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छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 11 Jul 2023
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छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 में इस बार कुश्ती एवं रस्सीकूद प्रतियोगिता भी

चर्चा में क्यों?

10 जुलाई, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष शुरू की गई छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को मिली लोकप्रियता को देखते हुए इस बार हरेली तिहार के दिन शुरू होने वाली छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 को और भी रोमांचक बनाने के लिये एकल श्रेणी में दो नए खेल रस्सीकूद एवं कुश्ती को भी शामिल किया गया है। 

प्रमुख बिंदु  

  • छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2023-24 में इस बार 16 तरह की खेलों में स्पर्धाएँ आयोजित होंगी, जिसमें दलीय एवं एकल श्रेणी में छत्तीसगढ़िया लोक-संस्कृति में रचे-बसे 8-8 तरह के खेलों को शामिल किया गया है।  
  • लगभग 2 महीने 10 दिन तक चलने वाली इस प्रतियोगिता का समापन 27 सितंबर को होगा।  
  • खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा इन खेलों के लिये नियमावली बनाई गई है। इस खेल की समय-सीमा 15 मिनट रखी गई है। मैदान का आकार 6 बाई 6 फीट होगा। निर्णायकों की संख्या 03 होगी।   
  • कुश्ती खेल में महिला एवं पुरूष वर्ग में अलग-अलग 5 वेट केटेगरी निर्धारित की गई है, जिसमें महिला वर्ग में 40 किलोग्राम तक, 41 से 50 किलोग्राम तक, 51 से 60 किलोग्राम तक, 61 से 70 किलोग्राम तक एवं 70 किलोग्राम से ऊपर तक की वेट केटेगरी रखी गई है।  
  • इसी तरह पुरूष वर्ग में 50 किलोग्राम तक, 51 से 60 किलोग्राम तक, 61 से 70 किलोग्राम तक, 71 से 80 किलोग्राम तक एवं 80 किलोग्राम से ऊपर तक की वेट केटेगरी निर्धारित की गई है।  
  • कुश्ती प्रतियोगिता के लिये बनाए गए नियानुसार मैच 03 मिनट के दो अंतराल में होगा एवं प्रत्येक अंतराल में 30 सेकंड का विराम मिलेगा। इसमें विभिन्न प्रकार के नियम, फाउल भारतीय कुश्ती संघ के अनुरूप होंगे। इसमें निर्णायकों की संख्या 06 होगी। निर्णायकों द्वारा नियमानुसार घोषित खिलाड़ी विजेता माना जाएगा।

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‘पौधा तुहर द्वार’: वन मंत्री ने हरियाली प्रसार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

चर्चा में क्यों?

10 जुलाई, 2023 को छत्तीसगढ़ के वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर ने ‘पौधा तुहर द्वार’योजना के तहत राजधानी के शंकर नगर स्थित अपने निवास कार्यालय में विविध प्रजातियों के पौधों से भरे दो हरियाली प्रसार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • विदित है कि छत्तीसगढ़ में स्वच्छ वातावरण तथा वृक्षारोपण के प्रति लोगों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से वन विभाग द्वारा ‘पौधा तुहर द्वार’की योजना के तहत राज्य भर में पौध वितरण का कार्य जारी है।  
  • वन विभाग द्वारा विशेष पहल करते हुए ‘पौधा तुहर द्वार’योजना के तहत रायपुर नगर निगम अंतर्गत घर तक नि:शुल्क पौधा पहुँचाकर दिया जाएगा।  
  • गौरतलब है कि यह योजना लगभग डेढ़ माह तक चलेगी, जिसमें आंवला, करंज, नीम, गुलमोहर, जामुन, मुनगा, कचनार, अमरूद, सीताफल, पेल्टाफार्म, नींबू, बादाम आदि प्रजाति के पौधों को आम जनों को मांग के अनुसार उपलब्ध पौधों को घर दुकान, आफिस, फैक्ट्री आदि स्थल पर पहुँचाकर वृक्षारोपण करने हेतु नि:शुल्क पौधा प्रदाय किया जाएगा।  
  • गौरतलब है कि विगत वर्ष में ‘पौधा तुहर द्वार’योजना के तहत 92 स्थलों में 2164 हितग्राहियों को 10207 पौधे जाम, आँवला, नींबू, सीताफल, कटहल, बेल, जामुन, नीम, कचनार, गुलमोहर एवं मुनगा आदि पौधों का वितरण किया गया था एवं मनरेगा योजना के अंतर्गत शासकीय/अर्द्ध-शासकीय, नगर निगम, शिक्षण संस्थाओं एवं अन्य हितग्राहियों को 571974 पौधों का नि:शुल्क वितरण भी किया गया था।  
  • मनरेगा योजना अंतर्गत इस वर्ष 29 शासकीय/अर्द्ध-शासकीय, शिक्षण संस्था एवं अन्य हितग्राहियों को कुल 135965 पौधों का मांग के अनुसार नि:शुल्क वितरण किया गया है।  
  • इस योजना के तहत वन विभाग द्वारा रायपुर नगर निगम क्षेत्र में वृक्षारोपण हेतु आम जनों को पौधा उपलब्ध कराकर वृक्षारोपण हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। 


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प्रदेश में 11 से 24 जुलाई तक ‘जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा’

चर्चा में क्यों?

10 जुलाई, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से राज्य शासन के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा 11 जुलाई से 24 जुलाई तक ‘जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा (परिवार नियोजन पखवाड़ा)’ चलाया जाएगा। 

प्रमुख बिंदु  

  • इस दौरान ग्राम स्तर से लेकर ज़िला स्तर तक विशेष अभियान चलाकर पुरूष एवं महिला नसबंदी के प्रति फैली अज्ञानता व भ्रांतियों को दूर किया जाएगा।  
  • पखवाड़े के दौरान ए.एन.एम. और मितानिनें घर-घर जाकर चिन्हांकित हितग्राहियों को परिवार नियोजन के स्थायी व अस्थायी साधनों के बारे बताएंगी। हितग्राहियों को जरूरी परामर्श और परिवार नियोजन की सेवाएँ भी इस दौरान प्रदान की जाएंगी।   
  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में परिवार कल्याण के उप संचालक डॉ. टी.के. टोंडर ने बताया कि सभी शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में परिवार नियोजन के साधन नि:शुल्क उपलब्ध हैं। इनमें पुरूष एवं महिला नसबंदी, निरोध, गर्भ निरोधक गोली, इंजेक्शन, कॉपर-टी जैसी सुविधाएँ शामिल हैं।  
  • डॉ. टोंडर ने बताया कि सभी ज़िला चिकित्सालयों, चिन्हांकित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तथा मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालयों में एन.एस.व्ही. की सुविधा उपलब्ध है।  
  • शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में नसबंदी के बाद पुरूष हितग्राहियों को तीन हज़ार रुपए और महिला हितग्राहियों को दो हज़ार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।  

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