राजस्थान Switch to English
प्रत्येक ज़िले में होगा खाद्य सुरक्षा प्रयोगशालाओं का गठन
चर्चा में क्यों?
9 मार्च, 2022 को राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने विधानसभा में बताया कि मिलावटी पदार्थों की जाँच हेतु इस वित्तीय वर्ष के दौरान प्रत्येक ज़िले में खाद्य प्रयोगशालाओं का गठन कर दिया जाएगा।
प्रमुख बिंदु
- स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चुरू और जालौर ज़िले को छोड़कर सभी ज़िलों में प्रयोगशाला गठित करने की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
- खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत चुरू और जालौर में लैब के लिये प्रस्ताव भारत सरकार को भेजे गए हैं। स्वीकृति मिलने पर ही इन दोनों ज़िलों में लैब का संचालन शुरू किया जा सकेगा।
- चिकित्सा मंत्री ने बताया कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 की धारा 29(1) के प्रावधानानुसार अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्यस्तरीय राजस्थान खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण का गठन शासकीय आदेश दिनांक 22 जून, 2020 के द्वारा किया गया है।
- उल्लेखनीय है कि लोगों को शुद्ध खाद्य सामग्री मिले, इसके लिये मुख्यमंत्री ने इस बजट घोषणा में प्रत्येक ज़िले में भी खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण के गठन की घोषणा की है।
- मिलावटी पदार्थों की जाँच हेतु राज्य के 11 ज़िलों- जयपुर, जोधपुर, अलवर, बाँसवाड़ा, बीकानेर, उदयपुर, अजमेर, कोटा, भरतपुर, चुरू एवं जालौर में खाद्य प्रयोगशालाएँ संचालित है। इसके अतिरित्त राज्य में संभागीय स्तर पर 9 चल खाद्य प्रयोगशालाएँ भी संचालित हैं।
- बजट घोषणा की पालना में सीकर, बाराँ, भीलवाड़ा, बाड़मेर, धौलपुर, नागौर एवं गंगानगर ज़िलों में खाद्य प्रयोगशाला स्थापित किये जाने हेतु बजट में प्रावधान किये जाने की स्वीकृति जारी कर दी गई है।
राजस्थान Switch to English
आरएसएमएमएल एवं बाड़मेर लिग्नाइट माइनिंग कंपनी लिमिटेड ‘राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार’ (खनन) से सम्मानित
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड (आरएसएमएमएल) एवं इसकी बाड़मेर लिग्नाइट माइनिंग कंपनी लिमिटेड को ‘राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार’(खनन) से सम्मानित किया गया।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार मंत्री द्वारा नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार विजेता खदानों के प्रतिनिधियों को प्रदान किये गए।
- राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक तुलसी राम अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के ये पुरस्कार पिछले चार वर्षों के दौरान खदानों द्वारा उत्कृष्ट सुरक्षा प्रदर्शन को देखते हुए दिये गए हैं।
- आरएसएमएमएल को वर्ष 2019 व 2020 एवं बाड़मेर लिग्नाइट माइनिंग कंपनी लिमिटेड को वर्ष 2017 एवं 2018 के लिये ‘राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार’से नवाज़ा गया है।
- समारोह में आरएसएमएमएल की ओर से समूह के महाप्रबंधक (लाइमस्टोन) पीआर प्रजापत, समूह के महाप्रबंधक (परियोजना) ओम पटेल तथा ब्लास्टर्स आशीष गिलबर्ट ने वर्ष 2019 एवं 2020 के लिये यह पुरस्कार प्राप्त किये।
- उल्लेखनीय है कि केंद्रीय श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय द्वारा खदानों के सुरक्षा मापदंडों के बीच स्वास्थ्य प्रतिस्पर्द्धा को विकसित करने के लिये राष्ट्रीय स्तर का यह पुरस्कार कोयला, धातु और तेल के खदानों को प्रतिवर्ष दो श्रेणियों में प्रदान किये जाते हैं।
- इन पुरस्कारों के अंतर्गत कड़े सुरक्षा मापदंडों, जैसे- लगातार तीन वर्षों तक शून्य दुर्घटना दर, खदान में कार्य करने वाले कामगारों की पूर्ण सुरक्षा व नियमित स्वास्थ्य परीक्षण जैसे आँकड़ों को दृष्टिगत रखा जाता है।
मध्य प्रदेश Switch to English
महिला मेट सम्मान उत्सव
चर्चा में क्यों?
9 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी नरेगा योजना में कार्यरत महिला मेट सम्मान उत्सव का आयोजन किया गया।
प्रमुख बिंदु
- सम्मान उत्सव में 75 ऐसी महिला मेट को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया है। कार्यक्रम में उन्हें प्रमाण-पत्र वितरित किये गए।
- इस कार्यक्रम का आयोजन ‘प्रदान’संस्था के सहयोग से किया गया।
- इस अवसर पर मनरेगा आयुक्त सूफिया फारूकी वली ने कहा कि मनरेगा योजना की शुरुआत में मात्र पुरुषों को ही मेट के रूप में रोज़गार दिया गया, किंतु अब महिलाओं को भी मेट के रूप में कार्य दिया जा रहा है।
- महात्मा गांधी नरेगा के अंतर्गत महिलाओं की सहभागिता और हकदारी बढ़ाए जाने के लिये प्रदेश में महिला मेट का चयन कर योजना में काम दिया जा रहा है।
- मेट के रूप में महिलाओं का मुख्य दायित्व श्रमिकों से रोज़गार की मांग, कार्य पर उपस्थिति एवं समय पर मज़दूरी के भुगतान में सहयोग करना है।
- इन महिलाओं को अर्द्धकुशल श्रमिकों के लिये लागू दर के अनुसार भुगतान किया जाता है।
मध्य प्रदेश Switch to English
आईटीएफ टेनिस टूर्नामेंट का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को मध्य प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भोपाल के अरेरा क्लब में आईटीएफ मेन्स वर्ल्ड टेनिस टूर्नामेंट का रंग-बिरंगे गुब्बारे उड़ाकर शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस टूर्नामेंट में कुल 6 देशों के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इनमें फ्राँस के 2, ग्रेट ब्रिटेन के 2 तथा जर्मनी, पोलैंड, जापान और चेकोस्लोवाकिया के एक-एक खिलाड़ी शामिल हैं।
- इस प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ी को 15 हज़ार डॉलर का पुरस्कार दिया जाएगा।
- उल्लेखनीय है कि इस टूर्नामेंट का आयोजन लगातार 6 वर्षों से किया जा रहा है जिसमें दुनिया के प्रतिष्ठित टेनिस खिलाड़ी भाग लेते हैं।
मध्य प्रदेश Switch to English
दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि दीनदयाल अंत्योदय योजना के द्वितीय चरण में 26 फरवरी, 2021 से अभी तक एक करोड़ भोजन थाली का वितरण किया जा चुका है।
प्रमुख बिंदु
- मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान 12 अप्रैल से 27 जून, 2021 तक लागू लॉकडाउन में 27 लाख 19 हज़ार लोगों को रसोई केंद्रों से भोजन कराया गया। रसोई केंद्रों से भोजन का वितरण सतत् जारी है।
- उल्लेखनीय है कि राज्य के गरीब एवं ज़रूरतमंद व्यत्तियों को सस्ती दर पर पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 26 फरवरी, 2021 को दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना (द्वितीय चरण) प्रारंभ की गई थी। इसमें प्रदेश के 52 ज़िला मुख्यालयों एवं 6 धार्मिक नगरी- मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक, ओरछा और चित्रकूट में 100 रसोई केंद्रों का संचालन आरंभ किया गया है।
- रसोई केंद्र में जन-सामान्य को स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन के रूप में रोटी, मौसमी सब्ज़ी, दाल एवं चावल उपलब्ध कराया जाता है। रसोई केंद्रों में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति दोपहर के भोजन की व्यवस्था 10 रुपए प्रति थाली की दर से सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक की जा रही है।
- रसोई केंद्रों में उपयोग में आने वाले खाद्यान्न गेहूँ एवं चावल एक रुपए प्रति किग्रा. की दर से उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से खाद्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाता है।
मध्य प्रदेश Switch to English
वेस्ट से वंडर मंत्र में तैयार हुआ सेल्फी प्वाइंट
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने राजधानी भोपाल के प्रभात चौराहे पर ‘वेस्ट से वंडर’ के तहत बने 20 फीट ऊँचे सेल्फी प्वाइंट का लोकार्पण किया।
प्रमुख बिंदु
- कोरोना वैक्सीन और सिरिंज की आकृति वाली इस सेल्फी प्वाइंट में ऐसी अनुपयोगी वस्तुओं का उपयोग किया गया है, जो कबाड़ हो चुकी थीं। भोपाल नगर निगम द्वारा इस सेल्फी प्वाइंट को लगभग 30 हज़ार वेस्ट बोतल और करीब 3 टन कबाड़ से तैयार किया गया है।
- यह सेल्फी प्वाइंट जनजागरूकता का संदेश देते हुए लोगों को कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिये प्रेरित करेगा, साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश भी देगा।
- मंत्री सारंग ने कहा कि सेल्फी प्वाइंट यह संदेश देगा कि वैक्सीन से ही सुरक्षा है, जो व्यत्ति एलिजिबल है वह टीका ज़रूर लगवाए।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा की पूजा शर्मा ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण कार्य करने वाली हरियाणा की पूजा शर्मा को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति ने देश भर की 29 महिलाओं को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित किया। वर्ष 2020 और 2021 के लिये 14-14 पुरस्कार दिये गए तथा एक पुरस्कार संयुक्त रूप से दो महिलाओं को प्रदान किया गया।
- ये पुरस्कार उद्यमशीलता, कृषि, नवाचार, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, वन्यजीव संरक्षण, भाषा विज्ञान, मर्चेंट नेवी, शिक्षा, साहित्य, स्टेम (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) और दिव्यांगजन अधिकार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को दिये गए।
- हरियाणा के गुरुग्राम की किसान और उद्यमी पूजा शर्मा को कौशल विकास एवं महिला सशक्तीकरण और उद्यमशीलता के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिये वर्ष 2021 के नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- पूजा शर्मा ने 2013 में गुड़गाँव (गुरुग्राम) स्थित स्वयं सहायता समूह ‘क्षितिज’और 2017 में दिल्ली स्थित ‘जिंगएनजेस्ट’कंपनी बनाई।
- उन्होंने संसाधित सोया, सोया स्वास्थ्य पेय, बिस्कुट और अन्य सोयानट आइटम बनाने बनाने के लिये IARI मानकीकृत तकनीक का इस्तेमाल किया।
- उन्होंने 9 स्व-सहायता समूह (SHG) की स्थापना की और हरियाणा में 1,000 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षित किया। उनकी खाद्य निर्माण इकाइयाँ लगभग 150 महिलाओं को रोज़गार देती हैं।
- 2016 में, ICAR ने उन्हें ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय कृषि पुरस्कार’और ‘नवोन्मेषी कृषि सम्मान’से सम्मानित किया था।
- उल्लेखनीय है कि कमज़ोर और हाशिये पर रहने वाली महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को हर वर्ष नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। कोरोना महामारी के कारण 2020 का नारी शक्ति पुरस्कार समारोह आयोजित नहीं हो पाया था।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ के आस्था संकुल संगठन को राष्ट्रीय स्तर का आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव ज़िले के ग्राम सोनेसरार के आस्था संकुल संगठन को उत्कृष्ट कार्य के लिये भारत सरकार द्वारा आत्मनिर्भर संगठन पुरस्कार, 2022 से सम्मानित किया गया है।
प्रमुख बिंदु
- केंद्रीय पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में संगठन को पुरस्कृत किया। उन्होंने आस्था संकुल संगठन को पुरस्कारस्वरूप एक लाख रुपए की राशि एवं प्रतीक चिह्न प्रदान किये।
- डोंगरगाँव विकासखंड के ग्राम सोनेसरार के आस्था संकुल संगठन से 17 ग्राम पंचायतों के 23 ग्राम संगठन और 443 स्व-सहायता समूह जुड़े हैं। क्षेत्र की 4842 ग्रामीण महिलाएँ संगठन की सदस्य हैं।
- आस्था संकुल संगठन ने खान-पान, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता से आजीविका की ओर कदम बढ़ाया है। संगठन ने क्षेत्र के 2300 परिवारों को किचन गार्डन के माध्यम से सब्ज़ी उत्पादन के लिये प्रेरित किया है। इसके लिये 605 परिवारों को बाज़ार मूल्य से कम दर पर उन्नत सब्ज़ी बीज उपलब्ध कराया गया है।
- संकुल क्षेत्र के अंतर्गत 2300 परिवारों द्वारा स्वयं के किचन गार्डन में 6500 क्विंटल से अधिक टमाटर, भिंडी, भाटा, करेला, लौकी, गोभी जैसी सब्ज़ियों का जैविक पद्धति से उत्पादन किया गया है।
- घर के भोजन में इन सब्ज़ियों के उपयोग के साथ ही किशोरी बालिकाओं, गर्भवती महिलाओं, नवविवाहिताओं एवं दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों के सुपोषण के लिये भी इन्हें उपलब्ध कराया गया है। इससे संकुल संगठन की महिलाओं को भी आर्थिक लाभ हुआ।
- संकुल संगठन के अंतर्गत स्व-सहायता समूहों के सदस्य विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों से अपना जीवन स्तर ऊंचा उठा रहे हैं। संगठन की महिलाएँ संवहनीय कृषि, सब्ज़ी उत्पादन, सेनिटरी नैपकिन निर्माण, बैंक सखी और ई-रिक्शा संचालन जैसे कार्यों में संलग्न हैं। आजीविका संबंधी कार्यों के साथ ही संगठन की महिलाओं ने कोविड-19 के बारे में जागरूकता के लिये भी काम किया है।
छत्तीसगढ़ Switch to English
छत्तीसगढ़ की मधुलिका रामटेके ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित
चर्चा में क्यों?
8 मार्च, 2022 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण कार्य करने वाली छत्तीसगढ़ की मधुलिका रामटेके को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति ने देश भर की 29 महिलाओं को ‘नारी शक्ति पुरस्कार’से सम्मानित किया। वर्ष 2020 और 2021 के लिये 14-14 पुरस्कार दिये गए तथा एक पुरस्कार संयुक्त रूप से दो महिलाओं को प्रदान किया गया।
- ये पुरस्कार उद्यमशीलता, कृषि, नवाचार, सामाजिक कार्य, कला, दस्तकारी, वन्यजीव संरक्षण, भाषा विज्ञान, मर्चेंट नेवी, शिक्षा, साहित्य, स्टेम (विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग, गणित) और दिव्यांगजन अधिकार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को दिये गए।
- छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव ज़िले की मधुलिका रामटेके एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो घरेलू रूप से प्रताड़ित महिलाओं की भलाई के लिये काम करती हैं। उन्हें महिलाओं के उत्थान और उनके आर्थिक सशक्तीकरण के उल्लेखनीय प्रयासों के लिये वर्ष 2021 के नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- उन्होंने 2001 में घरेलू रूप से प्रताड़ित महिलाओं के लिये एक मामूली बैंकिंग ऑपरेशन शुरू किया। ज़िला प्रशासन द्वारा बैंक को औपचारिक रूप से ‘माँ बम्लेश्वरी बैंक’नाम दिया गया था, जिसकी अब 5,372 शाखाएँ हैं। बैंक पूरी तरह से महिलाओं द्वारा प्रबंधित और नियंत्रित है।
- उन्होंने 2015 में 12 लाख पौधों के साथ हाथी फुट याम उगाना शुरू किया जो अब 35 लाख से अधिक पौधों तक बढ़ गया है।
- वे स्थानीय लोगों को वर्मी कंपोस्ट बनाना सिखाती हैं, उन्हें स्वच्छता अभियान व जल सूरज अभियान में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित करती हैं और अंधविश्वास, स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जागरूकता भी पैदा करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप 2018 में 64 गांवों में शौचालयों का निर्माण हुआ।
- 2016 में उन्हें राज्यस्तरीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
- उल्लेखनीय है कि कमज़ोर और हाशिये पर रहने वाली महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में असाधारण और उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को हर वर्ष नारी शत्ति पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। कोरोना महामारी के कारण 2020 का नारी शत्ति पुरस्कार समारोह आयोजित नहीं हो पाया था।
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