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ग्राम लोक व राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान समारोह आयोजित
चर्चा में क्यों?
11 नवंबर, 2021 को साहित्य अकादमी, नई दिल्ली और मरूदेश संस्थान, सुजानगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में चूरू ज़िले के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय, भींवसर में ग्राम लोक और कन्हैया लाल सेठिया राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर वर्ष 2021 का कन्हैया लाल सेठिया राजस्थानी भाषा सेवा सम्मान अमी संस्थान उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. शिवदान सिंह राणावत जोलावास को प्रदान किया गया।
- राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति गोपाल कृष्ण व्यास इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के राजस्थानी भाषा परामर्श मंडल के संयोजक मधु आचार्य ने की।
- इस अवसर पर मधु आचार्य ने कहा कि साहित्य अकादमी, नई दिल्ली राजस्थानी भाषा और साहित्य के लिये महत्त्वपूर्ण कार्य कर रही है और ग्राम लोक का यह आयोजन ग्रामीण अंचलों में राजस्थानी भाषा तथा साहित्य के प्रचार-प्रसार की एक अभिनव पहल है।
- उल्लेखनीय है कि राजस्थानी के पितामह कहे जाने वाले महाकवि कन्हैयालाल सेठिया राजस्थानी भाषा के प्रसिद्ध कवि थे। इनको 2004 में पँश्री, साहित्य अकादमी पुरस्कार तथा 1988 में ज्ञानपीठ के मूर्तिदेवी साहित्य पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
- कन्हैयालाल सेठिया राजस्थानी भाषा के महान रचनाकार होने के साथ-साथ स्वतंत्रता सेनानी, सामाजिक कार्यकर्त्ता, सुधारक, परोपकारी और पर्यावरणविद् भी थे।
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प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के स्वर्णिम भवन का उद्घाटन
चर्चा में क्यों?
11 नवंबर, 2021 को अल्पसंख्यक मामलात वक्फ एवं जन-अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, जैसलमेर के नवनिर्मित स्वर्णिम भवन का फीता काटकर विधिवत् उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने इस अवसर पर ईश्वरीय ब्रह्मकुमारी बहनों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि इस भवन का निर्माण होने से ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की गतिविधियों का और अधिक विकास होगा।
- इस अवसर पर उदयपुर सेवा केंद्र की प्रमुख बीके रीटा बहन ने बताया कि ईश्वरीय विश्वविद्यालय का लक्ष्य आध्यात्मिक ज्ञान योग के द्वारा मन की बुराइयों को दूर करना, राजयोग द्वारा मन को सशक्त ऊर्जावान बनाना, राजयोग द्वारा घर-गृहस्थी में रहकर मन को शांत करके घर-परिवार को जोड़ना, व्यसनों से मुक्ति, अच्छा लक्ष्य देकर ऊँचा स्वाभिमान देना, एक भगवान एक विश्व परिवार का कॉन्सेप्ट देकर मानव धर्म में सभी को सम्बल देना है।
- उन्होंने बताया कि ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में उदयपुर, जयपुर, जोधपुर, डूंगरपुर, बाड़मेर एवं अन्य स्थानों से ब्रह्मकुमारी बहनें उपस्थित हुई हैं।
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