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रिम्स की दूसरी कैथलैब शुरू
चर्चा में क्यों?
8 दिसंबर, 2021 को रिम्स के सुपरस्पेशियलिटी कार्डियोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ. हेमंत नारायण ने रिम्स की दूसरी कैथलैब का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- जीई कंपनी की यह कैथलैब ईस्ट इंडिया की पहली बाईप्लेन कैथलैब है।
- अब इस एडवांस मशीन की शुरुआत होने से इसका फायदा हृदय रोगियों को मिलेगा। पहले कैथलैब होने के बावजूद वह अक्सर खराब पड़ी रहती थी। रोगियों की एंजियोग्राफी-एंजियोप्लास्टि और पेसमेकर लगाने का काम लटक जाता था। अब इस समस्या से निजात मिलेगी।
- गौरतलब है कि नवंबर 2021 में रिम्स में सिमंस कंपनी की सिंगल प्लेन कैथलैब की शुरुआत की गई थी।
- डॉ. हेमंत नारायण ने बताया कि रिम्स में कैथलैब की संख्या बढ़ने से मरीज़ों को अब समय पर ज़रूरी इलाज मिल सकेगा। इससे पहले ऑपरेशन के लिये मरीज़ों को लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। अब पिछले दिनों की तुलना में तीन से चार गुना अधिक मरीज़ों का ऑपरेशन हो सकेगा।
- इस मशीन से गंभीर न्यूरोलॉजिकल ब्रेन से संबंधी बीमारियों का भी इलाज कम रेडिएशन में हो सकेगा। मशीन कम वक्त में बेहतर रिज़ल्ट दे पाएगी।
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