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मंगल पांडे
चर्चा में क्यों?
महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे को उनकी पुण्य तिथि पर स्मरण।
- उन्हें '1857 के भारतीय विद्रोह' का प्रणेता माना जाता है।
मुख्य बिंदु:
- उनका जन्म 19 जुलाई, 1827 को फ़ैज़ाबाद के पास एक कस्बे में हुआ था जो अब पूर्वी उत्तर प्रदेश है।
- वह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री में शामिल हुए।
- उन्होंने जानवरों की चर्बी वाले कारतूसों को पेश करने के लिये ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ विद्रोह किया क्योंकि इससे सैनिकों की धार्मिक भावनाएंँ आहत होती थीं।
- आखिरकार, विद्रोहियों का यह आंदोलन भारत के अन्य हिस्सों तक पहुँच गया और जिसके कारण सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विद्रोह हुआ।
- विरोध और विद्रोह के आंदोलन को वर्ष 1857 के सिपाही विद्रोह के रूप में जाना जाता है, जिसे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भी कहा जाता है।
- 29 मार्च, 1857 को पांडे और उनके साथी सिपाहियों ने ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ विद्रोह कर दिया तथा उन्हें गोली मारने का भी प्रयास किया। इसके परिणामस्वरूप उन्हें 8 अप्रैल, 1857 को बैरकपुर में फाँसी दे दी गई।
- अक्तूबर 1984 में, उनके प्रयासों को श्रद्धांजलि के रूप में भारत सरकार ने उनकी छवि के साथ एक डाक टिकट जारी किया।
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टोंस नदी
चर्चा में क्यों?
हाल ही में उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के एक गाँव में दो लोग टोंस नदी में डूब गए।
मुख्य बिंदु:
- टोंस यमुना की सबसे बड़ी सहायक नदी है। यह उत्तराखंड में गढ़वाल क्षेत्र से होकर हिमाचल प्रदेश को छूती हुई बहती है।
- यह सबसे प्रमुख बारहमासी भारतीय हिमालयी नदियों में से एक है।
- इसका उद्गम उत्तराखंड के बंदरपूंछ पर्वत से 6,315 मीटर की ऊँचाई पर होता है।
- इसमें यमुना से भी अधिक जल होता है जो यह उत्तराखंड के देहरादून के पास कालसी के नीचे मिलती है।
- पब्बर और आसन नदियाँ टोंस नदी की मुख्य सहायक नदियाँ हैं।
- आसन दो छोटी नदी प्रणालियों का संगम है, एक में हिमालय शृंखला से दक्षिण की ओर विकास नगर से टिहरी की ओर (केंद्र में मसूरी के साथ) बहने वाली धाराएँ शामिल हैं और दूसरी में निचली शिवालिक पहाड़ियों (जो देहरादून और सहारनपुर ज़िलों को अलग करती हैं) से उत्तर-पश्चिम की ओर बहने वाली धाराएँ शामिल हैं।
यमुना नदी
- यमुना नदी उत्तर भारत में गंगा की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है।
- यह विश्व के व्यापक जलोढ़ मैदानों में से एक यमुना-गंगा मैदान का एक अभिन्न भाग है।
- इसका स्रोत निचली हिमालय पर्वतमाला में बंदरपूंँछ शिखर के दक्षिण-पश्चिमी किनारों पर 6,387 मीटर की ऊँचाई पर यमुनोत्री ग्लेशियर में स्थित है।
- यह उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली से प्रवाहित होते हुए उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में संगम (जहाँ कुंभ मेला आयोजित होता है) स्थल पर गंगा में मिल जाती है।
- महत्त्वपूर्ण बाँध हैं: लखवार-व्यासी बाँध (उत्तराखंड), ताज़ेवाला बैराज बाँध (हरियाणा) आदि।
- महत्त्वपूर्ण सहायक नदियाँ: चंबल, सिंध, बेतवा और केन।
- यमुना नदी से संबंधित सरकारी पहल:
- यमुना एक्शन प्लान
- फरवरी 2025 तक यमुना को साफ करने के लिये दिल्ली सरकार की छह सूत्री कार्य योजना
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प्रयागराज में नए ट्रांसफार्मर
चर्चा में क्यों?
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) के अनुसार, वे ज़िले के शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों को कवर करते हुए प्रयागराज में चौबीसों घंटे विद्युत आपूर्ति की गारंटी दे रहे हैं।
मुख्य बिंदु:
- खराब ट्रांसफार्मरों के कारण होने वाली विद्युत कटौती को रोकने के लिये प्रयागराज के शहरी क्षेत्र को 294 नए ट्रांसफार्मर मिले हैं।
- विद्युत आपूर्ति बढ़ाने के लिये शहर में दो अतिरिक्त उप-स्टेशनों का निर्माण किया जाना था, जिसमें मालवा में एक स्टेशन अप्रैल 2024 से परिचालन शुरू करने के लिये तैयार था।
- खराब विद्युत तारों से होने वाली विद्युत खराबी को कम करने के भी प्रयास किये गए हैं।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL)
- यह उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड का सह-उत्तराधिकारी है, जिसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में विद्युत वितरण करना है।
- इसकी स्थापना 5 जुलाई 2003 को हुई थी, इसका मुख्यालय वाराणसी में है।
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धरोहर काशी की
चर्चा में क्यों?
भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन (IMF) ने वाराणसी के हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों को प्रदर्शित करने व समर्थन करने के लिये 13 एवं 14 अप्रैल, 2024 को दो दिवसीय भव्य कार्यक्रम 'धरोहर काशी की' निर्धारित किया है।
मुख्य बिंदु:
- राज्यसभा सदस्य और IMF के संयोजक सतनाम सिंह संधू के अनुसार, 20 से अधिक देशों के राजदूत नाव अभियान के माध्यम से काशी विश्वनाथ धाम तथा राजसी रिवरफ्रंट का दौरा करेंगे तथा गंगा आरती देखेंगे।
- प्रसिद्ध फैशन डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा द्वारा आयोजित 'बनारसी साड़ी - भारतीय विरासत और कुशल कारीगरों का मिश्रण' नामक फैशन शो नमो घाट पर होने वाला है।
- इसमें बॉलीवुड कलाकार कृति सेनन और रणवीर सिंह रनवे पर वाराणसी के शिल्प का प्रदर्शन करेंगे।
- फैशन शो के दौरान मशहूर भोजपुरी गायक और अभिनेता रवि किशन द्वारा सांस्कृतिक एवं संगीतमय प्रस्तुति दी जाएगी।
- IMF द्वारा प्रतिष्ठित बुनकरों को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी, जिन्होंने काशी के उत्कृष्ट शिल्प की उन्नति और सुरक्षा में बहुत बड़ा योगदान दिया है।
भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन (IMF)
- IMF एक गैर-सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने की थी।
- इसका मुख्य उद्देश्य अल्पसंख्यक समूहों के बीच उनके साझा इतिहास, संस्कृति और राष्ट्र में योगदान को उजागर करके व नागरिक जीवन में सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित कर राष्ट्रीय गौरव की भावना को बढ़ावा देना है
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