मध्य प्रदेश Switch to English
भारतीय बीज सहकारी समिति की सदस्यता लेगा मध्य प्रदेश बीज संघ
चर्चा में क्यों?
9 मई, 2023 को मध्य प्रदेश सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया की अध्यक्षता और किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री कमल पटेल की विशेष उपस्थिति में मंत्रालय में हुई राज्य बीज उत्पादक और विपणन संघ के संचालक मंडल की बैठक में मध्य प्रदेश राज्य बीज संघ द्वारा भारतीय बीज सहकारी समिति की सदस्यता लेने का निर्णय लिया गया।
प्रमुख बिंदु
- संचालक मंडल ने 16 प्राथमिक बीज उत्पादक सहकारी समितियों को बीज संघ की सदस्यता देने की मंजूरी दी।
- इसके साथ ही राज्य बीज संघ के निर्मित गोदाम-सह-ग्रेडिंग प्लांट में सुरक्षा के लिये वायर फेंसिंग कराए जाने का भी निर्णय लिया गया।
- बीज संघ के एम.डी. ए.के. सिंह ने बताया कि वर्ष 2022-23 में बीज संघ द्वारा देश और प्रदेश के विभिन्न अनुसंधान संस्थानों से खरीफ वर्ष 2022 में 455 क्विंटल से अधिक और रबी वर्ष 2022-23 के लिये 898 क्विंटल प्रजनक बीज के उठाव और वितरण की प्रगति दर्ज की गई।
- गौरतलब है कि बीज प्रतिस्थापन दर में वृद्धि एवं स्थानीय स्तर की मांग के अनुरूप बीज उत्पादन हेतु प्राथमिक बीज उत्पादक सहकारी समिति के गठन का अभियान वर्ष 2002 से चलाया गया।
- बीज उत्पादक सहकारी संस्थाओं को बीज उत्पादन एवं विपणन में समन्वय हेतु मध्य प्रदेश राज्य सहकारी बीज उत्पादक एवं विपणन संघ (बीज संघ) का गठन 13 दिसंबर 2004 को किया गया।
- बीज संघ का प्रमुख उद्देश्य प्राथमिक बीज उत्पादक समितियों को उनकी स्थानीय आवश्यकताओं के मांग अनुसार प्रजनक एवं आधार बीज उपलब्ध कराना एवं प्रमाणित बीज का उत्पादन बीज समिति से करवाकर प्रदेश के कृषकों को उचित समय पर उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराना है।
- बीज संघ के गठन के पश्चात् वर्ष 2004-05 में प्रदेश की पंजीकृत बीज उत्पादक समितियों के माध्यम से 16000 हेक्टेयर क्षेत्र से 1.64 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का उत्पादन प्रारंभ किया गया।
मध्य प्रदेश Switch to English
हिन्दी में लिखित चिकित्सा शास्त्र की पुस्तकों का विमोचन
चर्चा में क्यों?
9 मई, 2023 को मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय एवं मध्य प्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम द्वारा आयोजित मातृभाषा हिन्दी में चिकित्सा विज्ञान की पुस्तकों के विमोचन कार्यक्रम में विभिन्न पुस्तकों का विमोचन किया।
प्रमुख बिंदु
- विमोचित पुस्तकों ‘डायलिसिस तकनीशियन’, ‘आपरेहान थियेटर तकनीशियन’एवं ‘एक्सरे तकनीशियन’को डॉ. गणेशराम मेहर द्वारा लिखा गया है।
- वहीं डॉ. प्रेमचंद सवर्णकार द्वारा ‘परिचयात्मक रोग विकृति विज्ञान और आधुनिक नैदानिक जाँचे’ पुस्तकों को लिखा है और डॉ. सुरेश तिवारी द्वारा ‘पंच कर्म चिकित्सा के आधारभूत सिद्धांत’तथा डॉ. ए.के. द्विवेदी द्वारा ‘मानव शरीर रचना विज्ञान’पुस्तकों को लिखा है।
- उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में मातृभाषा, प्रांतीय भाषा, भारतीय भाषाओं, अनुवाद एवं व्यवसायिक पाठ्यक्रमों को महत्त्व दिया जा रहा है।
- मध्य प्रदेश में चिकित्सा जैसे तकनीकी-व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की पुस्तकों का हिन्दी में लेखन और अनुवाद का कार्य जारी है।
- मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी एवं अटल बिहारी वाजपयी हिन्दी विश्वविद्यालय भोपाल द्वारा किया गया यह नवाचार सराहनीय है।
- ज्ञातव्य है कि मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने हिन्दी में भी मेडिकल की पढ़ाई की शुरूआत की है। 16 अक्तूबर, 2022 को भोपाल में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह एमबीबीएस प्रथम वर्ष की हिन्दी पुस्तकों का विमोचन किया था।
Switch to English