हरियाणा में कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत पिछले तीन वर्षों में 1,457.13 करोड़ रुपए से अधिक किये गए खर्च | हरियाणा | 11 Dec 2023
चर्चा में क्यों?
7 दिसंबर, 2023 को हरियाणा के सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा निदेशालय द्वारा मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा ने कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत पिछले तीन वर्षों में 1,457.13 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किये गए हैं। इसमें शिक्षा के लिये 538.85 करोड़ रुपए का महत्त्वपूर्ण आवंटन भी शामिल है।
प्रमुख बिंदु
- इसमें सीएसआर निधियों के उपयोग के माध्यम से प्रत्येक क्षेत्र के लिये प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान करना और उन्हें सुविधाजनक बनाना शामिल है।
- सीएसआर परियोजनाओं व पहलों तथा उनके निष्पादन, पूरा होने की समय सीमा के आधार पर दो श्रेणियों को रेखांकित किया गया है। श्रेणी 1 में ऐसी परियोजनाएँ हैं, जिन्हें चालू वित्त वर्ष (31 मार्च, 2024 तक) के भीतर लागू किया जा सकता है।
- श्रेणी 2 में ऐसी परियोजनाएँ शामिल की गई हैं, जो एक से दो साल के भीतर निष्पादित की जा सकती हैं और चरणों में लागू की जाएंगी।
- हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट (एचएससीएसआरटी) के पास एक समर्पित वेब पोर्टल है, जहाँ सभी सरकारी विभाग और ज़िले अपनी संभावित सीएसआर परियोजनाओं को प्रस्तुत कर सकते हैं। ये प्रस्तुतियाँ एचएससीएसआरटी, सरकारी विभागों और कॉर्पोरेट भागीदारों को दिखाई देती हैं, जो एचएससीएसआरटी को ईमेल के माध्यम से अपनी संभावित परियोजनाओं का प्रस्ताव भी दे सकते हैं।
- पहचान किये गए सीएसआर क्षेत्रों में भूख, गरीबी और कुपोषण को समाप्त करना, स्वास्थ्य देखभाल, निवारक स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देना, स्वच्छता और सुरक्षित पेयजल प्रदान करना, शिक्षा, व्यावसायिक कौशल और आजीविका के माध्यम से सशक्त बनाना शामिल है।
मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी कनेक्टिविटी के लिये गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड लॉन्च | हरियाणा | 11 Dec 2023
चर्चा में क्यों?
7 दिसंबर, 2023 को हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल, जो हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के चेयरमैन भी हैं, ने बताया कि मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी गुरुग्राम परियोजना तक मेट्रो कनेक्टिविटी लागू करने के लिये गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड लॉन्च किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- मिलेनियम सिटी सेंटर से सुभाष चौक, रेलवे स्टेशन, रेजांगला चौक से साइबर सिटी तक पूर्ण सर्कल में जोड़ने वाला गोलाकार गतिशील गलियारा बनेगा। इसे नई कंपनी (गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड) द्वारा संभाला जाएगा, जिसका नेतृत्व केंद्रीय शहरी विकास सचिव करेंगे। इसमें भारत सरकार और हरियाणा सरकार का 50 प्रतिशत संयुक्त उद्यम होगा।
- सभी आगामी परियोजनाएँ नई कंपनी द्वारा कार्यान्वित की जाएंगी, जबकि मौज़ूदा रैपिड मेट्रो परियोजना एचएमआरटीसी द्वारा निपटाई जाएगी।
- अनुमानित 5452.72 करोड़ रुपए की लागत की परियोजना 27 स्टेशनों के साथ 28.50 किमी. तक फैली होगी। इसकी भू-तकनीकी जाँच और डिजाइन परामर्श सहित पूर्व-निर्माण गतिविधियों की प्रक्रियाएँ पहले ही शुरू की जा चुकी हैं।
- रैपिड मेट्रो गुरुग्राम में पिछले वर्ष की अवधि की तुलना में सवारियों की संख्या में 35.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है तथा यह संख्या 80,13,765 यात्रियों तक पहुँच गई है, जबकि पिछले वर्ष में यह संख्या 59,12,457 थी।
- वाटिका चौक से पंचगाँव तक मेट्रो कनेक्टिविटी परियोजना में 30 किमी. के गलियारे की कल्पना की गई है, जिसमें मैसर्स राइट्स को सलाहकार नियुक्त किया गया है।
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा के बाद, बल्लभगढ़ से पलवल तक मेट्रो कनेक्टिविटी का विस्तार शुरू हो गया है। अस्थायी गलियारे की लंबाई 25 किमी. और 10 प्रस्तावित स्टेशनों के साथ तकनीकी व्यवहार्यता का अध्ययन किया जा रहा है, जो इस विस्तार को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण कड़ी के रूप होगा।