इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 11 Jul 2022
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

राज्य सरकार ने पाँच गुना बढ़ाई गो संरक्षण भरण-पोषण की राशि

चर्चा में क्यों?

9 जुलाई, 2022 को विधानसभा स्थित कार्यालय में पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में गो सदन राजकीय अनुदान चयन समिति की बैठक के दौरान संरक्षित पशुओं के भरण-पोषण की राशि पाँच गुना बढ़ाने का निर्णय लिया गया।

प्रमुख बिंदु

  • बैठक में राज्य में संचालित मान्यताप्राप्त गो सदनों को प्रति पशु मिलने वाली राशि को छ: रुपए से बढ़ाकर 30 रुपए किया गया है। 
  • वर्तमान में प्रदेश में 39 मान्यता प्राप्त गो सदन संचालित हैं। इनमें लगभग 10 हज़ार पशुओं का भरण-पोषण किया जा रहा है। पशुचारे के लिये भूसे की कीमत बढ़ने से उत्तर प्रदेश की तर्ज़ पर संरक्षित पशुओं के भरण-पोषण राशि में पाँच गुना की बढ़ोतरी की गई।
  • इसके साथ ही बैठक में निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (उरेडा) के माध्यम से गो सदनों को गोबर गैस ऊर्जा उत्पादन संयंत्रों व सोलर लाइट के लिये अनुदान राशि दी जाएगी। गो सदनों को भूसा स्टोर, गोशाला निर्माण के लिये 60 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाएगी।
  • पशुपालन मंत्री ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में गो सदनों को राजकीय अनुदान देने के लिये 15 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान किया गया है। संरक्षित पशुओं के कल्याण गतिविधियों के संचालन हेतु उत्तराखंड गोवंश संरक्षण निधि को 3 करोड़ रुपए दिया जाएगा।
  • पशुपालन मंत्री ने कहा कि प्रदेश में लावारिस पशुओं के संरक्षण के लिये सरकार जल्द ही पायलट प्रोजेक्ट के रूप में ‘ग्राम गो सेवक योजना’ शुरू करेगी। इसमें गाँव स्तर पर ग्राम गो सेवकों के माध्यम से संरक्षित पशुओं का भरण-पोषण किया जाएगा। 
  • 200 से अधिक संरक्षित पशुओं का भरण-पोषण करने वाले गो सदनों को दक्षता सुधार गतिविधियों, उपकरण, औज़ार, सामग्री के लिये 90 प्रतिशत अनुदान देने का निर्णय लिया गया।

 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2