सिंहभूम के माओवाद प्रभावित इलाकों में पहली बार मतदान | झारखंड | 08 Apr 2024
चर्चा में क्यों?
सिंहभूम के माओवादी गढ़ वाले इलाकों में पहली बार या दशकों के लंबे अंतराल के बाद मतदान होगा, क्योंकि एशिया के सबसे घने साल जंगल सारंडा में रहने वाले लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सक्षम बनाने के लिये मतदान टीमों और सामग्रियों को हेलीकॉप्टरों से पहुँचाया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
- स्थिति में सुधार के बावजूद पश्चिमी सिंहभूम देश के सबसे अधिक वामपंथी उग्रवाद प्रभावित ज़िलों में से एक बना हुआ है। यहाँ वर्ष 2023 में 46 माओवादी-संबंधी घटनाएँ भी देखी गईं, जिनमें 22 मौतें हुईं।
- माओवाद माओत्सेतुंग द्वारा विकसित साम्यवाद का एक रूप है। यह सशस्त्र विद्रोह, जन लामबंदी और रणनीतिक गठबंधनों के संयोजन के माध्यम से राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा करने का एक सिद्धांत है।
- थलकोबाद और लगभग दो दर्जन अन्य गाँवों को पहले 'मुक्त क्षेत्र' करार दिया गया था, लेकिन प्रशासन ऑपरेशन एनाकोंडा सहित सुरक्षा बलों के बड़े पैमाने पर अभियानों के माध्यम से अपनी उपस्थिति स्थापित करने में सफल रहा।
- ऑपरेशन एनाकोंडा वर्ष 2011 में चाईबासा ज़िले के सारंडा वन क्षेत्र में माओवादी उग्रवादियों के खिलाफ शुरू किया गया था।
- इस क्षेत्र को माओवादियों द्वारा एक मुक्त क्षेत्र के रूप में दावा किया जाता है और यह उनके पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो के मुख्यालय के रूप में कार्य कर रहा है।
- प्रशासन नए तरीकों का सहारा ले रहा है, जिसमें लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने की आवश्यकता के बारे में जागरूक करने के लिये 100 फीट की ऊँचाई पर एक विशाल आकाश गुब्बारा लगाना तथा व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (SVEEP) के तहत 1,284 'चुनाव पाठशाला' चलाना शामिल है।
- रोबोकेरा, बिंज, थलकोबाद, जराइकेला, रोआम, रेंगराहातु, हंसाबेड़ा और छोटानागरा जैसे हेलिकॉप्टरों से छोड़े गए कर्मियों तथा सामग्रियों द्वारा 118 दूरस्थ बूथ स्थापित किये जाएंगे।
वामपंथी उग्रवाद (LWE)
- वामपंथी उग्रवाद (Left Wing Extremism- LWE), जिसे वामपंथी आतंकवाद या कट्टरपंथी वामपंथी आंदोलनों के रूप में भी जाना जाता है, उन राजनीतिक विचारधाराओं और समूहों को संदर्भित करता है जो क्रांतिकारी तरीकों के माध्यम से महत्त्वपूर्ण सामाजिक एवं राजनीतिक परिवर्तन का समर्थन करते हैं।
- LWE समूह अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिये सरकारी संस्थानों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों या निजी संपत्ति को निशाना बनाने जैसे कदम उठाते हैं।
- भारत में वामपंथी उग्रवादी आंदोलन की शुरुआत वर्ष 1967 के पश्चिम बंगाल में नक्सलबाड़ी (Naxalbari) के उदय के साथ हुई।
व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (SVEEP)
- यह वर्ष 2009 में मतदाता शिक्षा के लिये ECI के प्रमुख कार्यक्रम के रूप में शुरू हुआ।
- इसका प्राथमिक लक्ष्य सभी पात्र नागरिकों को मतदान करने तथा एक निर्णय एवं नैतिक विकल्प प्रदान करने के लिये प्रोत्साहित करके एक समावेशी और सहभागी लोकतंत्र का निर्माण करना है।
सारंडा: एशिया का सबसे घना साल वन
- यह झारखंड-ओडिशा सीमा पर स्थित है और बड़ी संख्या में पशु, पक्षी तथा सरीसृप प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
- सारंडा शब्द का अर्थ हाथी है और हाथियों की बहुत बड़ी जीवसंख्या के निवास के कारण इस वन का नाम सारंडा पड़ा है