क देने की घोषणा की। 
  • समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में मेडिटूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिये राजस्थान का पहला योग और आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति पर आधारित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया जा रहा है। 
  • इस वेलनेस सेंटर में आयुर्वेदिक औषधियों, योग, प्राकृतिक चिकित्सा आदि से लाभ मिलेगा। राज्य सरकार द्वारा इस प्रकार के और भी सेंटर अन्य स्थानों पर खोले जाएंगे। 
  • इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने कहा कि इस वेलनेस सेंटर में आने वाले हर व्यक्ति को स्वच्छ वातावरण मिलने के साथ ही यहाँ मेडिकल टूरिज़्म को भी बढ़ावा मिल सकेगा। साथ ही ऐसी आधारभूत संरचनाओं से क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को गति मिलेगी। 

मध्य प्रदेश Switch to English

खेलो इंडिया यूथ गेम्स के मलखंब में मध्य प्रदेश बना ओवरऑल चैंपियन

चर्चा में क्यों? 

12 जून, 2022 को मध्य प्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स, 2022 में मलखंब खेल में शानदार प्रदर्शन करते हुए 12 पदक अपने नाम किये। इसके साथ ही मध्य प्रदेश मलखंब में ओवरआल चैंपियन बन गया।  

प्रमुख बिंदु 

  • गौरतलब है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स में पहली बार मलखंब को शामिल किया गया है और पहली ही बार में मध्य प्रदेश चैंपियन बना है। मलखंब में मध्य प्रदेश ने 5 स्वर्ण पदक समेत कुल 12 पदक जीते। 
  • उज्जैन के खाचरौद के 18 साल के युवा खिलाड़ी पंकज गर्गमा ने 5 में से 3 स्वर्ण अपने नाम किये। वे प्रदेश के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने खेलो इंडिया में एक दिन में तीन स्वर्ण जीते हैं। पंकज ने पोल, रोप और ओवरऑल, तीनों में 10 में से 9.10 अंक हासिल किये। 
  • पोल मलखंब के फाइनल में मध्य प्रदेश की हर्षिता कणडकर ने स्वर्ण तथा सिद्धि गुप्ता ने रजत पदक जीता। रोप मलखंब में हर्षिता, छत्तीसगढ़ की सरिता पायम के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहीं। 
  • लड़कों के पोल मलखंब में इंद्रजीत नागर और प्रणव कोरी संयुक्त रूप से छत्तीसगढ़ के मोनू नेताम के साथ दूसरे स्थान पर रहे। रोप मलखंब में पंकज गर्गमा ने शीर्ष स्थान हासिल किया, उसके बाद नागर दूसरे स्थान पर रहे। हैंगिंग मलखंब में भी गर्गमा ने शीर्ष पर रहते हुए स्वर्ण पदक जीता। 
  • गौरतलब है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स 4 जून से 13 जून, 2022 तक पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम समेत चंडीगढ़, दिल्ली, शाहाबाद और अंबाला में आयोजित किये जा रहे हैं। 

हरियाणा Switch to English

‘संत कबीर कुटीर’ के नाम से जाना जाएगा चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री का आवास

चर्चा में क्यों? 

12 जून, 2022 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने रोहतक में राज्यस्तरीय संत कबीर दास जयंती समारोह में घोषणा की कि चंडीगढ़ में हरियाणा के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को अबसंत कबीर कुटीरके नाम से जाना जाएगा।  

प्रमुख बिंदु 

  • मुख्यमंत्री ने राज्य में शैक्षणिक संस्थानों और धर्मशालाओं में पुस्तकालय की सुविधा प्रदान करने के अलावा केंद्र की तर्ज़ पर सरकारी कर्मचारियों को पदोन्नति के दौरान कैडरवार आरक्षण के प्रावधान की भी घोषणा की।  
  • मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग अनुसूचित जाति (एससी) के साथ ही पिछड़े वर्ग (बीसी) की धर्मशालाओं में भी पुस्तकालय की व्यवस्था करेगा। इसके अलावा, सभी समुदायों की धर्मशालाओं में पाँच किलोवाट के सौर संयंत्र स्थापित करने के लिये 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी।  
  • खट्टर ने कहा कि एनआईटी और आईआईटी में आरक्षण की व्यवस्था के लिये केंद्र के साथ बातचीत की जाएगी। उन्होंने कहा कि 51 लाख रुपए तक की कोई भी परियोजना समाज की साढ़े पाँच एकड़ भूमि पर सरकार द्वारा बनाई जाएगी, यदि कोई शैक्षणिक संस्थान इसकी मांग करता है।  
  • उन्होंने राज्य के लोगों के लिये उत्तर प्रदेश के वाराणसी में संत कबीर और गुरु रविदास की जन्मस्थली की नि:शुल्क तीर्थयात्रा की घोषणा की। साथ ही राज्य में एक स्वास्थ्य संस्थान या विश्वविद्यालय का नाम संत कबीर के नाम पर रखे जाने की भी घोषणा की।  
  • उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारासंत-महापुरुष विचार सम्मान और प्रसार योजनाशुरू की गई है, जिसके तहत राज्यस्तर पर संतों और महान हस्तियों की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। 
  • राज्य सरकार ने गुरु तेग बहादुर की जयंती, गुरु नानक देव और गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर भी राज्यस्तरीय समारोह का आयोजन किया है। इसी तरह नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती, ‘पराक्रम दिवस’, संत कबीर दास जी की जयंती भी इसी कड़ी का हिस्सा हैं। 

छत्तीसगढ़ Switch to English

अबूझमाड़ को मिलेगा लीची का बाग

चर्चा में क्यों? 

11 जून, 2022 को छत्तीसगढ़ के बागवानी विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विभाग नारायणपुर ज़िले के अबूझमाड़ के घने जंगल को एक नई पहचान दिलाने की दिशा में लीची के बाग लगाने की योजना बना रहा है। 

प्रमुख बिंदु 

  • 1995 में ओरछा के राजकीय उद्यान में 100 पौधे रोपे गए थे। वे पेड़ अब अच्छे फल दे रहे हैं। इस प्रयोग की सफलता के बाद बागवानी विभाग लीची की खेती क्षेत्र को और बढ़ाने की योजना बना रहा है। 
  • सर्वे के बाद क्षेत्र के आदिवासी किसानों को वन भूमि अधिकार विलेख दिया गया है। एक आदिवासी किसान को 20-30 पौधे दिये जाते हैं। इसके बाद बागवानी विभाग उन्हें प्रशिक्षण देगा। 
  • गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में बस्तर के अपने दौरे के दौरान ओरछा क्षेत्र में 200 एकड़ भूमि में बाग विकसित करने की घोषणा की थी। 
  • लीची एक छोटी अवधि की फसल है। पेड़ लगभग 10 मई तक फल देते हैं और इसका मौसम 10 जून तक समाप्त हो जाता है, लेकिन प्रति हेक्टेयर 200 पेड़ लगाए जाने पर एक किसान 4-5 लाख रुपए कमा सकता है। 
  • उल्लेखनीय है कि लीची के पौधों को लंबी सर्दियों और पर्याप्त बारिश की आवश्यकता होती है। इस संबंध में अबूझमाड़ क्षेत्र का मौसम अनुकूल है। 

छत्तीसगढ़ Switch to English

दंतेवाड़ा ज़िले को कौशल विकास के लिये मिला राष्ट्रीय अवार्ड

चर्चा में क्यों? 

हाल ही में नई दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा ज़िले को कौशल विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया। 

प्रमुख बिंदु 

  • गौरतलब है कि इस अवार्ड के लिये छत्तीसगढ़ से दो ज़िलेदंतेवाड़ातथामहासमुंदका चयन किया गया था। 
  • दंतेवाड़ा ज़िले को कौशल विकास और उद्यमशीलता के क्षेत्र में नवाचार तथा स्वरोज़गार की दिशा में बेहतर प्रदर्शन के लिये अवार्ड फॉर एक्सीलेंस से पुरस्कृत किया गया। 
  • जनजातीय आदिवासी बहुल क्षेत्र दंतेवाड़ा में बेहतर क्रियान्वयन हेतु विभिन्न कार्यक्रम चलाए गए। ज़िले में पूना माड़ाकाल सेल के तहत स्वरोज़गार तथा रोज़गार के अनगिनत अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। 
  • ज़िला प्रशासन द्वारा महिला आत्मनिर्भरता हेतु नवा दंतेवाड़ा गारमेंट पैक्ट्री की शुरुआत 31 जनवरी, 2021 को ग्राम पंचायत हारम में की गई। ज़िले के कटेकल्याण, बारसूर ब्लॉक में डेनेक्स की अन्य यूनिट स्थापित की गई है, जिनमें 770 से ज़्यादा लोगों को स्वरोज़गार मिला है। 
  • इसके अतिरिक्त छिंदनार में डेनेक्स की अन्य यूनिट भी स्थापित की जा रही है। चारों डेनेक्स में 1200 परिवारों को रोज़गार देने का लक्ष्य है। 
  • ज़िले में स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित सामग्री तथा दैनिक उपयोग में आने वाली समान सुपोषण अभियान, स्कूल तथा आश्रम छात्रावास में गुणवत्तायुक्त एवं सस्ती दर पर समान उपलब्ध कराने स्व-सहायता समूह की दीदियों को रोज़गार से जोड़ने हेतु 8 जून, 2020 को माँ दंतेश्वरी मार्ट का शुभारंभ किया गया था। ज़िले के चारों विकासखंडों में कुल 14 मार्ट संचालित हैं। 

उत्तराखंड Switch to English

उत्तराखंड के 33 जेंटलमैन कैडेट्स अधिकारी बने

चर्चा में क्यों? 

11 जून, 2022 को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में पासिंगआउट परेड (पीओपी) के बाद उत्तराखंड के 33 युवा भारतीय सेना में अधिकारी बन गए। 

प्रमुख बिंदु 

  • परेड में देश-विदेश के कुल 377 कैडेट्स ने शिरकत की। 150 रेगुलर कोर्स और 133 टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स (टीजीसी) से संबंधित कुल 288 जेंटलमैन कैडेट्स (जीसी) 11 जून को पासिंगआउट के बाद भारतीय सेना के गर्वित अधिकारी बन गए।   
  • आठ मित्र देशों के 89 जेंटलमैन कैडेट्स भी पासआउट होकर अपने-अपने देश की सेनाओं में शामिल हो गए हैं। मित्र देशों में अफगानिस्तान से 43, भूटान से 18, किर्गिस्तान से 1, मालदीव से 3, नेपाल से 1, श्रीलंका से 3, ताजिकिस्तान से 19, तंजानिया से 1 कैडेट पास आउट हुए।  
  • उत्तर प्रदेश 50 अधिकारियों के साथ जीसी के राज्यवार प्रतिनिधित्व की तालिका में सबसे आगे रहा। पासिंगआउट दल में 33 जीसी के साथ उत्तराखंड दूसरे स्थान पर, जबकि बिहार 28 जीसी के साथ तीसरे स्थान पर तथा हरियाणा 25 जीसी के साथ चौथे स्थान पर रहा। 
  • कोर्स के हरफनमौला जेंटलमैन कैडेट बिहार के समस्तीपुर निवासी मौसम वत्स को प्रतिष्ठित सोर्ड ऑफ ऑनर और ऑर्डर ऑफ मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर निवासी नीरज सिंह पपोला को गोल्ड मेडल से नवाजा गया।  
  • गौरतलब है कि भारतीय सैन्य अकादमी से अब तक कुल 34 मित्र देशों के 2724 कैडेट्स पासआउट हो चुके हैं, जबकि भारतीय सैनिक अकादमी अब तक 63 हज़ार 568 सैन्य अधिकारी देश को दे चुकी है।  

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