नेशनल हैंडलूम एक्सपो 2021-22 | मध्य प्रदेश | 10 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
9 जनवरी, 2022 को भोपाल स्थित भोपाल हाट में नेशनल हैंडलूम एक्सपो 2021-22 का समापन विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। एक्सपो का आयोजन 26 दिसंबर, 2021 से 9 जनवरी, 2022 तक किया गया।
प्रमुख बिंदु
- संत रविदास खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड की प्रबंध संचालक अनुभा श्रीवास्तव ने समारोह में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया। इनमें स्कूली छात्र-छात्राओं, बुनकरों एवं परिधान डिजाइन से जुड़े हुए पाठ्यक्रमों के स्टूडेंट्स प्रमुख रूप से शामिल थे।
- एक्सपो में रंगोली प्रतियोगिता में 19 प्रतिभागी शामिल हुए। इसमें प्रथम पुरस्कार आनंद विद्या स्कूल की छात्रा रिद्धिमा अग्रवाल को, द्वितीय पुरस्कार आदर्श उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र मुकेश सिंह को और तृतीय पुरस्कार अंकुर हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा महक साहू को दिया गया। विजेताओं को नगद राशि और सम्मान-पत्र दिये गए।
- स्टॉल डिस्प्ले प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार प्रीति मालवीय, ट्विंकल एवं खुशी मेहता के समूह ने जीता। द्वितीय पुरस्कार क्रांति, मेधा मालवीय, तनु चक्रवर्ती एवं दीपिका साहू को दिया गया। विजेताओं को नकद राशि और सम्मान-पत्र प्रदान किये गए। साथ ही विभिन्न राज्यों से आए बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों को भी सम्मानित किया गया।
- उल्लेखनीय है कि नेशनल हैंडलूम एक्सपो में 15 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की विभिन्न सांस्कृतिक छटा देखने को मिली। मध्य प्रदेश सहित हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, कर्नाटक एवं दक्षिण भारत के बुनकरों ने भी अपने हुनर का प्रदर्शन किया।
इंटरनेशनल क्राफ्ट अवॉर्ड्स 2021 | मध्य प्रदेश | 10 Jan 2022
चर्चा में क्यों?
हाल ही में मध्य प्रदेश के शिल्पकार मुबारिक खत्री को उनकी उत्कृष्ट कारीगरी और उनके पारंपरिक शिल्प- बाघ प्रिंट में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिये अंतर्राष्ट्रीय शिल्प पुरस्कार 2021 हेतु चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मान खत्री को मास्टर आर्टिसन ऑफ द ईयर श्रेणी के तहत प्रदान किया जाएगा।
- यह पुरस्कार शिल्प ग्राम संगठन द्वारा दिया जा रहा है। शिल्प ग्राम विश्व शिल्प परिषद की राष्ट्रीय इकाई है।
- अंतर्राष्ट्रीय शिल्प पुरस्कार के लिये लगभग 40 देशों से नामांकन प्राप्त हुए, जिनमें मध्य प्रदेश के शिल्पकार मुबारिक खत्री का चयन हुआ। मुबारिक ने अपने पारंपरिक शिल्प के पुनरुद्धार पर काम किया।
- मुबारिक खत्री को उनके आधुनिक नवाचारों और बाघ के शिल्प में योगदान के लिये वर्ष 2017 के राष्ट्रीय हस्तशिल्प पुरस्कार के लिये भी चुना गया था, जो आने वाले दिनों में भारत के राष्ट्रपति द्वारा उन्हें प्रदान किया जाएगा।
- मुबारिक खत्री ने अपनी पारंपरिक कला को समर्पण के साथ संरक्षित किया है और सैकड़ों आदिवासी युवाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें इस शिल्प के माध्यम से अपनी आजीविका कमाने के लिये योग्य बनाया है। शिल्पकार मुबारिक खत्री ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों में अपनी रचनाओं का प्रदर्शन भी किया है।