राजस्थान Switch to English
उतर भारत का प्रसिद्ध गोगाजी मेला ध्वजारोहण के साथ हुआ शुरू
चर्चा में क्यों?
11 अगस्त, 2022 को देवस्थान, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत ने सांप्रदायिक सद्भावना के प्रतीक उत्तर भारत के प्रसिद्ध गोगामेड़ी मेले का पूजा-अर्चना के बाद ध्वजारोहण कर विधिवत् रूप से शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- मेला शुभारंभ के मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री शकुंतला रावत ने गोगाजी मंदिर के सामने लगी अस्थाई वैरीकेटिंग को स्थाई करने, मंदिर के सामने मुख्य गेट तक इंटरलॉक सड़क बनाने व पक्के शेड बनाने की घोषणा की।
- गौरतलब है कि राजस्थान के पाँच पीरों में से एक लोकपूज्य देवता गोगाजी की याद में प्रतिवर्ष गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) में श्रावण शुक्ल पूर्णिमा से लेकर भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा तक विशाल मेला लगता है।
- वीर गोगाजी नागवंशीय चौहानों के वंशज राजा जेवर सिंह के पुत्र थे। मान्यता है कि इनका जन्म गुरु गोरखनाथ जी के आशीर्वाद से हुआ था। इन्हें राजस्थान में सर्पों के देवता के रूप में पूजा जाता है।
- इनका जन्म राजस्थान में चूरू ज़िले के राजगढ़ तहसील के ददरेवा में विक्रम संवत् सन् 1003 में हुआ था। इन्हें महमूद गज़नवी का समकालीन माना जाता है।
- जाहरवीर गोगाजी उत्तर भारत में लोकप्रिय देवता हैं। गोगाजी को राजस्थान के अतिरिक्त गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में भी लोकदेवता के रूप में पूजा जाता है।
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