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चारधाम परियोजना
चर्चा में क्यों?
9 फरवरी, 2022 को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि 12,500 करोड़ रुपए की चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना इस वर्ष दिसंबर तक पूरी हो जाएगी।
प्रमुख बिंदु
- लगभग 889 किमी. लंबी इस चारधाम परियोजना का उद्देश्य हिमालय में चारधाम तीर्थस्थलों (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री) के लिये कनेक्टिविटी में सुधार करना है, जिससे इन केंद्रों की यात्रा सुरक्षित, तेज़ और अधिक सुविधाजनक हो सके।
- उत्तराखंड राज्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) तथा राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढाँचा विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) द्वारा इसका क्रियान्वयन किया जा रहा है।
- साथ ही टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे और लिपुलेख तक इसके हिस्से को भी दिसंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा, जिससे कैलाश-मानसरोवर की यात्रा सुगम हो जाएगी।
- उल्लेखनीय है कि इस परियोजना के संदर्भ में पर्यावरणीय चुनौतियों को देखते हुए इसके विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई थी, किंतु वर्ष 2021 में राष्ट्रीय सुरक्षा की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड में चारधाम परियोजना में चीन की सीमा को जोड़ने वाले सामरिक महत्त्व के 3 राष्ट्रीय राजमार्गों (ऋषिकेश से माणा, ऋषिकेश से गंगोत्री और टनकपुर से पिथौरागढ़) को विकसित करने की सशर्त अनुमति दी है।
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