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छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 12 Sep 2023
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छत्तीसगढ़ सरकार का महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला

चर्चा में क्यों?

11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लेते हुए बालिकाओं और महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि के आरोपियों को सरकारी नौकरी से प्रतिबंधित कर दिया है। इस संबंध में राज्य सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। 

प्रमुख बिंदु   

  • उल्लेखनीय है कि बीते 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बालिकाओं और महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि के आरोपियों को शासकीय नौकरी से प्रतिबंधित करने की घोषणा की थी।  
  • सामान्य प्रशासन द्वारा सभी विभागों, राजस्व मंडल के अध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, संभागायुक्तों, कलेक्टरों को जारी निर्देश में कहा गया है कि शासकीय सेवा में नियुक्ति हेतु ऐसे अभ्यर्थी, जिनके विरूद्ध बालिकाओं एवं महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि से संबंधित नैतिक अधोपतन की श्रेणी में आने वाले अपराध जो कि भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 354, 376, 376क, 376ख, 376ग, 376घ, 509, 493, 496 एवं 498 तथा लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट), 2012 के अंतर्गत प्रकरण दर्ज हों, उन्हें शासकीय सेवाओं एवं पदों पर नियुक्ति हेतु प्रकरण के अंतिम निर्णय होने तक प्रतिबंधित किया जाए।  
  • राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (सेवा की सामान्य शर्तें) नियम, 1961 के नियम 6 के उप-नियम (4) में निम्नानुसार प्रावधान है कि कोई भी उम्मीदवार जिसे महिलाओं के विरूद्ध किसी अपराध का दोष सिद्ध ठहराया गया हो, किसी सेवा या पद पर नियुक्ति के लिये पात्र नहीं होगा। परंतु जहाँ तक किसी उम्मीदवार के विरूद्ध न्यायालय में ऐसे मामले लंबित हों तो उसकी नियुक्ति का मामला आपराधिक मामले का अंतिम विनिश्चय होने तक लंबित रखा जाएगा। 
  • गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं से संबंधित अपराधों की रोकथाम के लिये प्रशासनिक, व्यावहारिक और विधिक कई स्तरों पर तत्परता से काम किया है। प्रदेश के 547 थानों, चौकियों में महिला सेल की स्थापना की गई है, ताकि पीड़ित महिलाएँ नि:संकोच अपनी रिपोर्ट दर्ज करा सकें।  
  • ज़िला स्तर पर प्रत्येक ज़िले में महिला प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। प्रत्येक ज़िला मुख्यालय में घरेलू हिंसा एवं महिला उत्पीड़न की घटनाओं की रोकथाम हेतु महिला परामर्श केंद्र की स्थापना की गई है।  
  • राज्य के 04 बड़े ज़िले बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग तथा सरगुजा में महिला थाना स्थापित किया गया है। राज्य के 6 ज़िले रायपुर, दुर्ग, राजनांदगाँव, बिलासपुर, रायगढ़ तथा जांजगीर-चांपा में महिला विरुद्ध अपराध अनुसंधान ईकाई की स्थापना की गई है। 
  • राज्य पुलिस विभाग द्वारा महिला सुरक्षा हेतु अभिव्यक्ति ऐप भी लॉन्च किया गया है, जिसके एक लाख 85 हज़ार से अधिक पंजीकृत यूजर्स हैं।  
  • महिला सुरक्षा और अपराधों को नियंत्रण करने के उद्देश्य से सार्वजनिक स्थानों को चिन्हाकिंत कर संवेदनशील स्थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं। कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले यौन शोषण को रोके जाने के संबंध में प्रत्येक ईकाई में आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया गया है।  
  • बालिकाओं और युवतियों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये स्कूल-कॉलेज एवं संवेदनशील स्थानों पर महिला पुलिस पेट्रोलिंग टीम द्वारा लगातार गश्त किया जा रहा है। इसके साथ ही विशेषज्ञ अथवा प्रशिक्षित महिला पुलिस अधिकारियों के माध्यम से महिलाओं के विरूद्ध अपराधों की रोकथाम के लिये जागरूकता अभियान भी संचालित किया जा रहा है।


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17 दिसंबर को होगी ग्रेट छत्तीसगढ़ रन मैराथन

चर्चा में क्यों?

11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार हर वर्ष की तरह इस बार भी राजधानी के नवा रायपुर में 17 दिसंबर, 2023 को ग्रेट छत्तीसगढ़ रन मैराथन दौड़ का आयोजन होगा।  

प्रमुख बिंदु   

  • कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने राजधानी रायपुर में आयोजित समारोह में इस मैराथन के लिये प्रतिभागियों के पंजीयन की शुरूआत की।  
  • मैराथन में चार वर्गों छह किलोमीटर, दस किलोमीटर, 21 किलोमीटर और 42 किलोमीटर में आयोजित होगी।  
  • इस बार मैराथन छत्तीसगढ़ में मिलने वाले पक्षियों की थीम पर केंद्रित होगी। इस मैराथन में साढ़े तीन हज़ार से अधिक धावकों के शामिल होने की उम्मीद है।   
  • मैराथन का आयोजन लेट्स रन संस्था द्वारा ज़िला प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा। लेट्स रन संस्था द्वारा छत्तीसगढ़ में पिछले सात सालों से लगातार ऐसी मैराथन का आयोजन उत्साह और जोश के साथ किया जा रहा है। इस बार मैराथन का यह आठवाँ संस्करण होगा।  
  • संस्था लेट्स रन व्यवसायिक धावकों ही नहीं बल्कि दौड़ से जुड़े समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों का समूह है। दौड़ से शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने का विश्वास करने वाले हर वर्ग और उम्र के लोग इस संस्थान से जुड़े है और वर्ष में तीन-चार ऐसी छोटी-बड़ी मैराथन दौड़ों का आयोजन कराते रहते हैं।  
  • संस्था के डायरेक्टर डॉ. विनय तिवारी ने बताया कि हर साल ग्रेट छत्तीसगढ़ रन राज्य की एक विशेषता को थीम बनाकर आयोजित की जाती है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ में मिलने वाले पक्षियों (चिड़ियों) को थीम के रूप में चिन्हांकित किया गया है।  
  • उन्होंने यह भी बताया कि इस मैराथन दौड़ से पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजगता और छत्तीसगढ़ की जैवविविधता को बचाने के लिये सामूहिक प्रयास का संदेश भी दिया जाएगा।


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एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय साहित्यिक प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग बना ओवरऑल चैंपियन

चर्चा में क्यों?

11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण, आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के तत्वावधान में प्रयास आवासीय विद्यालय सड्डू रायपुर संपन्न हुई एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय साहित्यिक प्रतियोगिता में बिलासपुर संभाग ओवरऑल चैंपियन बना। 

प्रमुख बिंदु   

  • इस साहित्यिक प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र अधिकतर साहित्यिक विधाओं में प्रथम रहा, जबकि सरगुजा संभाग ने दूसरा और बस्तर संभाग ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।  
  • इस प्रतियोगिता में भाषण, एक्सटेम्पोर, वाद-विवाद, कहानी सुनाना, रचनात्मक लेखन, संस्कृत श्लोक, हिन्दी काव्य पाठ, अंग्रेजी कविता, अंग्रेजी प्रश्नोत्तरी, अंग्रेजी स्पेल बी जैसी कुल 10 साहित्यिक विधाओं में प्रतियोगिता आयोजित की गई।  
  • सीनियर वर्ग की हिन्दी भाषा प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र संभाग की प्रतिमा, जूनियर भाषण, प्रतियोगिता हिन्दी में अनामिका, अंग्रेजी भाषण सीनियर वर्ग में जीविका दीवान और अंग्रेजी भाषण जूनियर वर्ग में बस्तर संभाग की प्रसिद्धि ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 
  • एक्सटेम्पोर विधा के हिन्दी सीनियर वर्ग में सरगुजा से तपेश्वर साय, अंग्रेजी सीनियर वर्ग में मध्य क्षेत्र से ईशिका, वाद-विवाद सीनियर वर्ग की प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र से जयप्रकाश सिदार और अंग्रेजी सीनियर वर्ग में बस्तर से तेजेश्वरी मांझी विजेता रहीं।  
  • कहानी सुनाने की प्रतियोगिता में सरगुजा से हिन्दी में अदिति भगत और अंग्रेजी में आश्रित तिर्की प्रथम रहीं।  
  • रचनात्मक लेखन हिन्दी की प्रतियोगिता में मध्य क्षेत्र से राघवेंद्र और अंग्रेजी में बस्तर से राखी मडकम प्रथम रहे।  
  • संस्कृत श्लोक की प्रतियोगिता में बस्तर की प्राची मेरिया, हिन्दी काव्य पाठ में सरगुजा की एनजीलियन तिर्की, अंग्रेजी कविता में सरगुजा की दीपिका, अंग्रेजी प्रश्नोत्तरी में मध्य क्षेत्र की अनिला एवं शशिकला, स्पेल बी में मध्य क्षेत्र की स्मिता कंवर और आंचल पुलस्त ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।  
  • सभी विजेताओं को प्रमाण-पत्र एवं प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागी 3 से 6 अक्तूबर तक देहरादून में आयोजित राष्ट्रीय सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रतियोगिता में शामिल होंगे। 

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एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में सरगुजा संभाग बना ओवरऑल चैंपियन

चर्चा में क्यों?  

11 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण, आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के तत्वावधान में संपन्न हुई एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में सरगुजा संभाग ओवरऑल चैंपियन बना।  

प्रमुख बिंदु   

  • छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय आदिम जाति कल्याण, आवासीय एवं आश्रम शैक्षणिक संस्थान समिति के तत्वावधान में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान निमोरा रायपुर में और बौद्धिक प्रतियोगिता का आयोजन प्रयास आवासीय विद्यालय, सडडू रायपुर में हुआ।  
  • इन प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागी 3 से 6 अक्टूबर तक देहरादून में आयोजित राष्ट्रीय सांस्कृतिक और साहित्यिक प्रतियोगिता में शामिल होंगे। 
  • सांस्कृतिक प्रतियोगिता में सरगुजा संभाग ने बाजी मारी। सरगुजा संभाग समूहगान, समूह नृत्य, चित्रकारी, रंगमंच में प्रथम रहने के साथ-साथ शिक्षक वर्ग की संगीत प्रतियोगिता-वोकल क्लासिक, वोकल सेमीक्लासिक एवं लोकगीत में भी प्रथम स्थान पर रहा। दूसरे स्थान पर मध्य क्षेत्र एवं तीसरे स्थान पर बस्तर संभाग रहा।  
  • प्रतियोगिता के आयोजन के संबंध में जानकारी देते हुए उपायुक्त प्रज्ञान सेठ ने बताया कि इसका मुख्य उददेश्य बच्चों के संर्वागीण विकास हेतु शिक्षा के साथ-साथ उनमें सांस्कृतिक एवं बौद्धिक क्षमता विकसित करना है, ताकि उन्हें अपने सांस्कृतिक एवं साहित्यिक मूल्यों का सही ज्ञान हो सके। 
  • राज्य स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता में समूह गान, समूह नृत्य, जनजातीय वाद्ययंत्र बजाना, अर्द्धशास्त्रीय एकल गीत, चित्रकारी, रंगमंच एवं शिक्षकों का संगीत कार्यक्रम हुआ।  
  • एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों की राज्य स्तरीय सांस्कृतिक एवं बौद्धिक प्रतियोगिता के अंतर्गत समूह गान में सहनपुर (सरगुजा) प्रथम, बालोद (मध्य क्षेत्र) द्वितीय एवं ओरछा नारायणपुर (बस्तर) तीसरे स्थान पर रहा।  
  • समूह नृत्य में प्रेमनगर सूरजपुर (सरगुजा) प्रथम, करपावंड (बस्तर) द्वितीय और गरियाबंद (मध्यक्षेत्र) तीसरे स्थान पर रहा।  
  • जनजातीय वाद्ययंत्र प्रतियोगिता में धमतरी (मध्य क्षेत्र) प्रथम, करपावंड (बस्तर) द्वितीय और पेटला (सरगुजा) तीसरे स्थान पर रहा।
  • एकलगीत प्रतियोगिता में गरियाबंद (मध्य क्षेत्र) प्रथम, छेरीबेड़ा (बस्तर) द्वितीय एवं सहनपुर (सरगुजा) तीसरे स्थान पर रहा।  
  • चित्रकला प्रतियोगिता में शिवपुर (सरगुजा) प्रथम, कोरबा (मध्य क्षेत्र) द्वितीय एवं गोलावंड (बस्तर) ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।  
  • रंगमंच प्रतियोगिता में बलरामपुर (सरगुजा) प्रथम, मुगेली (मध्य क्षेत्र) द्वितीय एवं करपावंड (बस्तर) तीसरे स्थान पर रहा।  
  • इसके अलावा एकलव्य विद्यालय के शिक्षकों हेतु संगीत वर्ग में प्रतियोगिता आयोजित थी। इसमें वोकल क्लासिक संगीत में मैनपाट सरगुजा प्रथम, वोकल सेमीक्लासिक संगीत में ओड़गी सरगुजा प्रथम एवं गरियाबंद दूसरे स्थान पर रहे। लोकगीत में सूरजपुर सरगुजा प्रथम और वाद्ययंत्र संगीत में रायगढ़ प्रथम एवं सूरजपुर सरगुजा दूसरे स्थान पर रहे। सभी विजेताओं को प्रमाण-पत्र एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया।

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