मध्य प्रदेश Switch to English
विश्वस्तरीय हार्निया सम्मेलन
चर्चा में क्यों?
9 से 10 जुलाई, 2022 तक राजधानी के जहाँनुमा पैलेस में अटल बिहारी वाजपेयी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय, विदिशा एवं हार्निया सोसायटी ऑफ इंडिया का दोदिवसीय विश्वस्तरीय हार्निया सम्मेलन हुआ, जिसका शुभारंभ 9 जुलाई को चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने किया था।
प्रमुख बिंदु
- इस दोदिवसीय सम्मेलन में देश के विभिन्न राज्यों से 500 से अधिक डॉक्टर एवं चिकित्सा छात्र शामिल हुए। सम्मेलन में अहमदाबाद में रोबोट के जरिये की जाने वाली सर्जरी का लाइव प्रसारण भी दिखाया गया।
- इस अवसर पर मंत्री सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा ‘मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन’ की भी शुरुआत की गई है। यह मिशन शुरू करने वाला मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है।
- इस मिशन के माध्यम से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सकीय उपचार की नवीनतम तकनीक, नवाचारों एवं शोध के विभिन्न आयामों को मध्य प्रदेश के चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों तक पहुँचाया जा रहा है।
- मंत्री सारंग ने कहा कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहाँ मेडिकल इन्क्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है। भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में इन्क्यूबेशन सेंटर को विकसित किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों को नए चिकित्सा उपकरणों पर शोध एवं उन्हें विकसित करने का अवसर मिलेगा।
- मंत्री ने कहा कि शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में मेडिकल रोबोटिक्स के उपयोग को बढ़ावा देने उद्देश्य से देश के विभिन्न शासकीय एवं निजी क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों के साथ एमओयू कर ऑर्थोपेडिक, यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी के विभिन्न सर्जिकल प्रोसिजर में मेडिकल रोबोट के उपयोग के लिये ट्रेनिंग दी जाएगी।
- मध्य प्रदेश में थ्रीडी प्रिंटिंग के उपयोग से प्रोस्थेसिस के विकास, दाँत, हड्डियों एवं विभिन्न अंगों की विशिष्ट बीमारियों के परिप्रेक्ष्य में प्रतिकृतियों के निर्माण कर शल्य क्रिया में उपयोग किया जाएगा, जिससे बेहतर रिजल्ट प्राप्त होंगे।
Switch to English