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श्रेष्ठ कार्यों के लिये हर तहसील से एक निरीक्षक व एक पटवारी को मिलेगा ज़िलास्तरीय सम्मान
चर्चा में क्यों
9 सितंबर, 2021 को राजस्व मंडल ने एक और नवाचारी पहल करते हुए राज्य में वर्ष 2020-21 के तहत राजकीय दायित्वों के निर्वहन में उल्लेखनीय योगदान के लिये प्रत्येक तहसील से एक-एक भू अभिलेख निरीक्षक व पटवारी को सम्मानित किये जाने का निर्णय लिया।
प्रमुख बिंदु
- राजस्व मंडल अध्यक्ष राजेश्वर सिंह ने बताया कि आलोच्य अवधि के दौरान सर्वोत्कृष्ट कार्य के लिये राज्य के हर तहसील क्षेत्र से एक श्रेष्ठतम भूअभिलेख निरीक्षक व एक श्रेष्ठतम पटवारी का सम्मान हेतु चयन करने के लिये सभी जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये गए हैं।
- इस प्रक्रिया के तहत प्रत्येक ज़िले में ज़िलास्तरीय चयन समिति का गठन कर दिया गया है। समिति में अतिरिक्त ज़िला कलेक्टर (प्रशासन) को संयोजक तथा उपखंड अधिकारी (मुख्यालय) व तहसीलदार (मुख्यालय) को सदस्य मनोनीत किया गया है।
- ऐसे कार्मिक जो विगत वर्षों में दंडित न किये गए हों तथा उनके विरुद्ध कोई विभागीय जाँच लंबित नहीं हो, उन्हें उनके कार्य निष्पादन की गुणवत्ता व श्रेष्ठता के आधार पर सम्मान हेतु चयनित किया जाएगा।
- राजस्व मंडल के अध्यक्ष ने बताया कि फ्लैगशिप योजनाओं, विभागीय वसूली, सहायता प्रकरण, विविध गतिविधियों में भागीदारी एवं सरकार के विविध कार्यक्रमों में योगदान पर आधारित 100 अंकों की तालिका में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले कार्मिक को सम्मान के योग्य माना जाएगा।
- यह प्रक्रिया 15 सितंबर तक पूर्ण की जाकर 30 सितंबर से पूर्व जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर चयनित कार्मिकों को प्रशस्ति-पत्र वितरित किये जाएंगे।
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राजभवन में ‘सर्वांगीण विकास की नई राह-प्रतिबद्धता के दो वर्ष’ पुस्तक का हुआ लोकार्पण
चर्चा में क्यों?
9 सितंबर, 2021 को राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण होने पर राजभवन में ‘सर्वांगीण विकास की नई राह-प्रतिबद्धता के दो वर्ष’ पुस्तक का लोकार्पण हुआ।
प्रमुख बिंदु
- राज्यपाल कलराज मिश्र द्वारा लोकार्पित इस पुस्तक में राजभवन और राज्यपाल द्वारा राजस्थान में विकास के लिये प्रारंभ की गई नई परंपराओं का चित्रमय विवरण है।
- इस पुस्तक में संविधान जागरूकता के लिये विधानसभा के अभिभाषण में संविधान की उद्देशिका और कर्त्तव्यों के वाचन की परंपरा के ऐतिहासिक सूत्रपात, दो वर्षों के दौरान उच्च शिक्षा में गुणवत्ता में सुधार के लिये किये गए प्रयासों, नई शिक्षा नीति लागू करने हेतु हुई पहल आदि पर विस्तार से जानकारियाँ दी गई हैं।
- इस पुस्तक में आदिवासी एवं जनजाति कल्याण, गाँव गोद लेकर किये गए उनके विकास हेतु कार्यों, राजभवन द्वारा स्थापित विकास की नवीन परंपराओं, कोरोना संकट में भी सतत् हुए विकास कार्यों, सैनिक कल्याण, स्काउट गाईड के ज़रिये समाज कल्याण, राज्यपाल राहत कोष के दायरे को बढ़ाकर इसके ज़रिये हुए कार्य और राजभवन के सामाजिक सरोकारों पर विस्तार से जानकारी दी गई है।
- उल्लेखनीय है कि कलराज मिश्र 9 सितंबर, 2019 को राजस्थान के राज्यपाल के पद पर आसीन हुए थे।
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