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स्टेट पी.सी.एस.

  • 10 Nov 2021
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मध्य प्रदेश Switch to English

मंत्रिपरिषद की बैठक

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिये गए।

प्रमुख बिंदु

  • इस बैठक में ज़िला खंडवा में दो नवीन तहसील किल्लौद एवं मूंदी, ज़िला टीकमगढ़ में एक नवीन तहसील दिगौड़ा और ज़िला बुरहानपुर में एक नवीन तहसील धूलकोट के गठन का अनुसमर्थन किया गया।
  • मंत्रिपरिषद द्वारा नीमच नगर में नगर पालिका स्वामित्व के महू-नसीराबाद रोड पर कनावटी के समीप 97,452 वर्ग मीटर भूमि के उपयोग को आवासीय से ‘सार्वजनिक एवं अर्द्ध-सार्वजनिक’ में उपांतरित किये जाने की शर्त पर चिकित्सा शिक्षा विभाग को मेडिकल कॉलेज स्थापना के लिये आवंटित किये जाने की अनुमति प्रदान की गई।
  • मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदेश में 11 नवीन शासकीय महाविद्यालय प्रारंभ करने का अनुमोदन किया गया। इनमें शासकीय महाविद्यालय उदयनगर (ज़िला- देवास), शा. महाविद्यालय रैगाँव (ज़िला- सतना), शासकीय महाविद्यालय घुवारा (ज़िला- छतरपुर), शासकीय महाविद्यालय पिछोर (ज़िला- ग्वालियर), शासकीय महाविद्यालय जैसीनगर (ज़िला- सागर), शासकीय महाविद्यालय गोरमी (ज़िला- भिंड), शासकीय महाविद्यालय रजौधा (ज़िला- मुरैना), शासकीय महाविद्यालय अनूपपुर (ज़िला- अनूपपुर), शासकीय महाविद्यालय दिमनी (ज़िला- मुरैना), शासकीय महाविद्यालय रिठौराकलॉ (ज़िला- मुरैना) और शासकीय महाविद्यालय दिनारा (ज़िला- मुरैना) सम्मिलित हैं। 
  • पूर्व से संचालित पाँच शासकीय महाविद्यालय में नवीन विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय प्रारंभ करने और एक शासकीय महाविद्यालय में स्नातकोत्तर स्तर पर तीन नवीन विषय प्रारंभ करने के लिये स्वीकृति दी गई। 
  • मध्य प्रदेश विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश के अनुसार ‘छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय, छिंदवाड़ा’ का नाम ‘राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा’ किये जाने के प्रस्ताव को मंत्रिपरिषद द्वारा मान्य किया गया। अध्यादेश को आगामी विधानसभा-सत्र में विधेयक के रूप में पारित कराने के लिये उच्च शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।
  • मंत्रिपरिषद द्वारा भोपाल स्थित क्षय रोग चिकित्सालय का उन्नयन रीजनल इंस्टीट्यूट फॉर रेस्पिरेटरी डिजीज़ में किये जाने के लिये स्वीकृति प्रदान दी गई।

मध्य प्रदेश Switch to English

मध्य प्रदेश के तीन विभूतियों को पद्म पुरस्कार मिला

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के तीन विभूतियों को वर्ष 2021 के लिये पद्म पुरस्कार प्रदान किये। 

प्रमुख बिंदु

  • राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वर्ष 2021 के लिये पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन को पद्मभूषण, भोपाल के कपिल तिवारी तथा जनजातीय चित्रकार भूरी बाई को पद्मश्री से सम्मानित किया। 
  • पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन को सार्वजनिक क्षेत्र में विशेष योगदान के लिये पद्म भूषण 2021 से सम्मानित किया गया है। ये 16वीं लोकसभा की स्पीकर रही तथा भारत की पहली महिला हैं, जो लगातार 8 बार सांसद रही।
  • भोपाल के कपिल तिवारी का जनजातीय संस्कृति में रामायण आधारित कला के प्रकटीकरण के क्षेत्र में विशेष योगदान रहा है। प्रदेश की लोक कलाओं को सहेजने और उनके संवर्द्धन में इनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका है।
  • झाबुआ की जनजातीय चित्रकार भूरी बाई अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त भील चित्रकार हैं। 
  • उल्लेखनीय है कि 8 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा वर्ष 2020 के लिये पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। साथ ही भोपाल के अब्दुल जब्बार खान (मरणोपरांत), इंदौर के पुरुषोत्तम दाधीच एवं नेमनाथ जैन और रतलाम की डॉ. सुश्री लीला जोशी को पद्मश्री से विभूषित किया गया था।

हरियाणा Switch to English

हरियाणा में दो सड़क परियोजनाओं और एक ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा करनाल में 225 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित दो सड़क परियोजनाओं और कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में 50 लाख रुपए की लागत से बने ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया गया।

प्रमुख बिंदु

  • इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में तेज गति से सड़क और रेलमार्गों पर काम चल रहा है, जिससे जल्द ही हरियाणा इंफ्रास्ट्रक्चर में पहले स्थान पर होगा। इससे देश और प्रदेश ही नहीं, बल्कि परिवारों की आर्थिक स्थिति भी अच्छी होगी। 
  • मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार से 17 राष्ट्रीय राजमार्गों को मंज़ूर करवाया है, जिनकी लंबाई 1 हज़ार 70 किमी. है, इनमें से 11 राजमार्गों पर काम हो गया है तथा शेष पर काम चल रहा है।
  • उन्होंने कहा कि पलवल से कुंडली तक ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर एवं एक नेशनल हाइवे पानीपत से डबवाली के लिये मंज़ूरी प्राप्त हो चुकी है तथा जींद-गोहाना-सोनीपत, अंबाला-साहा-शाहाबाद हाईवे के फोर लेन का काम भी चल रहा है।

झारखंड Switch to English

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में झारखंड ‘फोकस स्टेट’

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को झारखंड राज्य उद्योग विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आगामी भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (आईआईटीएफ) में झारखंड उत्तर प्रदेश के साथ ‘फोकस स्टेट’ होगा। इस मेले में बिहार एक ‘साझेदार राज्य’ की भूमिका निभाएगा।

प्रमुख बिंदु

  • उल्लेखनीय है कि आईआईटीएफ एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो पिछले साल कोविड-प्रेरित प्रतिबंधों के कारण आयोजित नहीं किया जा सका था। इस वर्ष यह 14 नवंबर से 27 नवंबर, 2021 तक राष्ट्रीय राजधानी के प्रगति मैदान में आयोजित किया जाएगा। 
  • यह इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइज़ेशन द्वारा आयोजित IITF का 40वाँ संस्करण होगा। 
  • राज्य उद्योग विभाग के सूत्रों के अनुसार, राज्य में विभिन्न व्यावसायिक अवसरों को प्रदर्शित करने के लिये इस अंतर्राष्ट्रीय मेले में झारखंड को कम-से-कम 35 स्टॉल आवंटित किये गए हैं। मेले में झारखंड के कुछ स्टॉल खनन, सूचना प्रौद्योगिकी, वन संरक्षण, पर्यटन और आदिवासी हस्तशिल्प पर केंद्रित होंगे। 
  • झारखंड सिल्क टेक्सटाइल एंड हैंडीक्राफ्ट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (झारक्राफ्ट) द्वारा खादी स्टॉल और अन्य स्टॉल भी लगाए जाएंगे। 
  • अधिकारियों ने बताया कि मेला झारखंड को वैश्विक प्रदर्शन हासिल करने और भविष्य की व्यावसायिक संभावनाओं में सुधार करने में मदद करेगा। मेले में झारखंड की संस्कृति, कला और औद्योगिक विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे राज्य को व्यापार के लिये वैश्विक मानचित्र में अपनी पहचान बनाने का मौका मिलेगा।

छत्तीसगढ़ Switch to English

सी-मार्ट

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के तेज़ी से विकास के लिये गाँवों में तैयार उत्पादों को शहरों के मार्केट से जोड़ने की नई पहल करते हुए शहरों में आधुनिक शोरूम की तरह सी-मार्ट स्थापित करने हेतु उद्योग विभाग को निर्देश दिया।

प्रमुख बिंदु

  • मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की योजनाओं के अंतर्गत महिला स्व सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकारों, कुम्भकारों एवं अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा निर्मित उत्पादों का समुचित मूल्य सुनिश्चित करने हेतु इनकी व्यावसायिक ढंग से मार्केटिंग के लिये शहरों में आधुनिक शोरूम की तरह सी-मार्ट स्थापित करने के निर्देश दिये हैं।
  • सी-मार्ट की स्थापना से इन सभी वर्गों के उद्यमियों को अधिकतम लाभ प्राप्त हो सकेगा।
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव को निर्देशित करते हुए कहा कि इसके लिये प्रथम चरण में सभी ज़िला मुख्यालयों में नगर निगमों की स्थिति में 8 से 10 हज़ार वर्गफुट तथा नगर पालिकाओं की स्थिति में 6 से 8 हज़ार वर्गफुट में आधुनिक शो रूम की तरह सी-मार्ट की स्थापना की जाए।
  • इसके लिये उन्होंने वर्तमान में उपलब्ध किसी शासकीय भवन का उपयोग करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों में यदि उपयुक्त भवन उपलब्ध न हो, वहाँ कलेक्टर, उद्योग विभाग अथवा वन विभाग को अच्छी लोकेशन में आवश्यकतानुसार भूमि आवंटित किया जाए। 
  • मुख्यमंत्री ने सी-मार्ट के लिये उपलब्ध भवनों के अपग्रेडेशन अथवा नए भवन के निर्माण हेतु विभिन्न योजनाओं की विभागीय राशि, सी.एस.आई.डी.सी. अथवा लघु वनोपज संघ की राशि उपयोग करने को कहा है। 
  • मुख्यमंत्री ने ‘छत्तीसगढ़ हर्बल्स’ के उत्पादों की तरह ही इन वस्तुओं की मार्केटिंग की व्यवस्था लघु वनोपज संघ द्वारा करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने ज़िला कलेक्टरों को महिला समूहों द्वारा निर्मित एवं अन्य सभी पारंपरिक उत्पादों की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, ब्रेंडिग एवं मार्केटिंग की व्यवस्था हेतु प्रबंध संचालक, लघु वनोपज संघ से समन्वय करने को कहा है।

छत्तीसगढ़ Switch to English

पंथी नर्तक डॉ. राधेश्याम बारले को पद्मश्री

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ के ख्यातिप्राप्त पंथी नर्तक डॉ. राधेश्याम बारले को पद्मश्री सम्मान प्रदान किया।

प्रमुख बिंदु

  • डॉ. बारले को यह सम्मान वर्ष 2021 के लिये प्रदान किया गया है। 
  • गौरतलब है कि 8 नवंबर, 2021 को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संगीतकार मदन सिंह चौहान को वर्ष 2020 के लिये पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया था।
  • डॉ. राधेश्याम बारले पंथी नृत्य के माध्यम से बाबा गुरु घासीदास जी के संदेश को जन-जन तक पहुँचा रहे हैं। उन्होंने अपनी कला साधना से छत्तीसगढ़ प्रदेश ही नहीं, अपितु देश को गौरवान्वित किया है।
  • उल्लेखनीय है कि डॉ. बारले का जन्म दुर्ग ज़िले की पाटन तहसील के ग्राम खोला में 9 अक्टूबर, 1966 को हुआ था। इन्होंने एम.बी.बी.एस. के साथ ही इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय से लोक संगीत में डिप्लोमा किया है। डॉ. बारले को उनकी कला साधना के लिये इससे पहले भी कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।
  • गौरतलब है कि डॉ. राधेश्याम बारले प्रादेशिक लोक संपर्क कार्यालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, रायपुर के पंजीकृत लोक कलाकार हैं।

छत्तीसगढ़ Switch to English

कोविड टीकाकरण का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को कोरोना वैक्सीनेशन में रायगढ़ ज़िले ने शत-प्रतिशत टीकाकरण करने का लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया है। 

प्रमुख बिंदु

  • रायगढ़ ज़िले में टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी, 2021 को हुई थी। मात्र 298 दिनों में ज़िले ने शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। 
  • रायगढ़ ज़िले में 10 लाख 68 हज़ार 456 लोगों को टीके लगाए जाने का लक्ष्य था, जिसे पूरा करते हुए इतने लोगों को टीके के दोनों डोज लगाई जा चुकी हैं। ज़िले में अब तक पहली व दूसरी डोज मिलाकर कुल 21 लाख 47 हज़ार 169 टीके लगाए गए हैं। 
  • रायगढ़ ज़िला टीकाकरण के मामले में पूरे प्रदेश में शुरू से अव्वल रहा है और आज की उपलब्धि ने ज़िले को टीकाकरण के मामले में न केवल राज्य में शीर्ष स्थान प्रदान किया है, बल्कि रायगढ़ ने देश के ऐसे टॉप ज़िलों में अपनी जगह बनाई है, जिन्होंने सबसे पहले अपनी आबादी को टीका की दोनों डोज लगा चुके हैं।
  • रायगढ़ के लिये 26 जून का दिन ऐतिहासिक रहा। इस दिन पूरे प्रदेश में एक दिन में सबसे अधिक एक लाख 43 हज़ार से अधिक लोगों को टीके लगाने का रिकॉर्ड बनाया गया।

उत्तराखंड Switch to English

राज्य स्थापना दिवस की 21वीं वर्षगाँठ

चर्चा में क्यों?

9 नवंबर, 2021 को उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) विधानसभा परिसर में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को नमन करते हुए विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास के साथ ही प्रदेश के विकास के लिये महत्त्वपूर्ण घोषणाँं भी कीं।

प्रमुख बिंदु

  • राज्य स्थापना दिवस की 21वीं वर्षगाँठ पूरी गरिमा के साथ ‘उत्तराखंड महोत्सव’ के रूप में मनाई गई।  
  • राज्य स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री ने भराड़ीसैंण में निम्नलिखित प्रमुख घोषणाएँ की-
    • उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों, जिनको 3100 रुपए  पेंशन प्राप्त हो रही है, को बढ़ाकर 4500 रुपए तथा जिनको 5000 रुपए पेंशन प्राप्त हो रही है, को बढ़ाकर 6000 रुपए किया जाएगा। 
    • राज्य के प्रत्येक जनपद मुख्यालय पर अध्ययनरत छात्राओं हेतु एक-एक महिला छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। साथ ही जनपद मुख्यालयों पर कामकाजी महिला छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। 
    • सरकारी अस्पतालों में जच्चा-बच्चा के सुरक्षित स्वास्थ्य हेतु अस्पतालों में 48 घंटे रुकने वाली प्रसूता महिला को 2000 रुपए उपहार धनराशि भेंट की जाएगी। 
    • 11 से 18 वर्ष आयु वर्ग की किशोरियों को टीएचआर सुविधा प्रदान की जाएगी। 11 से 18 वर्ष आयु वर्ग की किशोरियों को सेनेटरी नैपकीन उपलब्ध कराने हेतु प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्रों में सेनेटरी नैपकीन वेंडिंग मशीन की स्थापना की जाएगी। 
    • क्रॉनिक डिजीज़ (दीर्घकालिक एवं पुरानी बीमारियाँ) के उपचार में ली जाने वाली दवाइयों को नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। 
    • देहरादून एवं हल्द्वानी में नशामुक्ति केंद्र की स्थापना की जाएगी। 
    • राज्य में स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन डेवलपमेंट की स्थापना की जाएगी। 
    • ई-डिस्ट्रिक्ट के माध्यम से संचालित 32 सेवाओं को अद्यतन करते हुए कुल 75 सेवाओं तथा सेवा का अधिकार अधिनियम में अधिसूचित अवशेष 190 सेवाओं को शीघ्र ही ‘अपणि सरकार पोर्टल’ के माध्यम से संचालित कर आम जनमानस को लाभान्वित किया जाएगा। 
    • प्रदेश में खेल को प्रोत्साहित करने तथा युवाओं को खेल की विभिन्न विधाओं से जोड़ने के लिये ‘खेल नीति, 2021’ लागू की जाएगी। 
    • उत्तराखंड में ‘स्वास्थ्य पर्यटन’ से राज्य की आर्थिकी को बढ़ाने हेतु गढ़वाल मंडल विकास निगम एवं कुमाऊँ मंडल विकास निगम के पर्यटक गृहों में आयुष वेलनैस सेंटर खोले जाएंगे।
    • भराड़ीसैंण विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान बनाया जाएगा। 
    • आदिबद्री और घाट क्षेत्र को नगर पंचायत बनाया जाएगा। 
  • मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान 12943.40 लाख रुपए की 36 योजनाओं का लोकार्पण एवं 9554.66 लाख रुपए की 33 योजनाओं का शिलान्यास किया, जिसमें विधानसभा बद्रीनाथ के अंतर्गत 5110.90 लाख रुपए की 10 योजनाओं का लोकार्पण एवं 3506.43 लाख रुपए की 10 योजनाओं का शिलान्यास शामिल हैं। 
  • इसी प्रकार कर्णप्रयाग विधानसभा के अंतर्गत 3097.48 लाख रुपए की 9 योजनाओं का लोकार्पण एवं 2781.50 लाख रुपए की 11 योजनाओं का शिलान्यास तथा थराली विधानसभा के अंतर्गत 4735.02 लाख रुपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं 3166.73 लाख रुपए की योजनाओं का शिलान्यास किया गया।

उत्तराखंड Switch to English

नासा समर्थित अभियान में गढ़वाल विश्वविद्यालय की टीम का चयन

चर्चा में क्यों?

हाल ही में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के पाँच छात्रों की एक टीम को इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल रिसर्च कोलैबोरेशन द्वारा संचालित राष्ट्रीय वैमानिकी और अंतरिक्ष प्रशासन (नासा) समर्थित अंतरिक्ष निर्माण सलाहकार परिषद क्षुद्रग्रह खोज अभियान के लिये चयनित किया गया है।

प्रमुख बिंदु

  • नासा का यह कार्यक्रम 1 से 26 नवंबर तक संचालित किया जा रहा है, जिसमें संजीव कुमार और करण सिंह (भौतिकी में शोध छात्र), महावीर प्रसाद और शिवानी कुलसारी (भौतिकी में परास्नातक छात्र) तथा प्रवीण कुमार (स्नातक छात्र- पीसीएम समूह) वरिष्ठ भौतिक विज्ञानी आलोक सागर गौतम की देखरेख में मुख्य-बेल्ट क्षुद्रग्रहों और निकट-पृथ्वी वस्तुओं की खोज में भाग ले रहे हैं।
  • उल्लेखनीय है कि क्षुद्रग्रह छोटे आकार के आकाशीय पिंड हैं, जो हमारे सौरमंडल के आंतरिक हिस्सों में पाए जाते हैं। ये सूर्य के चक्कर लगाते हुए पाए जाते हैं। इनका आकार सामान्य ग्रहों के मुकाबले बहुत छोटा होता है और ये ग्रहों की परिभाषा के सभी विशेषताओं की प्रदर्शित नहीं करते, जिस कारण इन्हें क्षुद्रग्रह नाम दिया गया है।

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