मुंगेर में गंगा नदी पर निर्मित रेल-सह-सड़क पुल की पहुँच पथ परियोजना का लोकार्पण | बिहार | 12 Feb 2022
चर्चा में क्यों?
11 फरवरी, 2022 को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बिहार राज्य के मुंगेर में गंगा नदी पर ‘रेल-सह-सड़क पुल’की पहुँच पथ परियोजना का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- मुंगेर में राष्ट्रीय राजमार्ग 333बी पर गंगा नदी के ऊपर निर्मित रेल-सह-सड़क पुल के लिये 14.5 किमी लंबी पहुँच सड़क को कुल 696 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया गया है।
- यह ‘रेल-सह-सड़क पुल’बिहार में गंगा नदी पर निर्मित तीसरा रेल-सह-सड़क पुल है, जो मुंगेर-जमालपुर शहरों को बेगूसराय, खगड़िया और उत्तर बिहार के विभिन्न ज़िलों से जोड़ेगा।
- 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी ने रेल-सह-सड़क पुल की नींव रखी थी। बिहार के वर्तमान सीएम नीतीश कुमार उस समय वाजपेयी सरकार में रेल मंत्री थे।
- इस पुल की मांग बहुत लंबे समय से की जा रही थी, जिसे निम्न प्रकार देखा जा सकता है-
- 1953 में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भी मुंगेर के लोगों से वादा किया था कि नदी पर एक पुल का निर्माण किया जाएगा।
- 1971 में इंदिरा गांधी ने एक चुनाव प्रचार के दौरान इसी तरह के आश्वासन दोहराए थे।
- रेल-सह-सड़क पुल को अंतत: 1997-98 के रेल बजट में (पूरक अनुदान के माध्यम से) सांकेतिक आवंटन प्राप्त हुआ।