झारखंड Switch to English
पलामू टाइगर रिज़र्व
चर्चा में क्यों
हाल ही में पलामू टाइगर रिज़र्व (झारखंड) के निदेशक एवं मुख्य संरक्षक कुमार आशुतोष ने बताया कि लंबे अरसे के बाद इस रिज़र्व में एक बाघ देखा गया है।
प्रमुख बिंदु
- इस रिज़र्व में मार्च 2020 के बाद पहली बार टाइगर देखा गया है।
- विदित हो कि 2019 में जारी की गई बाघ गणना रिपोर्ट में इस रिज़र्व में बाघों की संख्या को शून्य बताया गया था, किंतु अब रिज़र्व में बाघ देखा जाना राज्य के लिये एक खुशखबरी है।
- ध्यातव्य है कि पलामू टाइगर रिज़र्व की स्थापना वर्ष 1974 में प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत की गई थी।
- पलामू टाइगर रिज़र्व विश्व का ऐसा प्रथम अभयारण्य है, जहाँ पगमार्क गिनती के आधार पर बाघ गणना की गई थी।
- विदित हो कि झारखंड के लातेहार ज़िले में कुल 1130 वर्ग किमी क्षेत्र में विस्तृत पलामू टाइगर रिज़र्व के अंदर ही 226.32 वर्ग किमी में ‘बेतला नेशनल पार्क’ स्थित है।
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