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स्टेट पी.सी.एस.

  • 12 Jan 2023
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बिहार Switch to English

पटना पहुँचा जर्मनी से मंगाया गया थ्री-डी डोम स्क्रीन

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को जर्मनी से मंगाया गया नया थ्री-डी डोम स्क्रीन तारामंडल पटना पहुँच गया। इसके लगने से जल्द ही पटना के लोगों को तारामंडल में थ्री-डी स्क्रीन पर तारों की दुनिया को देखने और समझने का अवसर मिलेगा।

प्रमुख बिंदु

  • पटना के तारामंडल के आधुनिकीकरण की ज़िम्मेदारी जर्मन कंपनी कालजाइज को दिया गया है। अगले सप्ताह से कालजाइज व एनसीएसएम की टीम थ्री-डी डोम स्क्रीन के अलग-अलग पैनल को इंस्टॉल करेगी। इससे तारामंडल का प्रोजेक्शन सिस्टम पूर्ण रूप से डिजिटलाइज हो जाएगा।
  • लगभग 34 करोड़ रुपए से आधुनिकीकरण होने से यहाँ सौरमंडल पर बनी वर्ल्ड क्लास फिल्में देख सेंकेगे। इसके साथ ही लेजर प्रोजेक्टर आरजीबी किरणों को कंप्यूटर के माध्यम से मिश्रित कर थ्री-डी शो के लिये वास्तविक रंगों का निर्माण करेगा।
  • दर्शकों की सुविधा के लिये सीटिंग एरेंजमेंट में भी बदलाव किया जाएगा, जो पहले के मुकाबले और भी आरामदायक होगा।
  • तारामंडल के प्रोजेक्ट एंड प्रोग्रामिंग डायरेक्टर अनंत कुमार ने बताया कि अगले सप्ताह से थ्री-डी स्क्रीन को इंस्टॉल करना शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद साइड वॉल और सीटिंग एरेंजमेंट की व्यवस्था की जाएगी। अप्रैल 2023 के पहले सप्ताह तक दर्शक यहाँ नये अंदाज में तारों की दुनिया से रूबरू हो सकेंगे।
  • तारामंडल के आधुनिकीकरण के साथ ही यहाँ आने वाले विजिटर्स के लिये अलग से स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी गैलरी तैयार की जाएगी। तारामंडल भवन के पहले तल्ले पर करीब 600 वर्गफुट में दो करोड़ रुपए से इस नयी गैलरी का निर्माण किया जाएगा। इस गैलरी में लोगों को अंतरिक्ष, गैलेक्सी, तारा और सौरमंडल के बारे में मल्टीमीडिया पैनल और इंटरेक्टिव प्रदर्शों के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
  • स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी गैलरी का डिजाइन राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद की टीम द्वारा किया गया है। गैलेरी के निर्माण में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल करते हुए एलइडी स्क्रीन, लेजर बेस्ड प्रोजेक्टर व अपडेटेड डिस्पले टेक्निक का इस्तेमाल किया जाएगा।

राजस्थान Switch to English

लीगल एड डिफेंस काउसिंल सिस्टम का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को मुख्य न्यायाधिपति एवं मुख्य संरक्षक, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण पंकज मित्थल ने न्यु हाइकोर्ट बिल्डिंग में राजस्थान के 23 न्यायक्षेत्रों में लीगल एड डिफेंस काउसिंल सिस्टम का शुभारंभ किया। शेष 13 न्यायक्षेत्रों में सिस्टम की प्रक्रिया अभी विचाराधीन है।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्य न्यायाधिपति ने कहा कि लीगल एड डिफेंस काउसिंल सिस्टम राज्य में कमजोर एवं वंचित वर्ग के व्यक्तियों को फौजदारी मामलों में सक्षम एवं प्रभावी विधिक सहायता प्रदान कराने तथा उनकी न्याय तक पहुँच को सुगम बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
  • मुख्य न्यायाधिपति ने कहा कि लीगल एड डिफेंस काउंसिल सिस्टम लागू करने का विचार यूरोप के पब्लिक डिफेंडर सिस्टम के समकक्ष है। इसके माध्यम से समाज के कमजोर एवं वंचित वर्ग के पात्र व्यक्तियों को फौजदारी मामलों में ढाँचागत सक्षम एवं प्रभावी विधिक सेवाएँ उपलब्ध करवाकर उनकी न्याय तक पहुँच को अधिक सुगम बनाया जा सकेगा।
  • उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सेवा प्राधिकरण द्वारा लीगल एड डिफेंस काउसिंल सिस्टम को देश में 22 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों के 365 ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरणों में प्रारंभ किया जा रहा है।
  • इसके अंतर्गत प्रथम फेज में राजस्थान के समस्त 36 न्यायक्षेत्रों में लीगल एड डिफेंस काउसिंल सिस्टम को प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया गया है।

मध्य प्रदेश Switch to English

प्रधानमंत्री ने किया इंदौर में सातवीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का वर्चुअल शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिलियेंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर में सातवीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस समिट का समापन 12 जनवरी को होगा।

प्रमुख बिंदु

  • ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट रूप से शामिल हुए और संबोधन दिये।
  • अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे मजबूत मैक्रोइकोनॉमिक फंडामेंटल्स दुनिया का नेतृत्व करने में सक्षम है। आज भारत विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। आगामी चार-पाँच वर्ष में भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। यह वैश्विक पटल पर भारत का दशक नहीं, बल्कि भारत की शताब्दी है।
  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर में हो रही यह समिट सही अर्थ में वैश्विक है। इस समिट में जहाँ सूरीनाम और गुयाना के राष्ट्रपति आए हैं, वहीं समिट में मॉरीशस के वित्त मंत्री, बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री, जिंबॉब्वे के खनिज मंत्री भी आए हैं। विश्व के 33 देश के प्रतिनिधि तथा कुल 84 देश के 431 डेलिगेट्स आए हैं।
  • ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दूसरे दिन प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिये 9 सेशन में निवेशकों से चर्चा होगी। मध्य प्रदेश से निर्यात को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। इसके साथ ही अन्य सेशन में सामाजिक बुनियादी ढाँचे के विकास के लिये वित्तीय सहायता, एक्सेस मध्य प्रदेश कंपलीट बिजनेस साल्यूशन विषय पर भी निवेशकों से चर्चा होगी। एक अन्य सेशन में इंडिया, इजराइल, यूएसए और यूएई (12 यू 2) समूह साझा निवेश पर भी चर्चा होगी।
  • समिट के दूसरे दिन सेशन में प्रमुख रूप से भारत की 5 ट्रिलियन की इकॉनामी में मध्य प्रदेश का योगदान, एयरो स्पेस और डिफेंस के क्षेत्र में मध्य प्रदेश में संभावनाएँ, भारत में मैन्युफैक्चरिंग को गति देने में मध्य प्रदेश का योगदान और शिक्षा और कौशल विकास पर मध्य प्रदेश में बेहतर निवेश की संभावना विषय पर निवेशकों के बीच चर्चा होगी।
  • विशेष सेशन में मध्य प्रदेश में स्टार्ट-अप के लिये अनुकूल वातावरण पर चर्चा होगी। इन सभी सेशन में विषय-विशेषज्ञ मध्य प्रदेश की निवेश अनुकूल खूबियों के बारे में जानकारी देंगे।
  • केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अमेरिका से समिट में वर्चुअली जुड़ते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में देश का एक चौथाई ऑर्गेनिक कॉटन का उत्पादन होता है। नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में मध्य प्रदेश का योगदान 20% है। अब ग्रीन हाइड्रोजन मिशन में भी कार्य हो रहा है। मध्य प्रदेश वाइल्ड लाइफ टूरिज्म के क्षेत्र में भी पहचान बना रहा है।
  • जेएसडब्ल्यू ग्रुप के पार्थ मित्तल ने कहा कि हमारे समूह की प्रदेश में 4500 करोड़ रुपए के निवेश की योजना है। इसके अंतर्गत पन्ना में सीमेंट प्लांट और पीथमपुर में 1500 करोड़ रुपए की लागत से पेंट की इकाई लगाई जा रही है।
  • रिलायंस ग्रुप के निखिल आर. मेसवानी ने कहा कि दिसंबर 2023 तक प्रदेश की सभी तहसीलों में 5जी की सुविधा उपलब्ध करा दी जाएगी। किफायती डिजिटल सुविधाओं से छात्रों, किसानों और आम आदमी को लाभ होगा। रिलायंस ग्रुप राज्य में अब तक 22 हज़ार 500 करोड़ रुपए का निवेश कर चुका है तथा 40 हज़ार करोड़ रुपए के निवेश की योजना है।
  • अडानी ग्रुप के प्रणव अडानी ने कहा कि मध्य प्रदेश में अडानी समूह 60 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहा है, जिससे बड़ी संख्या में रोज़गार के अवसर निर्मित होंगे। समूह द्वारा धार, गुना, दमोह, उज्जैन और इंदौर में फूड पार्क स्थापित किये जा रहे हैं।

हरियाणा Switch to English

हरियाणा के 10 ज़िलों में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की तर्ज पर खोले जाएंगे इनोवेटिव स्किल स्कूल

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में राज्य के 10 ज़िलों में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की तर्ज पर इनोवेटिव स्किल स्कूल खोले जाने के लिये सहमति दी।

प्रमुख बिंदु

  • इस उच्च स्तरीय बैठक में कौशल विकास विभाग के अधिकारियों ने विस्तार से स्किल इनोवेटिव स्कूल से संबंधित प्रारूप रखा और रोज़गार के निमित्त इनकी उपयोगिता का पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया।
  • स्किल एजुकेशन के केजी टू पीजी मॉडल और नई शिक्षा नीति के लक्ष्यों के दृष्टिगत यह निर्णय लिया गया है। इन स्कूलों को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय संचालित करेगा। इसमें विश्वविद्यालय द्वारा तैयार किये गए मॉडल को लागू किया जाएगा।
  • सभी ज़िलों में स्कूल स्तर पर स्किल एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिये मुख्यमंत्री ने केजी से पीजी तक स्किल एजुकेशन के मॉडल को लागू करने के निर्देश दिये हैं।
  • श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा प्रदेश में सबसे पहले शुरू किये गए इनोवेटिव स्किल स्कूल की तर्ज पर प्रदेश के सभी ज़िलों में इनोवेटिव स्किल स्कूल खोले जाएंगे। इसके माध्यम से नई शिक्षा नीति के अनुसार केजी से पीजी तक स्किल एजुकेशन के लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकेगी।
  • स्कूल स्तर पर स्किल एजुकेशन शुरू किये जाने से कई लक्ष्य एक साथ पूरे होंगे। इससे न केवल ड्रॉपआउट कम होगा, बल्कि ग्रॉस एजुकेशन रेशो (जीईआर) को भी बढ़ाया जा सकेगा। साथ ही साथ उद्योग को कुशल मानवीय संसाधन मिलेंगे, जो गुणवत्ता और उत्पाद को बढ़ाने में सहायक साबित होंगे।
  • नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। नई शिक्षा नीति में स्किल एजुकेशन और जनरल एजुकेशन के सामंजस्य का मॉडल सुझाया गया है। यह राष्ट्र, समाज और उद्योग की दृष्टि से आदर्श है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ऐसे सभी स्कूलों का संचालन करेगा और नवाचार की श्रेणी में सीबीएसई उन्हें मान्यता देगा।
  • स्किल इनोवेटिव स्कूल खुलने के बाद रोज़गार के नए मार्ग प्रशस्त होंगे। इसके माध्यम से विद्यार्थी स्कूल एजुकेशन के दौरान ही कौशल की तरफ आकर्षित होंगे और उच्चतर शिक्षा में भी वोकेशनल तथा स्किल एजुकेशन के प्रति रुझान बढ़ेगा।
  • स्किल सेट में आईटी, ऑटोमोटिव, एग्रीकल्चर और टेक्सटाइल डिजाइन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्यूटी वेलनेस, डिजाइन मेकिंग, फाइनेंशियल लिटरेसी, हैंडीक्राफ्ट्स, मास मिडिया, हेल्थ केयर, फिजिकल एक्टिविटी ट्रेनर, फूड प्रोडक्शन व सिक्योरिटी जैसे विषय शामिल हैं।

झारखंड Switch to English

भारत से चयनित 6 विद्यालयों में झारखंड से एकमात्र DPS बोकारो को मिला 7 स्टार रेटिंग अवार्ड

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को आयोजित एक विशेष असेंबली के दौरान दिल्ली पब्लिक स्कूल बोकारो के प्राचार्य डॉ. एएस गंगवार ने बताया कि दिल्ली पब्लिक स्कूल बोकारो को 7 स्टार रेटिंग स्कूल अवॉर्ड 2022 मिला है।

प्रमुख बिंदु

  • यह अवार्ड डीपीएस बोकारो को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने दायित्व-निर्वहन एवं विभिन्न अनूठे पहलों के लिये दिया गया है। दिल्ली पब्लिक स्कूल को ग्रीन स्कूल इनीशिएटिव की विशेष कैटेगरी में सेवन स्टार रेटिंग और ए- ट्रिपल प्लस की ग्रेडिंग मिली।
  • उल्लेखनीय है कि नई दिल्ली में सेंटर फॉर एजुकेशनल डेवलपमेंट (सीईडी) फाउंडेशन ट्रस्ट की ओर से कौशल शिक्षा एवं सतत् विकास विषय पर आयोजित आठवें सम्मेलन के दौरान प्राचार्य डॉ. एएस गंगवार को सम्मेलन की मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार की महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला द्वारा यह पुरस्कार दिया गया।
  • गौरतलब है कि देशभर से कुल 1975 विद्यालयों के आवेदनों में से केवल छह विद्यालयों को सेवेन स्टार रेटिंग मिली। इनमें झारखंड से अकेले डीपीएस बोकारो शामिल रहा, वहीं, 69 स्कूलों को फाइव स्टार रेटिंग मिली।
  • प्राचार्य डीपीएस बोकारो ने अपने गो ग्रीन इनीशिएटिव के तहत प्रकृति से बच्चों को जोड़े रखने तथा ऊर्जा एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई अनूठी व कारगर पहल की है।
  • यहाँ रद्दी कागज को रीसाइकिल कर पुन: उपयोग के लायक बनाने के लिये पेपर रीसाइक्लिंग यूनिट, सौर-ऊर्जा से संचालित सोलर पैनल सिस्टम, औषधीय पौधों की चरक वाटिका, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, महापुरुषों के नाम पर पौधशाला (ग्रीन ब्रिगेड) आदि की स्थापना की गई है।
  • इसके अलावा केंचुआ खाद से कृषि कार्य के लिये वर्मी कल्चर, जैविक कृषि वानिकी तथा मिटेी बचाने के लिये सेव सॉइल, बच्चों को प्रकृति-पोषण से जोड़े रखने के लिये फुलवारी, विभिन्न अवसरों पर पौधारोपण एवं स्वच्छता अभियान जैसे कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं।
  • इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों के लिये ग्रीन आई कार्ड, विभिन्न अवसरों पर अतिथियों के लिये फल-सब्जियों के बीज वाले विशेष ग्रीन कार्ड उपलब्ध कराने के साथ-साथ पौधे भेंटकर अतिथियों का ग्रीन वेलकम करने की परंपरा भी विगत कई वर्षों से निभाई जा रही है।

बिहार Switch to English

जीपीआर सर्वे में पटना सिटी में प्राचीन पाटलिपुत्र के अवशेष मिलने के संकेत

चर्चा में क्यों?

हाल ही में बिहार राज्य सरकार ने प्राचीन पाटलिपुत्र के अवशेष की खोज करने के लिये ग्राउंड पेंट्रेटिंग राडर (जीपीआर) से सर्वे शुरू करवाया है। जिसमें प्राचीन पाटलिपुत्र के अवशेष मिलने के संकेत मिल रहे हैं।

प्रमुख बिंदु

  • जीपीआर सर्वे वर्तमान गुलजारबाग के इर्द-गिर्द के क्षेत्रों में आईआईटी कानपुर की टीम के द्वारा किया जा रहा है। इस टीम ने बताया कि गुलजारबाग के इर्द- गिर्द 490 बीसी-180 बीसी के बीच की ईंट की दीवार के संकेत मिल रहे हैं।
  • इस सर्वें में 80 सेंटीमीटर से लेकर 2.5 मीटर तक के नीचे अवशेष मिलने के संकेत मिले रहे हैं, जो अलग-अलग डायरेक्शन में हैं। इसमें बेगम की हवेली और बीएनआर ट्रेनिंग कॉलेज के नीचे भी अवशेष के संकेत मिल रहे हैं।
  • दरअसल आर्किलोजीकल उत्खनन से पहले जीपीआर सर्वे में ऐतिहासिक अवशेष के सांकेतिक सिंग्लन मिलता है। इसी संकेत के आधार पर आर्किलोजीकल सर्वे ऑफ इंडिया उत्खनन करता है।
  • सर्वे में लगी टीम के अनुसार बीएनआर ट्रेनिंग कॉलेज के मैदान के एक मीटर नीचे मल्टीस्ट्रक्चर अवशेष के संकेत मिल रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो एक ऐसी टनल का साक्ष्य मिल रहा है, जो गंगा नदी की तरफ जाती होगी। इस सर्वे के 3डी प्रोफाइल में मौर्यकाल के एक मीटर से लेकर तीन मीटर तक के स्ट्रक्चर दिखाई दे रहे हैं।
  • गौरतलब है कि जीपीआर एक भू-भौतिकीय विधि है, जो सतह की छवि के लिये रडार का उपयोग करती है। यह पुरातात्त्विक महत्त्व के स्थलों जैसी भूमिगत उपयोगिताओं की जाँच करने के लिये उप सतह का सर्वेक्षण करने का एक तरीका है। सर्वे की इस अत्याधुनिक तकनीक से बिना खुदाई कराए ज़मीन से 15 मीटर नीचे तक की सभी जानकारियाँ आसानी से मिल जाती हैं। महत्त्वपूर्ण जगहें, जहाँ ऐतिहासिक धरोहरें दबी हो सकती हैं, वहाँ की खुदाई में इनके नष्ट होने का खतरा अधिक रहता है, लेकिन इस सर्वे में किसी तरह का नुकसान नहीं होता है।

राजस्थान Switch to English

बीकानेर हाउस प्रबधंन समिति और भारत कला मेला के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को राजस्थान के बीकानेर हाउस परिसर में कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये भारत कला मेला और बीकनेर हाउस प्रबंधन समिति के मध्य राजधानी दिल्ली में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गए।

प्रमुख बिंदु

  • इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर पर पियाली दास गुप्ता, कार्यक्रम निदेशक, बीकानेर हाउस प्रबंधन समिति और उमा जैकेब निदेशक बाहरी संबंध एवं आउटरीच (आईएएफ) ने किये।
  • बीकानेर हाउस प्रबंधन समिति और भारत कला मेला का यह समझौता ज्ञापन राजस्थान की कला, संस्कृति और विरासत को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति से जोड़ेगा जो कि एक महत्त्वपूर्ण कदम है।
  • गौरतलब है कि भारत कला मेला के साथ इस समन्वय से बीकानेर हाउस 2 फरवरी से 15 फरवरी तक भारत कला मेला के कार्यक्रमों में सहयोगी ईकाई और साथ भागीदार बनेगा।
  • अतिरिक्त मुख्य सचिव (समन्वय) सह मुख्य आवासीय आयुक्त शुभ्रा सिंह ने बताया कि भारत कला मेला 2023 के आगामी संस्करणों के लिये कला और सांस्कृतिक गतिविधियाँ को बढ़ावा देने हेतु बीकानेर हाउस को स्थल भागीदार और यंग कलेक्टर्स प्रोग्राम हब के रूप में स्थापित करने के लिये बीकानेर हाउस प्रबंधन समिति (बीएचएमएस) भारत कला मेला के साथ सहयोग करेगा।
  • भारत कला मेला के साथ यह समन्वय बीकानेर हाउस में क्यूरेटेड इवेंटस पर भविष्य के सहयोग के लिये एक पथप्रदर्शक कार्यक्रम साबित होगा तथा बीएचएमएस और आईएएफ दोनों कला और संस्कृति को बढ़ावा देने में सहयोग एवं व्यापक योगदान देंगे।
  • उल्लेखनीय है कि भारतीय कला मेला (आईएएफ) को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दक्षिण एशिया में आधुनिक एवं समकालीन कला की खोज के लिये एक प्रमुख मंच के रूप में मान्यता प्राप्त है। भारत कला मेला की ओर से ओखला के (एनएससीआई ) मैदान में 9 फरवरी से 12 फरवरी, 2023 तक प्रमुख कलाकारों, सहभागियों की मदद से वार्षिक चार दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

मध्य प्रदेश Switch to English

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 27 प्रवासी भारतीयों को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान किया

चर्चा में क्यों?

10 जनवरी, 2023 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ब्रिलियेंट कन्वेंशन सेंटर इंदौर में तीन दिवसीय 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का समापन किया। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये 27 प्रवासी भारतीयों को प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान किये।

प्रमुख बिंदु

  • कार्यक्रम में गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशेष रूप से शामिल हुए।
  • राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मान प्रवासी भारतीयों को दिये जाने वाला देश का सर्वोच्च सम्मान है। यह उनके भारत और अन्य देशों के लिये किये गए कार्यों और योगदान को प्रदर्शित करता है।
  • मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यहाँ प्रवासी भारतीयों ने नमो ग्लोबल पार्क में पौधे भी लगाए हैं। अतिथियों को क्यू आर कोड दिये गए हैं, जिसमें वे रोपे गए पौधे की देख-रेख की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
  • प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रवासी भारतीय हैं-
    • सामुदायिक कल्याण- डॉ. मोहम्मद इरफान अली (राष्ट्रपति, गुयाना), डॉ. कन्नन अम्बलम (इथोपिया), सुश्री रीना विनोद पुष्करना (इजराइल), परमानंद सुखमल दासवानी (कांगो), मोहनलाल हीरा (दक्षिण अफ्रीका), सिवकुमार नादेसन (श्रीलंका), डॉ. देवचंद्रभोस शर्मा (सूरीनाम)।
    • सामुदायिक कल्याण तथा मेडिसिन- डॉ. अमल कुमार मुखोपाध्याय (जर्मनी), डॉ. एलेक्सजेंडर जॉन (ब्रुनेई)।
    • सामुदायिक कल्याण तथा व्यापार- अमित कैलाशचंद्र लाथ (पोलैंड), संजय कुमार शिव भाई पटेल (दक्षिण सूडान), डॉ. दर्शन सिंह धालीवाल (अमेरिका), सिद्धार्थ बालचंद्रन (संयुक्त अरब अमीरात)।
    • विज्ञान, तकनीक और शिक्षा- प्रोफेसर जगदीश चंद्रपति (आस्ट्रेलिया), डॉ. अर्चना शर्मा (स्विट्जरलैंड)।
    • शिक्षा- संजीव मेहता (भूटान), सुश्री मक्सूदा सर्फी श्योटानी (जापान), डॉ. राजागोपाल (मेक्सिको)।
    • शिक्षा तथा सामुदायिक कल्याण- जस्टिस फ्रैंक ऑर्थर सीपरसाद (त्रिनिदाद और टोबेगो)।
    • कला-संस्कृति- दिलीप लुंडो (ब्राज़ील), डॉ. वैकुंटम अबयर लक्ष्मणम (कनाडा), डॉ. जुगेन्नदर सिंह निजर (क्रोएशिया)।
    • सूचना प्रौद्योगिकी- प्रोफेसर रामजी प्रसाद (डेनमार्क)।
    • व्यापार- पीयूष गुप्ता (सिंगापुर), अशोक तिवारी (उज्बेकिस्तान)।
    • मीडिया- चंद्रकांत पटेल (यूनाइटेड किंगडम)।

हरियाणा Switch to English

महेंद्रगढ़ ज़िले में नांगलमाला से धौली तक नई सड़क निर्माण के लिये ज़मीन खरीद का प्रस्ताव स्वीकृत

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल की अध्यक्षता में ई-भूमि पोर्टल के तहत विभिन्न परियोजनाओं के लिये ज़मीन खरीद हेतु सचिवों की समिति की बैठक हुई, जिसमें महेंद्रगढ़ ज़िले में नांगलमाला से धौली तक नई सड़क निर्माण के लिये जमीन खरीद के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई।

प्रमुख बिंदु

  • इसके अलावा, समिति ने फतेहाबाद तथा चरखी दादरी में नई ज़िला जेल के निर्माण से संबंधित 2 प्रोजेक्ट्स को हाई पॉवर लैंड परचेज कमेटी को भेजने की सिफारिश की। बैठक में कुल 7 प्रोजेक्ट्स के लिये जमीन खरीद के संबंध में चर्चा की गई।
  • मुख्य सचिव संजीव कौशल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े संबंधित ज़िला उपायुक्तों को निर्देश देते हुए कहा कि अन्य परियोजनाओं के लिये आगामी बैठक से पूर्व भू-मालिकों से उनकी सहमति से भूमि खरीदने के संबंध में दूसरे दौर की बातचीत की जाए। साथ ही, परियोजनाओं के लिये वैकल्पिक साइट की भी तलाश की जाए।
  • उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेशानुसार कलेक्टर दरों को और अधिक वास्तविक बनाया जाए, जो भूस्वामियों के साथ-साथ राज्य सरकार के लिये भी राजस्व हितैषी हों।

झारखंड Switch to English

टुसू महोत्सव

चर्चा में क्यों?

11 जनवरी, 2023 को डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्विद्यालय (डीएसपीएमयू) राँची में टुसू महोत्सव (Tusu Festival) का आयोजन किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर परंपरा के अनुसार कुंवारी छात्राओं द्वारा टुसू की विधिवत स्थापना कर पूजा-अर्चना की गई, इसके बाद टुसू माता का विसर्जन किया किया गया
  • कुलपति डॉ. डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि टुसू पर्व झारखंड के प्रमुख पर्व में से एक है, जो झारखंडी सभ्यता के अनुसार साल का अंतिम पर्व है।
  • इसी दिन से सूर्य कर्क रेखा की ओर लौटने के क्रम में मकर रेखा पर होता है, जिसे झारखंडी संस्कृति में कृषि नव वर्ष अखाइन जतरा के रूप में मनाया जाता है।
  • इसी दिन धान बुनकर तथा हल चलाकर सांकेतिक कृषि कार्य का प्रारंभ किया जाता है। यह टुसू पर्व झारखंड के कुड़मी और आदिवासियों का सबसे महत्त्वपूर्ण पर्व है।

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