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वन विहार राष्ट्रीय उद्यान में 1652 वन्य-प्राणी
चर्चा में क्यों?
11 मार्च, 2022 को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू, भोपाल के संचालक एच.सी. गुप्ता ने बताया कि वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू में स्वतंत्र रूप से विचरण करने वाले और बाड़ों में रखे गए शाकाहारी वन्य-प्राणियों की संख्या 1652 है।
प्रमुख बिंदु
- संचालक ने बताया कि इस साल 24, 25 और 26 फरवरी को की गई गणना में स्वतंत्र विचरण करने वाले 1516 वन्य-प्राणी पाए गए। इनमें 522 चीतल, 362 सांभर, 81 नीलगाय, 90 जंगली सूअर, 257 मोर, 51 सियार, 60 लंगूर, 71 काले हिरण, 3 चौसिंगा, 3 सेही, 11 बारहसिंगा, 3 जंगली बिल्ली और एक-एक चिंकारा एवं पेगोलिन शामिल हैं।
- पिछले 3 वर्ष में चीतल, जंगली सूअर, मोर, लंगूर, बारहसिंगा, घड़ियाल और पहाड़ी कछुओं आदि की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष अब तक 38 चीतल गांधी सागर, मंदसौर और सिवनी अभयारण्य स्थानांतरित किये गए हैं।
- उद्यान में 3 सिंह, 13 बाघ, 1 सफेद बाघ, 10 तेंदुआ, 20 भालू, 1 हायना, 13 मगर, 2 गौर (वायसन), 28 पहाड़ी कछुआ, 33 जलीय कछुआ और 6 घड़ियाल पाए गए हैं। 6 वन्य-प्राणी क्वारेंटाइन सेंटर में गए गये हैं। इनमें 1 तेंदुआ और 5 अफ्रीकन कछुआ (कोर्ट केस) शामिल हैं।
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राष्ट्रीय युवा संसद में भोपाल की रागेश्वरी अंजना को मिला प्रथम स्थान
चर्चा में क्यों?
11 मार्च, 2022 को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव (एनवाईपीएफ) के तीसरे संस्करण के समापन समारोह में संस्करण के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। इनमें भोपाल की रागेश्वरी अंजना ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
प्रमुख बिंदु
- प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय युवा संसद, युवाओं को संसदीय प्रक्रियाओं और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से परिचित कराने के लिये एक अभिनव कार्यक्रम है।
- राष्ट्रीय युवा संसद महोत्सव 2022 में राजस्थान के डूंगरपुर के सिद्धार्थ जोशी ने द्वितीय और बठिंडा की अमरप्रीत कौर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
- राष्ट्रीय युवा संसद में रागेश्वरी ने ‘राष्ट्र निर्माण में देशभक्ति की भावना का महत्त्व’विषय पर अपने विचार रखे। रागेश्वरी बीयूआईटी, भोपाल की छात्रा हैं, वे एनएसएस कैडेट कोर की सदस्य भी हैं।
- एनवाईपीएफ का आयोजन उन युवाओं के विचार जानने के लिये किया जाता है, जो आने वाले वर्षों में सार्वजनिक सेवाओं सहित विभिन्न करियर में शामिल होंगे।
- एनवाईपीएफ का पहला संस्करण 12 जनवरी से 27 फरवरी, 2019 तक तथा दूसरा संस्करण 23 दिसंबर, 2020 से 12 जनवरी, 2022 तक आयोजित किया गया था।
- एनवाईपीएफ का तीसरा संस्करण 14 फरवरी, 2022 को ज़िला स्तर पर वर्चुअल माध्यम से शुरू किया गया था। 23 से 27 फरवरी, 2022 तक देश भर के 2.44 लाख से अधिक युवाओं ने ज़िला युवा संसदों के बाद राज्य युवा संसदों में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।
- शीर्ष तीन राष्ट्रीय विजेताओं को प्रमाण-पत्र और पुरस्कार (क्रमश: 2,00,000 रुपए, 150,000 रुपए तथा 100,000 रुपए) प्रदान किया गया तथा 2 प्रतिभागियों को 50,000 रुपए का सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
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