बिहार शिक्षा विभाग और अक्षयपात्रा फाउंडेशन के बीच समझौता | बिहार | 09 Dec 2021
चर्चा में क्यों?
8 दिसंबर, 2021 को बिहार के शिक्षा विभाग और बेंगलुरु के अक्षयपात्रा फाउंडेशन के बीच पटना, दानापुर व फुलवारी शरीफ के बच्चों को प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत मध्याह्न भोजन के लिये समझौता किया गया।
प्रमुख बिंदु
- शिक्षा विभाग स्थित मदन मोहन झा स्मृति सभागार में विभाग द्वारा पटना ज़िला के ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी (मध्याह्न भोजन) एवं अक्षयपात्रा फाउंडेशन, बेंगलुरु की ओर से फाउंडेशन के उपाध्यक्ष स्वामी अनंतवीर दास ने समझौते पर हस्ताक्षर किये।
- इस समझौते के तहत अक्षयपात्रा फाउंडेशन द्वारा पटना ज़िले के दानापुर, फुलवारी शरीफ, पटना सदर प्रखंड व पटना सदर स्थित शैक्षणिक अंचल गोलघर के कुल 204 विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक के लगभग 38 हज़ार बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
- मध्याह्न भोजन निदेशक सतीश चंद्र झा ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच समझौते के तहत शिक्षा विभाग द्वारा बलदेव उच्च विद्यालय, दानापुर में अक्षयपात्रा फाउंडेशन को एक केंद्रीकृत रसोई घर निर्माण हेतु 0.5 एकड़ (50 डिसमिल) भूमि 10 वर्षों के लिये उपभोग के लिये दी जाएगी।
- फाउंडेशन द्वारा उक्त रसोई में पोषण मानक अनुरूप भोजन तैयार कर 204 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के बीच उपलब्ध कराया जाएगा। शिक्षा विभाग इस कार्य में भोजन निर्माण अथवा वितरण के लिये परिवहन एवं मानक अनुरूप पोषक सामग्रियों के लिये कोई अतिरिक्त भुगतान का वहन नहीं करेगा। चैरिटी वर्क के तहत फाउंडेशन अपने साधन व श्रम का उपयोग करेगी।
- गौरतलब है कि अक्षयपात्रा फाउंडेशन भारत में एक गैर-सरकारी संगठन है, जिसका मुख्यालय बेंगलुरु में है। अक्षयपात्रा फाउंडेशन ने जून 2000 में बेंगलुरु (कर्नाटक) के पाँच सरकारी स्कूलों में 1,500 बच्चों को मध्याह्न भोजन परोस कर मध्याह्न भोजन कार्यक्रम शुरू किया।
- यह संगठन सरकारी स्कूलों और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में मिड-डे मील योजना को लागू करके कक्षा की भूख को खत्म करने का प्रयास करता है। साथ ही अक्षयपात्रा फाउंडेशन का उद्देश्य कुपोषण का मुकाबला करना और सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित बच्चों की शिक्षा के अधिकार का समर्थन करना है।