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छत्तीसगढ स्टेट पी.सी.एस.

  • 10 Jul 2023
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मुख्यमंत्री ने गांधी स्टेडियम में नवनिर्मित मल्टीपरपज इंडोर हॉल, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय सहित विभिन्न कार्यों का किया लोकार्पण तथा शिलान्यास

चर्चा में क्यों?

8 जुलाई, 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महात्मा गांधी स्टेडियम के अंतर्गत स्थित खेलो इंडिया मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम हॉल सहित विभिन्न निर्माण कार्यों का शिलान्यास, भूमि पूजन और लोकार्पण किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • मुख्यमंत्री ने यहाँ 4 करोड़ 37 लाख 64 हज़ार रुपए की लागत से निर्मित इस सर्वसुविधायुक्त मल्टीपरपज इंडोर हॉल का लोकार्पण किया। यहाँ खिलाड़ियों हेतु 04 बैडमिंटन कोर्ट, 03 टेबल टेनिस, बास्केट बॉल एवं बॉलीबॉल कोर्ट की सुविधा है।  
  • मल्टीपरपज इंडोर हॉल में महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों हेतु पृथक्-पृथक् चेंजिंग रूम, वॉशरूम, क्लॉक रूम, खेल उपकरण कक्ष, प्रथम तल में सीटिंग एरिया उपलब्ध है। यहाँ भविष्य हेतु स्क्वैश कोर्ट, शूटिंग रेंज इत्यादि की भी योजना है। 
  • इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने केशवपुर, सोहगा, राजापुर, बिलासपुर तथा निम्हा में 6 करोड़ 86 लाख 11 हज़ार की लागत से निर्मित स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों का लोकार्पण किया। वहीं 5 करोड़ 39 लाख 47 हज़ार रुपए की लागत के कार्यों का भूमिपूजन किया गया। 


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खरीफ फसल की सुरक्षा के लिये इस वर्ष भी प्रदेश में चलाया जाएगा ‘रोका-छेका अभियान’

चर्चा में क्यों?

7 जुलाई, 2023 को राज्य में खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण और उनसे खरीफ फसलों की सुरक्षा के लिये छत्तीसगढ़ के कृषि विभाग ने सभी कलेक्टरों और ज़िला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को गाँवों में 17 जुलाई तक स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप ‘रोका-छेका अभियान’चलाने के दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं। 

प्रमुख बिंदु  

  • कृषि विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी रोका-छेका प्रथा के अनुसार व्यवस्था की सुनिश्चितता की जाए। इसके लिये ग्राम स्तर पर 17 जुलाई तक स्थानीय परिस्थिति के अनुरूप रोका-छेका अभियान चलाकर सभा आयोजित की जाए। साथ ही सभी निर्मित गौठानों में 30 जुलाई से पहले चारागाह की स्थापना की जाए। जहाँ चारा उत्पादन हो।  
  • अधिकारियों को रोका-छेका अभियान के तहत ग्राम स्तर पर बैठकें आयोजित करने को कहा गया है, जिसमें ‘रोका छेका’प्रथा के अनुरूप पशुओं से फसल बचाव का निर्णय ग्राम सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों के द्वारा लिया जाएगा।  
  • फसल को चराई से बचाने हेतु पशुओं को गौठान में नियमित रूप से लाये जाने के संबध में प्रत्येक गौठान ग्राम में मुनादी कराने और गौठानों में पशु चिकित्सा तथा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन के निर्देश भी दिये गए हैं।   
  • जारी निर्देश में ‘रोका छेका’प्रथा के अंतर्गत गौठानों में पशुओं के प्रबंधन व रखरखाव की उचित व्यवस्था हेतु गौठान प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित करने को भी कहा गया है। ऐसे गौठान जो सक्रिय परिलक्षित नहीं हो रहे हों, वहाँ आवश्यकतानुसार प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से समिति में संशोधन कर सदस्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए हैं। 
  • गौरतलब है कि राज्य में खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण और उनसे खरीफ फसलों की सुरक्षा के लिये इस वर्ष भी रोका-छेका का अभियान शुरू किया जा रहा है। रोका-छेका छत्तीसगढ़ की पुरानी पंरपरा है।  
  • मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर इसे अभियान के रूप में राज्य में शुरू किया गया है, जिसके बड़े ही उत्साहजनक परिणाम मिले हैं। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य में चालू वर्ष के दौरान यह अभियान पुन: चलाया जा रहा है।  
  • उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में खरीफ फसल बुआई कार्य के पूर्व खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण के लिये ‘रोका छेका’ प्रथा प्रचलित है, जिसमें फसल बुआई को बढ़ावा देने तथा पशुओं के चरने से फसल को होने वाली हानि से बचाने के लिये पशुपालक तथा ग्रामवासियों द्वारा पशुओं को बांधकर रखने पहटिया (चरवाहा) की व्यवस्था इत्यादि कार्य किया जाता है। इस प्रयास से न सिर्फ किसान जल्दी बुआई का काम कर पाते हैं, बल्कि दूसरी फसल लेने हेतु भी प्रेरित होते हैं।

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प्रधानमंत्री ने रायपुर में 7600 करोड़ रुपए की लागत से 10 परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं शुभारंभ किया

चर्चा में क्यों?

7 जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में लगभग 7500 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया और इन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। 

प्रमुख बिंदु  

  • बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री ने आज लगभग 6,400 करोड़ रुपए की पाँच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।  
  • राष्ट्र को समर्पित की जाने वाली परियोजनाओं में जबलपुर-जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायपुर से कोडेबोड़ खंड की 33 किमी. लंबा 4 लेन मार्ग शामिल है।  
    • पर्यटन को बढ़ावा देने के अलावा, यह खंड जगदलपुर के पास इस्पात संयंत्रों के कच्चे माल, तैयार उत्पादों की आवाजाही के लिये महत्त्वपूर्ण है और लौह अयस्क-समृद्ध क्षेत्रों को कनेक्टिविटी प्रदान करता है।  
  • प्रधानमंत्री ने एनएच-130 के बिलासपुर से अंबिकापुर खंड के 53 किमी. लंबे 4-लेन बिलासपुर-पथरापाली खंड को भी राष्ट्र को समर्पित किया।  
    • यह उत्तर प्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा और आसपास के क्षेत्रों में कोयला खदानों को कनेक्टिविटी प्रदान करके कोयले की आवाजाही को बढ़ावा देगा। 
  • प्रधानमंत्री ने 6-लेन ग्रीनफील्ड रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर के छत्तीसगढ़ खंड के लिये 3 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी।  
    • इनमें एनएच 130 सीडी पर 43 किमी. लंबे छह लेन वाले झांकी-सरगी खंड; एनएच 130 सीडी पर 57 किमी. लंबा छह लेन वाला सरगी-बसनवाही खंड; और एनएच-130 सीडी का 25 किमी. लंबा छह लेन वाला बसनवाही-मारंगपुरी खंड शामिल है।  
    • इसके अलावा इस परियोजना का एक प्रमुख घटक 2.8 किमी. लंबी 6-लेन सुरंग है, जिसमें उदंती वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में अप्रतिबंधित वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र के लिये 27 पशुओं के निकासी मार्ग और बंदरों के लिये 17 छतरियाँ शामिल हैं।  
    • इन परियोजनाओं से धमतरी में चावल मिलों और कांकेर में बॉक्साइट समृद्ध क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी और कोंडागाँव में हस्तशिल्प उद्योग को भी लाभ होगा। कुल मिलाकर ये परियोजनाएँ क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रमुखता देंगी। 
  • प्रधानमंत्री ने 750 करोड़ रुपए की लागत से पूरी हुई 103 किमी. लंबी रायपुर-खरियार रोड रेल लाइन के दोहरीकरण को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इससे छत्तीसगढ़ में उद्योगों के लिये बंदरगाहों से कोयला, इस्पात, उर्वरक और अन्य वस्तुओं का परिवहन आसान हो जाएगा।  
  • उन्होंने 290 करोड़ रुपए की लागत से विकसित केवटी-अंतागढ़ को जोड़ने वाली 17 किमी. लंबी नई रेलवे लाइन भी राष्ट्र को समर्पित की। नई रेलवे लाइन भिलाई इस्पात संयंत्र को दल्ली-राजहरा और रावघाट क्षेत्रों की लौह अयस्क खदानों से कनेक्टिविटी प्रदान करेगी और घने जंगलों से गुजरते हुए दक्षिणी छत्तीसगढ़ के दूरदराज के इलाकों को जोड़ेगी। 
  • प्रधानमंत्री ने कोरबा में 130 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से निर्मित 60 हज़ार मीट्रिक टन प्रति वर्ष की क्षमता वाले इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बॉटलिंग प्लांट को भी राष्ट्र को समर्पित किया।  
  • उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से अंतागढ़-रायपुर ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत के तहत लाभार्थियों को 75 लाख कार्डों के वितरण का शुभारंभ किया। 
  • प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ में दो आर्थिक गलियारों रायपुर-धनबाद आर्थिक गलियारा और रायपुर-विशाखापत्तनम आर्थिक गलियारा का शिलान्यास किया। 
  • इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएँ लोगों के जीवन को आसान बनाएंगी और राज्य में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करेंगी। इन परियोजनाओं से राज्य में रोज़गार के अवसर बढ़ेंगे, साथ ही छत्तीसगढ़ के धान किसानों, खनिज उद्योग और पर्यटन उद्योग को भी लाभ होगा।  
  • इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री टी एस सिंह देव, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया के साथ-साथ संसद सदस्य और अन्य गण्यमान्य भी उपस्थित थे।

  


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