इंदौर शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 11 नवंबर से शुरू   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

उत्तराखंड स्टेट पी.सी.एस.

  • 11 May 2023
  • 0 min read
  • Switch Date:  
उत्तराखंड Switch to English

मुख्यमंत्री ने ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम (ए.एन.पी.आर) का शुभारंभ किया

चर्चा में क्यों? 

9 मई, 2023 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से परिवहन विभाग द्वारा तैयार किये गए ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम (ए.एन.पी.आर) का शुभारंभ किया। 

प्रमुख बिंदु

  • ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम से प्रदेश के प्रमुख मार्गों में यातायात के नियमों के अनुपालन एवं कर अपवंचन संबंधी प्रकरणों की ऑनलाईन मॉनिटरिंग की सुविधा मिलेगी।
  • ए.एन.पी.आर कैमरे लगने से जीएसटी एवं अन्य विभागों को भी मदद मिलेगी व कर चोरी पर रोकथाम भी इससे संभव होगा। इससे चेक पोस्टों पर जाम से मुक्ति मिलेगी और आवागमन भी सरल होगा। इसके साथ ही इस व्यवस्था के प्रारंभ होने से वाहन दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी।  
  • सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से बताया कि मोटर यान अधिनियम, 1988 में संशोधन करते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वाहनों की इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग किये जाने की व्यवस्था की गई है।  
  • उत्तराखंड में राज्य की सीमा पर स्थापित सभी चैक पोस्टों को समाप्त कर दिया गया है। राज्य में इलैक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग व्यवस्था लागू करने हेतु प्रथम चरण में राज्य की सीमा पर ए.एन.पी.आर. स्थापित करने की योजना बनाई गई जिसके लिये राज्य सड़क सुरक्षा कोष से 4.61 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है।  
  • उत्तराखंड परिवहन सचिव ने जानकारी दी कि इस योजना के अंतर्गत ए.एन.पी.आर. पोर्टल से प्राप्त डाटा को जीएसटी विभाग को उपलब्ध कराने हेतु इंटीग्रेशन की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है, जबकि अन्य विभागों-खनन, आबकारी, पर्यटन, शहरी विकास, वन विभाग तथा पुलिस के साथ इंटीग्रेशन किया जाना भी प्रस्तावित है ताकि एक ही माध्यम से प्राप्त डाटा का सभी संबंधित विभागों द्वारा उपयोग किया जा सके।  
  • इस व्यवस्था को पूर्णत: आटोमेटेड बनाया गया है जिसके लिये ए.एन.पी.आर. कैमरे के लिये तैयार सॉफ्टवेयर का इंटीग्रेशन वाहन पोर्टल एवं ई-चालान पोर्टल से किया गया है। इससे वाहन के नंबर प्लेट के आधार पर चालान स्वत: जेनरेट हो सकेंगे, जिसमें मानवीय हस्तक्षेप नहीं होगा।


 Switch to English
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2