उत्तराखंड के प्रतिभागियों ने इंडिया स्किल्स राष्ट्रीय प्रतियोगिता-2021 में जीते दो रजत पदक | उत्तराखंड | 12 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
10 जनवरी, 2022 को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव राजेश अग्रवाल ने तालकटोरा स्टेडियम, नई दिल्ली में इंडिया स्किल्स राष्ट्रीय प्रतियोगिता-2021 के विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया, जिसमें उत्तराखंड के प्रतिभागियों ने दो रजत पदक प्राप्त किये।
प्रमुख बिंदु
- इंडियास्किल्स प्रतियोगिता में 26 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में कुल 185 उम्मीदवारों को विजेता घोषित किया गया।
- उत्तराखंड से प्रशांत सैनी और अभिनव वर्मा ने साइबर सुरक्षा तथा 3 डी डिजिटल गेम आर्ट में रजत पदक जीते।
- राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा आयोजित इस बंद दरवाज़े (Closed door) की प्रतियोगिता में कंक्रीट निर्माण कार्य, सौंदर्य चिकित्सा, कार पेंटिंग, स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल, दृश्य बिक्री, ग्राफिक डिज़ाइन प्रौद्योगिकी, दीवार और फर्श टाइलिंग, वेल्डिंग, आदि जैसे 54 कौशल में भागीदारी देखी गई।
- अधिकारियों द्वारा अनिवार्य कोविड-19 दिशानिर्देशों के तहत 7 से 9 जनवरी तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रगति मैदान और ऑफसाइट स्थानों सहित कई स्थानों पर कौशल प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं।
- उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के मार्गदर्शन में, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर हर दो साल में भारत कौशल प्रतियोगिताओं का नेतृत्व तथा आयोजन करता है। विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के कुशल युवा अपने-अपने कौशल में प्रतिस्पर्धा करते हैं।
- इंडियास्किल्स के विजेता विश्व कौशल की तैयारी के लिये एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और कई विकास कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
- एनएसडीसी का उद्देश्य युवाओं के जीवन को समृद्ध कर उन्हें भारत कौशल के माध्यम से सशक्त बनाना है।
उत्तराखंड डीएमएमसी को मिलेगा सुभाष चंद्र बोस पुरस्कार | उत्तराखंड | 12 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तराखंड के आपदा न्यूनीकरण एवं प्रबंधन केंद्र (डीएमएमसी) को सुभाष चंद्र बोस राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन पुरस्कार के लिये चुना गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डीएमएमसी को यह पुरस्कार 23 जनवरी को प्रदान करेंगे।
प्रमुख बिंदु
- यह पुरस्कार वर्ष 2020 के लिये संस्थागत श्रेणी के अंतर्गत है और इसमें 51 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है।
- डीएमएमसी के कार्यकारी निदेशक पियूष रौतेला को उत्तराखंड के लोगों की पारंपरिक डीआरआर प्रथाओं के क्षेत्र में अभिनव, उच्च श्रेणी और गुणवत्ता अनुसंधान एवं राजमिस्त्री के क्षमता निर्माण के साथ-साथ निर्मित पर्यावरण की भूकंपीय सुरक्षा तथा भूकंप सुरक्षित निर्माण में इंजीनियरों और ज़मीनी स्तर पर खोज एवं बचाव तथा प्राथमिक उपचार के साथ-साथ अभिनव, मनोरंजक, उद्देश्यपूर्ण और प्रभावशाली प्रिंट एवं दृश्य-श्रव्य जागरूकता सामग्री की मान्यता में यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
- रौतेला के अनुसार, यह पहली बार है कि किसी राज्य सरकार के संगठन को यह पुरस्कार दिया जा रहा है।
- उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) द्वारा आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) के क्षेत्र में अभिनव और प्रभावशाली कार्यों को बढ़ावा देने तथा मान्यता प्रदान करने के लिये इस पुरस्कार की स्थापना की गई है।