हर घर पेयजल पहुँचाने में उत्तर प्रदेश सबसे आगे, देश में बुलंदशहर पहले व बरेली तीसरे स्थान पर | उत्तर प्रदेश | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
12 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर पेयजल पहुँचाने में उत्तर प्रदेश की रफ्तार बाकी प्रदेशों के मुकाबले काफी तेज है। देश में बुलंदशहर पहले व बरेली तीसरे स्थान पर हैं।
प्रमुख बिंदु
- जल जीवन मिशन की अगस्त माह की प्रगति के आधार पर केंद्र ने देश के 218 ज़िलों की रैंक जारी की है।
- ओवरहेड टैंक बनाने से लेकर घरों तक पानी की आपूर्ति करने की प्रगति के आधार पर केंद्र सरकार का जल शक्ति मंत्रालय यह रैंक जारी करता है।
- जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पाइप लाइन से पानी की आपूर्ति करने में पहले पायदान पर बुलंदशहर काबिज है, जबकि बरेली ने देश में तीसरा स्थान हासिल किया है।
- बुलंदशहर में ओवरहेड टैंक का निर्माण भी तेजी से हुआ है। साथ ही घरों में पानी का कनेक्शन देने में आगे है। बुलंदशहर ने करीब 98 फीसदी लक्ष्य हासिल कर लिया है।
- बरेली की 877 ग्राम पंचायतों में ओवरहेड परियोजना तैयार की जा रही है। वहीं1867 ग्राम पंचायतों में पानी की आपूर्ति की जानी है जबकि 433 ग्राम पंचायतों में पेयजल पहुँचा दिया गया है।
- मुजफ्फनगर को चौथा स्थान मिला है। बरेली मंडल का बदायूं ज़िला करीब 87 फीसदी लक्ष्य प्राप्त करके 5वें स्थान पर है।
- लखीमपुर खीरी को जल जीवन मिशन में देश में 42वीं रैंक मिली है, जबकि प्रदेश में 25वीं रैंक है। खीरी ने करीब 68 फीसदी लक्ष्य प्राप्त किया है।
- जल जीवन मिशन में देश के शीर्ष 50 ज़िलों में उत्तर प्रदेश के 26 ज़िले शामिल हैं, जबकि देश के शीर्ष 10 ज़िलों में उत्तर प्रदेश के सात ज़िले शामिल हैं।
- देश में शीर्ष दस ज़िले: बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश), साउथ सलमारा मनकचर (असम), बरेली (उत्तर प्रदेश), मुजफ्फनगर (उत्तर प्रदेश), बदायूं (उत्तर प्रदेश), मुंगेली (छत्तीसगढ़), तिरुपत्तूर (तमिलनाडु), चंदोली (उत्तर प्रदेश), कन्नौज (उत्तर प्रदेश) और लखनऊ (उत्तर प्रदेश) शामिल हैं।
जल संचय के लिये पटना में बनेंगे 21 चेकडैम | बिहार | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार पटना ज़िले में जल संचय के लिये 21 चेकडैम बनाए जाएंगे।
प्रमुख बिंदु
- अधिकारियों के मुताबिक 31 मार्च, 2024 तक चालू वित्तीय वर्ष में अधिकांश चेकडैम का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- अधिकारियों के मुताबिक मनरेगा से 18 और कृषि विभाग के माध्यम से तीन चेकडैम बनाने की स्वीकृति मिली है। इसमें 14 चेकडैम बनाने का काम शुरू भी हो गया है।
- पटना ज़िले में पहले 80 चेकडैम बनाने की योजना थी, लेकिन जब इसका भौतिक सत्यापन किया गया तो 21 की ही ज़रूरत महसूस की गई।
- मनरेगा द्वारा बनाए चेकडैम न्यूनतम 1500 वर्ग फीट में होता है। एक चेकडैम बनाने के लिये न्यूनतम 1500 वर्ग फीट क्षेत्र की ज़रूरत होती है। पटना में अधिकतर डैम इससे अधिक एरिया में बन रहे हैं।
- अधिकारियों का कहना है कि एक चेकडैम बनाने पर औसतन 9 लाख रुपए खर्च होते हैं। धनरूआ में एक चेकडैम लगभग बनकर तैयार हो गया है। इसे मॉडल के तौर पर बनाया गया है।
- आहर, पइनतालाब, नहर आदि में पानी नहीं रहने पर किसानों को ट्यूबवेल चलाकर सिंचाई का काम करना पड़ता था। चेकडैम बनने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी। चेकडैम में साल भर पानी रखने की व्यवस्था की जा रही है। बारिश का पानी चेकडैम में एकत्रित किया जाएगा। इसी पानी को आहर या पइन के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था की जाएगी।
राज्यपाल ने किया अमृत वाटिका का उद्घाटन | राजस्थान | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने बीकानेर ज़िले में स्थित महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में ‘हमारी शिक्षा प्रणाली में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को स्वीकृत करने की संभावनाएँ और चुनौतियाँ’विषयक राष्ट्रीय सेमिनार के समापन पर अमृत वाटिका का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय द्वारा अमृत महोत्सव के तहत अमृत वाटिका तैयार की गई है तथा इसके पौधों के साथ बीकानेर संभाग के शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के शिला फलक लगाकर पौधों का नामकरण शहीदों और सेनानियों के नाम पर किया गया है। यह युवाओं के लिये प्रेरणादायक होगा।
- अमृत वाटिका में संभाग के 137 शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर पौधों का नामकरण किया गया है। इसमें बीकानेर ज़िले के 22, चूरू ज़िले के 90, श्रीगंगानगर ज़िले के 12 तथा हनुमानगढ़ ज़िले के 13 शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम सम्मिलित हैं।
न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में छाया दमोह का शिवम छिरोलिया | मध्य प्रदेश | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को मीडिया से मिली जानकारी के अनुसार दमोह ज़िले के मड़ियादो निवासी 30 वर्षीय छात्र शिवम छिरोलिया की विपरीत परिस्थितियों में सफलता के कायल टॉपमेट कंपनी द्वारा शिवम को पूरे परिवार सहित विश्व के प्रतिष्ठित स्थलों में से एक न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में जगह दी गई है।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि टाइम्स स्क्वायर में नामचीन हस्तियों, फिल्मी हस्तियों के वीडियो ही दिखाए जाते हैं। शिवम छिरोलिया को पूरे परिवार सहित न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में जगह मिली है, जहाँ बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर इनका चित्रण किया गया है।
- शिवम द्वारा गाँव से निकलकर कैसे अच्छा मुकाम हासिल करें, जैसे सकारात्मक वीडियो को अपलोड किया गया था, जिसे देखने के बाद अमरेकिन कंपनी टॉपमेट द्वारा प्रभावित होकर शिवम की कहानी न्यूयार्क में दिखाई जा रही है।
- टाइम्स स्क्वायर द्वारा अमेरिका के हृदय न्यूयार्क में शिवम की सफलता और मुकाम का वीडियो चलाकर उसकी सूचना शिवम छिरोलिया को दी गई।
- प्राथमिक शिक्षा मड़ियादो और बाद में बंगलौर आईआईएससी से शिक्षा पाने वाले शिवम छिरोलिया इस समय अमेरिकन सेमीकंडक्टर कंपनी क्वालकॉम, बैंगलोर में कंप्यूटर विजन रिसर्चर के रूप में कार्य कर रहे हैं।
- शिवम ग्रामीण परिवेश से हैं, इनके पिता मनोज छिरोलिया मूकबधिर हैं और माँ गृहणी हैं। आर्थिक स्थिति से कमजोर होने के बाबजूद शिवम ने अथक मेहनत कर यह मुकाम हासिल किया।
- विदित है कि शिवम छिरोलिया का इसरो में साइंटिस्ट बी एग्जाम में भी चयन हुआ था। इसके अलावा देश भर से रिलाइंस फाउंडेशन द्वारा चुने जाने वाले 40 योग्यताधारी में चयन हुआ था और शिक्षा के लिये छह लाख रुपए भी दिये गए थे। हालाँकि शिवम ने कंप्यूटर विजन रिसर्च पद चयन किया।
सात ज़िलों के किसानों की फसलों का बीमा करेगी सरकार | हरियाणा | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि राज्य में ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’के तहत जिन किसानों की फसलों का बीमा इंश्योरेंस कंपनी नहीं करेंगी, उसका बीमा राज्य सरकार करेगी। इसके लिये जल्द ही सरकार दिशा-निर्देश जारी करेगी।
प्रमुख बिंदु
- गौरतलब है कि क्लस्टर-दो के सात ज़िलों में बीमा कंपनी ने फसलों का बीमा करने से मना कर दिया था। जबकि किसानों की ओर से प्रीमियम राशि भरी जा चुकी है, लेकिन अब बीमा कंपनी ने हाथ खड़े कर दिये हैं।
- बीमा कंपनी को काफी घाटा हुआ है। वहीं, क्लस्टर दो के क्लेम संबंधी कई मामले न्यायालय में हैं। इस वजह से क्लस्टर दो से बीमा कंपनी ने हाथ खींच लिये थे।
- हरियाणा सरकार ने ‘प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना’के तहत तीन क्लस्टर बनाए हैं। हर क्लस्टर में अलग-अलग ज़िले शामिल हैं। क्लस्टर दो में अंबाला, करनाल, सोनीपत, हिसार, जींद, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम शामिल हैं।
- क्लस्टर दो का काम एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी को सौंपा गया था। जुलाई तक करीब दो लाख किसानों के खाते से प्रीमियम राशि काट ली गई थी। खरीफ की हर फसल का अलग-अलग प्रीमियम भरना होता है।
- इस बीच कंपनी ने फसलों का बीमा करने से मना कर दिया। विपक्षी दलों के सदस्यों ने सरकार पर हमला बोला तो सरकार ने तत्काल किसानों का बीमा करने का फैसला किया।
- विवाद बढ़ने के बाद कृषि कल्याण विभाग ने स्टेट लेवल बैंकर कमेटी को पत्र लिखकर किसानों की प्रीमियम राशि लौटाने के आदेश जारी किये थे। इस फैसले से बैंक ने किसानों को राशि तो वापस कर दी मगर उनके फसलों की जिम्मेदारी सरकार ने नहीं ली थी। प्रीमियम की राशि किसानों को वापस नहीं होगी, इसी प्रीमियम पर राज्य सरकार बीमा करेगी।
हरियाणा की प्रीति लांबा को मिला एशियन गेम्स का टिकट | हरियाणा | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को हरियाणा के चंडीगढ़ के सेक्टर-7 स्थित स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में चल रहे इंडियन ग्रां प्री-5 के दूसरे और आखिरी दिन देशभर के एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन कर विभिन्न मुकाबलों में जीत दर्ज की, जिसमें राज्य की धावक प्रीति लांबा ने एशियन गेम्स के लिये क्वालीफाई किया।
प्रमुख बिंदु
- खेल विशेषज्ञों ने बताया कि यहाँ की परफॉर्मेंस खिलाड़ियों को इस महीने चीन में होने वाली एशियन गेम्स में पदक जीतने में काफी मदद करेगी।
- विदित है कि दो दिवसीय इंडियन ग्रां प्री-5 में देशभर से 300 से अधिक टॉप रैंकिंग खिलाड़ी शामिल हुए हैं।
- ये रहे विजेता :
- दस हज़ार मीटर वॉक रेस (महिला वर्ग): उत्तर प्रदेश की बंधना पटेल 52.53.98 मिनट के साथ पहले स्थान, हरियाणा की मोनिका 57.36.87 मिनट के साथ दूसरे तथा हरियाणा की ही पिंकी 58.56.75 मिनट के समय के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
- 400 मीटर हर्डल रेस (महिला वर्ग): तमिलनाडु की आर विथ्या रामराज 55.43 सेकेंड के समय के साथ पहले, कर्नाटक की सिंचल 58.46 सेकेंड के साथ दूसरे और पंजाब की रमनदीप कौर 1.01.02 मिनट के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
- 3000 मीटर रेस (महिला वर्ग): हरियाणा की प्रीति लांबा विजेता रहीं और एशियन गेम्स के लिये क्वालीफाई किया। गुजरात की कालाबेन दूसरे स्थान पर रहीं।
- ट्रिपल जंप (महिला वर्ग): महाराष्ट्र की शरवरी पहले स्थान, पंजाब की निहारिका दूसरे स्थान तथा हरियाणा की काजल तीसरे स्थान पर रहीं।
- हैमर थ्रो (महिला वर्ग): उत्तर प्रदेश की तान्या चौधरी पहले, उत्तर प्रदेश की केएम रचना दूसरे तथा उत्तर प्रदेश की ही फतिमा तीसरे स्थान पर रहीं।
पशुओं की टक्कर से मौत होने पर परिवार को मिलेंगे 5 लाख रुपए | हरियाणा | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोनीपत के झिंझौली स्थित साधना केंद्र में आयोजित अल्पकालीन विस्तारक प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम में राज्य में सड़कों पर घूमने वाले बेसहारा पशुओं की टक्कर से होने वाली मौत पर प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- इन बेसहारा पशुओं को सड़कों से हटाकर गोशाला व नंदीशाला में पहुँचाया जाएगा, इसके लिये अभियान चलाया जा रहा है।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खेत में किसान की मृत्यु होने पर सरकार की तरफ से परिवार को 5 लाख रुपए और कृषि कार्य के दौरान अंग भंग होने पर भी आर्थिक सहायता दी जाती है।
- इस वर्ष किसानों को 75 फीसदी अनुदान पर 50 हज़ार सोलर ट्यूबवेल कनेक्शन दिये गए हैं। अगले वर्ष उनकी संख्या बढ़ाकर 70 हज़ार की जाएगी।
- विदित है कि हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है जो किसानों की एक दर्जन से अधिक फसलों को एमएसपी पर खरीदता है। फसल बीमा योजना, भावांतर भरपाई योजना, मेरा पानी मेरी विरासत योजना से किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत किया जा रहा है।
- प्रदेश सरकार ने ग्रामीण चौकीदारों का मासिक वेतन 6 से बढ़ाकर 11 हज़ार रुपए किया है। वहीं आकस्मिक मृत्यु पर परिवार को 5 लाख रुपए और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता की तर्ज पर सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त 2 लाख रुपए का लाभ दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ सरकार का महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला | छत्तीसगढ़ | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए बालिकाओं और महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि के आरोपियों को सरकारी नौकरी से प्रतिबंधित कर दिया है। इस संबंध में राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि बीते 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बालिकाओं और महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि के आरोपियों को शासकीय नौकरी से प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी।
- सामान्य प्रशासन द्वारा सभी विभागों, राजस्व मंडल के अध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, संभागायुक्तों, कलेक्टरों को जारी निर्देश में कहा गया है कि शासकीय सेवा में नियुक्ति हेतु ऐसे अभ्यर्थी, जिनके विरूद्ध बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि से संबंधित नैतिक अधोपतन की श्रेणी में आने वाले अपराध जो कि भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 354, 376, 376क, 376ख, 376ग, 376घ, 509, 493, 496 एवं 498 तथा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट), 2012 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज हों, उन्हें शासकीय सेवाओं एवं पदों पर नियुक्ति हेतु प्रकरण के अंतिम निर्णय होने तक प्रतिबंधित किया जाए।
- राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (सेवा की सामान्य शर्तें) नियम, 1961 के नियम 6 के उप-नियम (4) में निम्नानुसार प्रावधान है कि कोई भी उम्मीदवार जिसे महिलाओं के विरूद्ध किसी अपराध का दोष सिद्ध ठहराया गया हो, किसी सेवा या पद पर नियुक्ति के लिये पात्र नहीं होगा। परंतु जहाँ तक किसी उम्मीदवार के विरूद्ध न्यायालय में ऐसे मामले लंबित हों तो उसकी नियुक्ति का मामला आपराधिक मामले का अंतिम विनिश्चय होने तक लंबित रखा जाएगा।
- गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं से संबंधित अपराधों की रोकथाम के लिये प्रशासनिक, व्यावहारिक और विधिक कई स्तरों पर तत्परता से काम किया है। प्रदेश के 547 थानों, चौकियों में महिला सेल की स्थापना की गई है, ताकि पीड़ित महिलाएँ नि:संकोच अपनी रिपोर्ट दर्ज करा सकें।
- ज़िला स्तर पर प्रत्येक ज़िले में महिला प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। प्रत्येक ज़िला मुख्यालय में घरेलू हिंसा एवं महिला उत्पीड़न की घटनाओं की रोकथाम हेतु महिला परामर्श केंद्र की स्थापना की गई है।
- राज्य के 04 बड़े ज़िले बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग तथा सरगुजा में महिला थाना स्थापित किया गया है। राज्य के 6 ज़िले रायपुर, दुर्ग, राजनांदगाँव, बिलासपुर, रायगढ़ तथा जांजगीर-चांपा में महिला विरुद्ध अपराध अनुसंधान ईकाई की स्थापना की गई है।
- राज्य पुलिस विभाग द्वारा महिला सुरक्षा हेतु अभिव्यक्ति ऐप भी लॉन्च किया गया है, जिसके एक लाख 85 हज़ार से अधिक पंजीकृत यूजर्स हैं।
- महिला सुरक्षा और अपराधों को नियंत्रण करने के उद्देश्य से सार्वजनिक स्थानों को चिन्हाकिंत कर संवेदनशील स्थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन शोषण को रोके जाने के संबंध में प्रत्येक ईकाई में आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया गया है।
- बालिकाओं और युवतियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये स्कूल-कॉलेज एवं संवेदनशील स्थानों पर महिला पुलिस पेट्रोलिंग टीम द्वारा लगातार गश्त किया जा रहा है। इसके साथ ही विशेषज्ञ अथवा प्रशिक्षित महिला पुलिस अधिकारियों के माध्यम से महिलाओं के विरूद्ध अपराधों की रोकथाम के लिये जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है।
17 दिसंबर को होगी ग्रेट छत्तीसगढ़ रन मैराथन | छत्तीसगढ़ | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हर वर्ष की तरह इस बार भी राजधानी के नवा रायपुर में 17 दिसंबर, 2023 को ग्रेट छत्तीसगढ़ रन मैराथन दौड़ का आयोजन होगा।
प्रमुख बिंदु
- कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने राजधानी रायपुर में आयोजित समारोह में इस मैराथन के लिये प्रतिभागियों के पंजीयन की शुरूआत की।
- मैराथन में चार वर्गों छह किलोमीटर, दस किलोमीटर, 21 किलोमीटर और 42 किलोमीटर में आयोजित होगी।
- इस बार मैराथन छत्तीसगढ़ में मिलने वाले पक्षियों की थीम पर केंद्रित होगी। इस मैराथन में साढ़े तीन हज़ार से अधिक धावकों के शामिल होने की उम्मीद है।
- मैराथन का आयोजन लेट्स रन संस्था द्वारा ज़िला प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा। लेट्स रन संस्था द्वारा छत्तीसगढ़ में पिछले सात सालों से लगातार ऐसी मैराथन का आयोजन उत्साह और जोश के साथ किया जा रहा है। इस बार मैराथन का यह आठवाँ संस्करण होगा।
- संस्था लेट्स रन व्यवसायिक धावकों ही नहीं बल्कि दौड़ से जुड़े समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों का समूह है। दौड़ से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने का विश्वास करने वाले हर वर्ग और उम्र के लोग इस संस्थान से जुड़े है और वर्ष में तीन-चार ऐसी छोटी-बड़ी मैराथन दौड़ों का आयोजन कराते रहते हैं।
- संस्था के डायरेक्टर डॉ. विनय तिवारी ने बताया कि हर साल ग्रेट छत्तीसगढ़ रन राज्य की एक विशेषता को थीम बनाकर आयोजित की जाती है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ में मिलने वाले पक्षियों (चिड़ियों) को थीम के रूप में चिन्हांकित किया गया है।
- उन्होंने यह भी बताया कि इस मैराथन दौड़ से पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजगता और छत्तीसगढ़ की जैवविविधता को बचाने के लिये सामूहिक प्रयास का संदेश भी दिया जाएगा।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय साहित्यिक प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग बना ओवरऑल चैंपियन | छत्तीसगढ़ | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण, आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के तत्वावधान में प्रयास आवासीय विद्यालय सड्डू रायपुर संपन्न हुई एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय साहित्यिक प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग ओवरऑल चैंपियन बना।
प्रमुख बिंदु
- इस साहित्यिक प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र अधिकतर साहित्यिक विधाओं में प्रथम रहा, जबकि सरगुजा संभाग ने दूसरा और बस्तर संभाग ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
- इस प्रतियोगिता में भाषण, एक्सटेम्पोर, वाद-विवाद, कहानी सुनाना, रचनात्मक लेखन, संस्कृत श्लोक, हिन्दी काव्य पाठ, अंग्रेजी कविता, अंग्रेजी प्रश्नोत्तरी, अंग्रेजी स्पेल बी जैसी कुल 10 साहित्यिक विधाओं में प्रतियोगिता आयोजित की गई।
- सीनियर वर्ग की हिन्दी भाषा प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र संभाग की प्रतिमा, जूनियर भाषण, प्रतियोगिता हिन्दी में अनामिका, अंग्रेजी भाषण सीनियर वर्ग में जीविका दीवान और अंग्रेजी भाषण जूनियर वर्ग में बस्तर संभाग की प्रसिद्धि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- एक्सटेम्पोर विधा के हिन्दी सीनियर वर्ग में सरगुजा से तपेश्वर साय, अंग्रेजी सीनियर वर्ग में मध्य क्षेत्र से ईशिका, वाद-विवाद सीनियर वर्ग की प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र से जयप्रकाश सिदार और अंग्रेजी सीनियर वर्ग में बस्तर से तेजेश्वरी मांझी विजेता रहीं।
- कहानी सुनाने की प्रतियोगिता में सरगुजा से हिन्दी में अदिति भगत और अंग्रेजी में आश्रित तिर्की प्रथम रहीं।
- रचनात्मक लेखन हिन्दी की प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र से राघवेंद्र और अंग्रेजी में बस्तर से राखी मडकम प्रथम रहे।
- संस्कृत श्लोक की प्रतियोगिता में बस्तर की प्राची मेरिया, हिन्दी काव्य पाठ में सरगुजा की एनजीलियन तिर्की, अंग्रेजी कविता में सरगुजा की दीपिका, अंग्रेजी प्रश्नोत्तरी में मध्य क्षेत्र की अनिला एवं शशिकला, स्पेल बी में मध्य क्षेत्र की स्मिता कंवर और आंचल पुलस्त ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
- सभी विजेताओं को प्रमाण-पत्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागी 3 से 6 अक्तूबर तक देहरादून में आयोजित राष्ट्रीय सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रतियोगिता में शामिल होंगे।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में सरगुजा संभाग बना ओवरऑल चैंपियन | छत्तीसगढ़ | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण, आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के तत्वावधान में संपन्न हुई एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में सरगुजा संभाग ओवरऑल चैंपियन बना।
प्रमुख बिंदु
- छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण, आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के तत्वावधान में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा रायपुर में और बौद्धिक प्रतियोगिता का आयोजन प्रयास आवासीय विद्यालय, सडडू रायपुर में हुआ।
- इन प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागी 3 से 6 अक्टूबर तक देहरादून में आयोजित राष्ट्रीय सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रतियोगिता में शामिल होंगे।
- सांस्कृतिक प्रतियोगिता में सरगुजा संभाग ने बाजी मारी। सरगुजा संभाग समूहगान, समूह नृत्य, चित्रकारी, रंगमंच में प्रथम रहने के साथ-साथ शिक्षक वर्ग की संगीत प्रतियोगिता-वोकल क्लासिक, वोकल सेमीक्लासिक एवं लोकगीत में भी प्रथम स्थान पर रहा। दूसरे स्थान पर मध्य क्षेत्र एवं तीसरे स्थान पर बस्तर संभाग रहा।
- प्रतियोगिता के आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त प्रज्ञान सेठ ने बताया कि इसका मुख्य उददेश्य बच्चों के संर्वागीण विकास हेतु शिक्षा के साथ-साथ उनमें सांस्कृतिक एवं बौद्धिक क्षमता विकसित करना है, ताकि उन्हें अपने सांस्कृतिक एवं साहित्यिक मूल्यों का सही ज्ञान हो सके।
- राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में समूह गान, समूह नृत्य, जनजातीय वाद्ययंत्र बजाना, अर्द्धशास्त्रीय एकल गीत, चित्रकारी, रंगमंच एवं शिक्षकों का संगीत कार्यक्रम हुआ।
- एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता के अंतर्गत समूह गान में सहनपुर (सरगुजा) प्रथम, बालोद (मध्य क्षेत्र) द्वितीय एवं ओरछा नारायणपुर (बस्तर) तीसरे स्थान पर रहा।
- समूह नृत्य में प्रेमनगर सूरजपुर (सरगुजा) प्रथम, करपावंड (बस्तर) द्वितीय और गरियाबंद (मध्यक्षेत्र) तीसरे स्थान पर रहा।
- जनजातीय वाद्ययंत्र प्रतियोगिता में धमतरी (मध्य क्षेत्र) प्रथम, करपावंड (बस्तर) द्वितीय और पेटला (सरगुजा) तीसरे स्थान पर रहा।
- एकलगीत प्रतियोगिता में गरियाबंद (मध्य क्षेत्र) प्रथम, छेरीबेड़ा (बस्तर) द्वितीय एवं सहनपुर (सरगुजा) तीसरे स्थान पर रहा।
- चित्रकला प्रतियोगिता में शिवपुर (सरगुजा) प्रथम, कोरबा (मध्य क्षेत्र) द्वितीय एवं गोलावंड (बस्तर) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
- रंगमंच प्रतियोगिता में बलरामपुर (सरगुजा) प्रथम, मुगेली (मध्य क्षेत्र) द्वितीय एवं करपावंड (बस्तर) तीसरे स्थान पर रहा।
- इसके अलावा एकलव्य विद्यालय के शिक्षकों हेतु संगीत वर्ग में प्रतियोगिता आयोजित थी। इसमें वोकल क्लासिक संगीत में मैनपाट सरगुजा प्रथम, वोकल सेमीक्लासिक संगीत में ओड़गी सरगुजा प्रथम एवं गरियाबंद दूसरे स्थान पर रहे। लोकगीत में सूरजपुर सरगुजा प्रथम और वाद्ययंत्र संगीत में रायगढ़ प्रथम एवं सूरजपुर सरगुजा दूसरे स्थान पर रहे। सभी विजेताओं को प्रमाण-पत्र एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड के 18 उत्पादों को मिलेगा जीआई टैग | उत्तराखंड | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जीआई महोत्सव की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में बताया कि स्थानीय उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिये पहली बार उत्तराखंड में 17 से 21 नवंबर तक भौगोलिक संकेतांक (जीआई) महोत्सव आयोजित किया जाएगा। जल्द ही राज्य के 18 उत्पादों को जीआई टैग मिलेगा।
प्रमुख बिंदु
- कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि, बागवानी, नाबार्ड, उद्योग, सांस्कृतिक विभाग, सहकारिता, ग्राम्य विकास, पर्यटन विभाग के सहयोग से महोत्सव बनाया जाएगा। जीआई महोत्सव में केंद्र सरकार की ओर से उत्पादों के प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
- कृषि मंत्री ने महोत्सव में कृषि विश्वविद्यालय पंतनगर को शामिल करने के निर्देश दिये। इसके अलावा महोत्सव में छात्र- छात्राओं को जीआई टैग से संबंधित प्रतियोगिता और रैली निकाली जाएगी।
- इस महोत्सव का आयोजन केंद्र सरकार के जीआई रजिस्ट्री विभाग की ओर से देहरादून में किया जाएगा।
- विदित है कि राज्य के तेजपात, बासमती चावल, भोटिया दन, ऐपण कला, च्यूरा ऑयल, मुन्स्यारी की राजमा, रिंगाल क्राफ्ट, ताम्र उत्पाद, थुलमा को जीआई टैग मिल चुका है।
- राज्य के जिन 18 स्थानीय उत्पादों को जीआई टैग मिलेगा, वे हैं : मंडुवा, झंगोरा, गहत, लाल चावल, काला भट्ट, माल्टा, चौलाई, रामदाना, अल्मोड़ा की लखौरी मिर्च, पहाड़ी तोर दाल, बुरांश शरबत, आडू, लीची, बेरीनाग चाय, माल्टा, नेटल फाइबर, नैनीताल की मोमबत्ती, कुमाऊंनी पिछौड़ा, चमोली का मुखौटा तथा काष्ठ कला।
उत्तराखंड के 117 मदरसों में भी पढ़ाई जाएगी संस्कृत, लागू होगा एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम | उत्तराखंड | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
11 सितंबर, 2023 को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने बताया कि अब उत्तराखंड में स्थित 117 मदरसों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा। इसमें अन्य विषयों के साथ संस्कृत शिक्षा भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है। अब मुस्लिम समाज के लोग भी बदलाव चाहते हैं। मदरसों के अपग्रेडेशन से वे भी खुश हैं।
- इसी क्रम में उत्तराखंड के चार ज़िलों में चार मदरसों को आधुनिक शिक्षा की शुरुआत की जा रही है। वक्फ बोर्ड में पंजीकृत मदरसा हिफजुल कुरआन कुंजाग्रांट की कमेटी ने खुद को मॉडर्न मदरसा में शामिल करने का प्रस्ताव रखा, जिसे वक्फ बोर्ड ने मंज़ूरी दे दी है।
- इसी प्रकार वक्फ बोर्ड में पंजीकृत सभी मदरसों को चरणबद्ध तरीके से मॉर्डन मदरसा शिक्षा से जोड़ा जाएगा।
- विदित है कि एक मुस्लिम लड़की रजिया सुल्ताना ने संस्कृत में पीएचडी की है। रजिया संस्कृत में कुरान का अनुवाद कर रही है। रजिया को वक्फ बोर्ड की राज्य स्तरीय शिक्षा समिति में बतौर सदस्य शामिल किया जाएगा।
- बोर्ड में पंजीकृत मदरसों को मॉडर्न किया जा रहा है। इसमें बच्चों को स्मार्ट क्लास व आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ टैबलेट व कंप्यूटर भी मुहैया कराए जाएंगे।
व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये शुरू होगा ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल | उत्तराखंड | 12 Sep 2023
चर्चा में क्यों?
10 सितंबर, 2023 को उत्तराखंड के उप राज्य परियोजना के निदेशक प्रद्युम्न रावत ने बताया कि प्रदेश में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये 47 स्कूलों में ‘हब एंड स्पोक’ मॉडल शुरू होगा, जिससे इन स्कूलों के छात्र-छात्राओं की व्यावसायिक विषयों की पढ़ाई की राह आसान होगी।
प्रमुख बिंदु
- परियोजना के निदेशक प्रद्युम्न रावत ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से इस योजना को मंजूरी दी गई है। इसी महीने से राज्य में यह मॉडल शुरू हो जाएगा।
- योजना के तहत जिन स्कूलों में प्रयोगशाला नहीं है, उन स्कूलों के छात्र-छात्राओं को सरकार प्रयोगशाला तक आने-जाने के लिये हर साल परिवहन के लिये तीन हज़ार रुपए देगी। जबकि व्यावसायिक प्रशिक्षकों को मानदेय के अलावा हर महीने छह हज़ार रुपए अतिरिक्त मिलेंगे।
- शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में वर्तमान में दो सौ स्कूलों में व्यावसायिक शिक्षा दी जा रही है। इन स्कूलों से पाँच से सात किलोमीटर की दूरी के अन्य स्कूलों के छात्र-छात्राओं को भी अब व्यावसायिक शिक्षा का लाभ मिल सकेगा। इन स्कूलों में वोकेशनल ट्रेनर छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित करेंगे।
- इन सभी स्कूलों में टूरिज्म, एग्रीकल्चर, प्लंबर आदि विभिन्न आठ व्यावसायिक कोर्स चलाए जा रहे हैं।
- हब स्कूल ऐसे स्कूल हैं, जिनमें व्यावसायिक शिक्षा की प्रयोगशाला है। इन स्कूलों में वोकेशनल ट्रेनर भी हैं, जबकि स्पोक स्कूल, हब स्कूल के पाँच से सात किलोमीटर के दायरे में स्थित वे स्कूल हैं, जिनमें वोकेशनल ट्रेनर नहीं हैं, न ही व्यावसायिक शिक्षा की प्रयोगशाला है, इस योजना से इन स्कूलों को भी लाभ मिलेगा।