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त्रिकूट पर्वत
चर्चा में क्यों?
12 अप्रैल, 2022 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने देवघर ज़िला स्थित त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने बैठक में त्रिकूट पर्वत रोप-वे हादसे की जाँच हेतु उच्चस्तरीय जाँच समिति गठित करने तथा गठित समिति में रोप-वे से संबंधित विशेषज्ञों को भी शामिल किये जाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है।
- गौरतलब है कि 10 अप्रैल को त्रिकूट पर्वत रोप-वे टूटने से रोप-वे में 59 पर्यटकों के फँसने से एक गंभीर संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई तथा अभी तक 4 पर्यटकों की मृत्यु हो गई।
- उल्लेखनीय है कि त्रिकूट पर्वत का हिंदुओं के लिये अत्यधिक धार्मिक महत्त्व है, क्योंकि त्रिकूट पर्वत के एक तरफ बाबा वैद्यनाथ तो दूसरी तरफ बाबा बासुकीनाथ का मंदिर है।
- इस पर्वत के तीन शिखर हैं, जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु और महेश के मुकुट के तौर पर जाना जाता है, इसलिये ही त्रिकूट पर्वत के नाम से इसकी प्रसिद्धि है, साथ ही यहाँ स्थित दो छोटे पर्वत शिखर गणेश और कार्तिक के नाम से जाने जाते हैं।
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