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सोमनाथ मेला मासी 2023
चर्चा में क्यों?
8 मई, 2023 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐतिहासिक सोमनाथ मेला मासी 2023 में प्रतिभाग करते हुए सोमनाथ मेले को 5 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- उल्लेखनीय है कि सोमनाथ मासी मेले का आयोजन कुमाऊँ मंडल के अल्मोड़ा जनपद की तहसील रानीखेत के मासी नामक गाँव में रामगंगा नदी के उस पार स्थित सोमेश्वर महादेव के मंदिर के सामने नदी तट पर होता है।
- इसका प्रारंभ वैसाख के अंतिम रविवार को होता है तथा पहली सत्र के मेले को ‘सल्टिया मेला’ कहा जाता है। इसका मुख्य आकर्षण वैसाख के अंतिम सोमवार को सोमनाथ के मंदिर के सामने रामगंगा के इस ओर के तट पर नदी में पत्थर फेंककर पानी उछालने की प्रतियोगिता होती है।
- यह प्रतियोगिता पालीपछाऊ के दो धड़ों मासीवाल तथा कनूडिया के बीच होती है। एतदर्थ दोनों धड़ों के लोग अपने-अपने निशानों (ध्वजों) व ढोल-नगाड़ा के साथ आकर रामगंगा के किनारे एक नियत स्थान पर ऽड़े हो जाते हैं तथा दोनों धड़ों के प्रधानों के द्वारा नियत समय पर प्रतियोगिता प्रारंभ करने के लिये उनके संकेतों की प्रतीक्षा करते हैं। जैसे ही उनकी ओर से झंडी या सीटी का संकेत मिलता है वैसे ही दोनों धड़ों के लोग हाथों से बड़े-बड़े पत्थर नदी में फैंकते और उछाले गए जल को अपने उपर लेने का प्रयास करते हैं। यह जल पवित्र माना जाता है।
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मुख्यमंत्री ने सचिवालय में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 के नये प्रारूप का शुभारंभ किया
चर्चा में क्यों?
9 मई, 2023 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1905 के नये प्रारूप का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- सीएम हेल्प लाईन 1905 के नये वर्जन में 1905 डायल करने के अलावा वेब पोर्टल, मोबाइल एप एवं ऑडियो कॉल रिकॉर्डिंग फीचर की सुविधा भी दी गई है।
- अब 24 घंटे सीएम हेल्पलाइन 1905 पर मदद लिये जाने के साथ शिकायत भी दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाइन 1905 की विभागों द्वारा माह में दो बार समीक्षा की जाए। मुख्यमंत्री प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में इसकी स्वयं समीक्षा करेंगे।
- मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि सीएम हेल्पलाइन 1905 से लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि जन समस्याओं एवं शिकायतों के निस्तारण के लिये बनाए गए इस हेल्पलाईन का लाभ आमजन को मिले।
- मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यह सुनिश्चित किया जाए जन समस्याओं का उनके स्तर पर ही समाधान हो जाए। तहसील स्तर पर जिन समस्याओं का समाधान हो सकता है, वे अनावश्यक ज़िलाधिकारी तक न आए और जिन समस्याओं का समाधान जनपद स्तर पर होना है वे शासन स्तर तक न आएं। जिस स्तर पर समस्याओं का समाधान होना है, यदि नहीं हो रहा है तो संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय की जाए।
- भ्रष्टाचार मुक्त एप 1064 को और अधिक सशक्त बनाया जाए। तहसील दिवसों का नियमित आयोजन किया जाए। जनपद स्तर पर भी ज़िलाधिकारी प्रतिमाह जनसुनवाई करें। प्रत्येक माह के पहले एवं तीसरे मंगलवार को तहसील जन समर्पण दिवस का आयोजन किया जाए एवं चौथे मंगलवार को जनपद में ज़िलाधिकारी जन समर्पण दिवस लगाकर जन समस्याओं का समाधान करें।
- सभी जन समस्याओं एवं जन शिकायतों को ऑनलाईन रजिस्टर किया जाए। जिन लोगों की समस्याओं का समाधान तहसील एवं जनपद स्तर पर नहीं हो पाएगा, उन समस्याओं को ही मुख्यमंत्री कार्यालय को संदर्भित किया जाएगा।
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