सी-मार्ट | छत्तीसगढ़ | 10 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
9 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के तेज़ी से विकास के लिये गाँवों में तैयार उत्पादों को शहरों के मार्केट से जोड़ने की नई पहल करते हुए शहरों में आधुनिक शोरूम की तरह सी-मार्ट स्थापित करने हेतु उद्योग विभाग को निर्देश दिया।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की योजनाओं के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकारों, कुम्भकारों एवं अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों का समुचित मूल्य सुनिश्चित करने हेतु इनकी व्यावसायिक ढंग से मार्केटिंग के लिये शहरों में आधुनिक शोरूम की तरह सी-मार्ट स्थापित करने के निर्देश दिये हैं।
- सी-मार्ट की स्थापना से इन सभी वर्गों के उद्यमियों को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सकेगा।
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव को निर्देशित करते हुए कहा कि इसके लिये प्रथम चरण में सभी ज़िला मुख्यालयों में नगर निगमों की स्थिति में 8 से 10 हज़ार वर्गफुट तथा नगर पालिकाओं की स्थिति में 6 से 8 हज़ार वर्गफुट में आधुनिक शो रूम की तरह सी-मार्ट की स्थापना की जाए।
- इसके लिये उन्होंने वर्तमान में उपलब्ध किसी शासकीय भवन का उपयोग करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों में यदि उपयुक्त भवन उपलब्ध न हो, वहाँ कलेक्टर, उद्योग विभाग अथवा वन विभाग को अच्छी लोकेशन में आवश्यकतानुसार भूमि आवंटित किया जाए।
- मुख्यमंत्री ने सी-मार्ट के लिये उपलब्ध भवनों के अपग्रेडेशन अथवा नए भवन के निर्माण हेतु विभिन्न योजनाओं की विभागीय राशि, सी.एस.आई.डी.सी. अथवा लघु वनोपज संघ की राशि उपयोग करने को कहा है।
- मुख्यमंत्री ने ‘छत्तीसगढ़ हर्बल्स’ के उत्पादों की तरह ही इन वस्तुओं की मार्केटिंग की व्यवस्था लघु वनोपज संघ द्वारा करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने ज़िला कलेक्टरों को महिला समूहों द्वारा निर्मित एवं अन्य सभी पारंपरिक उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ब्रेंडिग एवं मार्केटिंग की व्यवस्था हेतु प्रबंध संचालक, लघु वनोपज संघ से समन्वय करने को कहा है।
पंथी नर्तक डॉ. राधेश्याम बारले को पद्मश्री | छत्तीसगढ़ | 10 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
9 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त पंथी नर्तक डॉ. राधेश्याम बारले को पद्मश्री सम्मान प्रदान किया।
प्रमुख बिंदु
- डॉ. बारले को यह सम्मान वर्ष 2021 के लिये प्रदान किया गया है।
- गौरतलब है कि 8 नवंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संगीतकार मदन सिंह चौहान को वर्ष 2020 के लिये पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया था।
- डॉ. राधेश्याम बारले पंथी नृत्य के माध्यम से बाबा गुरु घासीदास जी के संदेश को जन-जन तक पहुँचा रहे हैं। उन्होंने अपनी कला साधना से छत्तीसगढ़ प्रदेश ही नहीं, अपितु देश को गौरवान्वित किया है।
- उल्लेखनीय है कि डॉ. बारले का जन्म दुर्ग ज़िले की पाटन तहसील के ग्राम खोला में 9 अक्टूबर, 1966 को हुआ था। इन्होंने एम.बी.बी.एस. के साथ ही इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय से लोक संगीत में डिप्लोमा किया है। डॉ. बारले को उनकी कला साधना के लिये इससे पहले भी कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
- गौरतलब है कि डॉ. राधेश्याम बारले प्रादेशिक लोक संपर्क कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, रायपुर के पंजीकृत लोक कलाकार हैं।
कोविड टीकाकरण का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल | छत्तीसगढ़ | 10 Nov 2021
चर्चा में क्यों?
9 नवंबर, 2021 को कोरोना वैक्सीनेशन में रायगढ़ ज़िले ने शत-प्रतिशत टीकाकरण करने का लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया है।
प्रमुख बिंदु
- रायगढ़ ज़िले में टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी, 2021 को हुई थी। मात्र 298 दिनों में ज़िले ने शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
- रायगढ़ ज़िले में 10 लाख 68 हज़ार 456 लोगों को टीके लगाए जाने का लक्ष्य था, जिसे पूरा करते हुए इतने लोगों को टीके के दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। ज़िले में अब तक पहली व दूसरी डोज मिलाकर कुल 21 लाख 47 हज़ार 169 टीके लगाए गए हैं।
- रायगढ़ ज़िला टीकाकरण के मामले में पूरे प्रदेश में शुरू से अव्वल रहा है और आज की उपलब्धि ने ज़िले को टीकाकरण के मामले में न केवल राज्य में शीर्ष स्थान प्रदान किया है, बल्कि रायगढ़ ने देश के ऐसे टॉप ज़िलों में अपनी जगह बनाई है, जिन्होंने सबसे पहले अपनी आबादी को टीका की दोनों डोज लगा चुके हैं।
- रायगढ़ के लिये 26 जून का दिन ऐतिहासिक रहा। इस दिन पूरे प्रदेश में एक दिन में सबसे अधिक एक लाख 43 हज़ार से अधिक लोगों को टीके लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया।