नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 11 Jul 2023
  • 0 min read
  • Switch Date:  
मध्य प्रदेश Switch to English

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने घोषित किये कायाकल्प अवार्ड

चर्चा में क्यों?

10 जुलाई, 2023 को मध्य प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने वर्ष 2023 के कायाकल्प अवार्ड की घोषणा की।  

प्रमुख बिंदु  

  • वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सभी ज़िला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अवार्ड की जानकारी देते हुए डॉ. चौधरी ने कहा कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में दोगुने से अधिक संस्थाओं को कायाकल्प अवार्ड दिये जाएंगे। 
  • स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि वर्ष 2022 में 395 संस्थाओं को 4 करोड़ 50 लाख रुपए के कायाकल्प अवार्ड दिये गए थे। इस वर्ष 778 संस्थाओं को 6 करोड़ 12 लाख रुपए के कायाकल्प अवार्ड दिये जाएंगे।  
  • अवार्ड की कुल राशि में से 75 प्रतिशत राशि संस्था के सुदृढ़ीकरण में उपयोग में लाई जाती है और 25 प्रतिशत राशि संस्थाओं के कर्मचारियों को इंसेंटिव के रूप में दी जाती है। 
  • स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने ज़िला अस्पताल अनूपपुर और रतलाम को संयुक्त रूप से 25-25 लाख रुपए का प्रथम कायाकल्प अवार्ड देने की घोषणा की।  
  • प्रथम रनरअप ज़िला अस्पताल सीहोर को 20 लाख रुपए और द्वितीय रनरअप ज़िला अस्पताल दमोह को 10 लाख रुपए के अवार्ड दिये जाने की घोषणा की।  
  • बेस्ट ईको-फ्रेंडली ज़िला अस्पताल विदिशा को 10 लाख रुपए के अवार्ड दिये जाने की घोषणा की गई। 
  • सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर ज़िला सतना को सिविल अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में 15 लाख रुपए का पहला और बेस्ट ईको-फ्रेंडली चिकित्सालय का 5 लाख रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की गई।  
  • सिविल अस्पताल/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की श्रेणी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जावर ज़िला सीहोर को 10 लाख रुपए का रनरअप कायाकल्प अवार्ड देने की घोषणा की गई।
  • प्रदेश के 43 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रथम कायाकल्प अवार्ड देने की घोषणा की गई। इनमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कनाड़ (आगर-मालवा), उबलार (अलीराजपुर), भानेगाँव (बालाघाट), भवाती (बड़वानी), देहरी अमढाना (बैतूल), मिहोना (भिंड), नजीराबाद (भोपाल), निम्बोला (बुरहानपुर), गढ़ी-मलहरा (छतरपुर), मांगुरली (छिंदवाड़ा), जेरथ (दमोह), सोनागिर (दतिया), बैजगवाड़ा (देवास), गढ़ासारसी (डिंडोरी), मकसूदनगढ़ (गुना), चिनोर (ग्वालियर), रहटगाँव (हरदा), क्षिप्रा (इंदौर), गोसलपुर (जबलपुर), काकनवानी (झाबुआ), पुरनी (खंडवा), करही और बांगरदा (खरगोन), समनापुर (मंडला), टकरवाड़ (मंदसौर), सुमावली (मुरैना), सेमरी हरचंद (नर्मदापुरम), सिंगपुर (नरसिंहपुर), डिकेन (नीमच), देवनगर (रायसेन), माचलपुर (राजगढ़), धारड़ (रतलाम), रेहट (रीवा), जैतवाड़ा (सतना), वीरपुर डेम (सीहोर), पलारी (सिवनी), टेहकी (शहडोल), मक्सी (शाजापुर), दुर्गापुरी (श्योपुर), लुकवासा (शिवपुरी), उन्हेल (उज्जैन), करकेली (उमरिया) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुलाबगंज (विदिशा) शामिल हैं।
  • शहरी स्वास्थ्य केंद्र में संभाग स्तर पर प्रथम पुरस्कार के लिये मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक पिपलानी (भोपाल), सुभाष नगर (इंदौर), गोल पहाड़िया (ग्वालियर), उज्जैन संभाग से इटावा (देवास), जबलपुर संभाग में कोलीपाथर (जबलपुर), रीवा संभाग से हनुमान नगर (सतना) और सागर संभाग से शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मकरोनिया को पुरस्कार देने की घोषणा की गई। 
  • हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर श्रेणी में 30 संस्थाओं को विनर घोषित किया गया। इनमें रायपुर (भोपाल), पनवारी (छतरपुर), गढ़ाघाट (जबलपुर), कुचवाही (सीधी), पिचोड़ी (बड़वानी), बंडीखुर्द (शहडोल), कजलाना (इंदौर), छिपोन (गुना), अमलाई (अनूपपुर), बिलढाना (विदिशा), नन्हीं टेहरी (टीकमगढ़), चांदनिया (उमरिया), बगवाड़ा (सीहोर), बरखेड़ा सेतु (रायसेन), गोरही (सतना), सेजी (अशोकनगर), निगोरी (डिंडोरी), पंजरकाला (नर्मदापुरम), अहमदपुर खैगाँव (खंडवा), हिरनखेड़नी (राजगढ़), इच्छापुर (बुरहानपुर), पटना बुजुर्ग (सागर), रूपगढ़ (झाबुआ), मकडाबदा (श्योपुर), डबाडी (अलीराजपुर), नरसिंहगढ़ (दमोह), इंदरी (मंडलाला), बड़ागाँव (पन्ना), सिद्धिकला (सिंगरोली) और बोटलगंज (मंदसौर) को पुरस्कार देने की घोषणा की गई।  
  • विजेता संस्थाओं के अतिरिक्त मानदंडों के अनुरूप 70 प्रतिशत से अधिक स्कोर करने वाली संस्थाओं को सांत्वना पुरस्कार दिये जाने की घोषणा भी की गई। 
  • उल्लेखनीय है कि प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थाओं को सुदृढ़ बनाने और नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने के प्रयासों की श्रृंखला में कायाकल्प अवार्ड एक महत्त्वपूर्ण कड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के अनुक्रम में प्रदेश में स्वास्थ्य संस्थाओं में साफ-सफाई रखने और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिये वर्ष 2015 से कायाकल्प अवार्ड प्रारंभ किये गए।  
  • अस्पतालों के परिसर में साफ-सफाई रखने और स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने की गुणवत्ता की विशेषज्ञों के दल द्वारा जाँच के बाद निर्धारित मानदंड अनुसार स्वास्थ्य संस्थाओं को नंबर दिये जाते हैं। सर्वाधिक नंबर पाने वाले अस्पताल को प्रथम पुरस्कार के लिये चयनित किया जाता है।  
  • ज़िला अस्पताल, सिविल/सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की 5 श्रेणी में कायाकल्प अवार्ड दिये जाते हैं।  


 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow