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हज़ारीबाग के बादम में मिला मध्यकालीन चतुष्कोणीय कुआँ
चर्चा में क्यों?
हाल ही में झारखंड के हज़ारीबाग ज़िले के बड़का गाँव प्रखंड के अंतर्गत बादम में मध्यकाल का चतुष्कोणीय कुआँ मिला है। यह कुआँ कर्णपुरा राज के किले से 150 मीटर की दूरी पर स्थित है।
प्रमुख बिंदु
- पुरातात्त्विक विभाग, राँची के नीरज मिश्रा एवं अजहर साबिर ने बादम किले का अवलोकन किया। इन्होंने बताया कि जितने भी प्राचीन किले में कुएँ मिले हैं, सभी गोलाकार कुएँ हैं, लेकिन यह चतुष्कोणीय कुआँ है। इसकी खुदाई करने के बाद ही इसकी खासियत का पता चल सकता है।
- यह कुआँ कर्णपुरा राज के छठे राजा हेमंत सिंह के समय का माना जा रहा है। राजा हेमंत सिंह ने लगभग 57 वर्ष तक (1604 से 1661) शासन किया था।
- राजा हेमंत सिंह ने बादम किला को काफी मज़बूत बनवाया था। इसके लिये उन्होंने पटना से कई कारीगरों को बुलवाया। किला बनाने के लिये बदमाही (हहारो नदी) के सबसे ऊँचे स्थान को चुना गया था। इसका निर्माण कार्य 1642 ई. में पूरा हुआ।
- इस किले का मुख्य द्वार, जिसे सिंह दरवाजा कहा जाता है, आज भी जर्जर स्थिति में मौज़ूद है। ये दो मंजिल का है। ऊपरी मंजिल में जाने के लिये सीढ़ी बनाई गई थी। दोनों मंजिलों में दो-दो कमरे बने थे। गर्मी के दिनों में भी इसके कमरों में ठंड का एहसास होता है।
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