उत्तर प्रदेश Switch to English
लीड्स रैंकिंग 2021
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा जारी लीड्स (लॉजिस्टिक्स ईज़ अक्रॉस डिफरेंट स्टेट्स), 2021 रिपोर्ट के अनुसार लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक में उत्तर प्रदेश 7 स्थान की छलांग लगाते हुए 13वें से 6वें स्थान पर आ गया है।
प्रमुख बिंदु
- गुजरात 21 राज्यों की सूची में पहले स्थान पर है। उसके बाद क्रमश: हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु और महाराष्ट्र का स्थान है।
- इस बार शीर्ष 10 की सूची में उत्तर प्रदेश छठे, ओडिशा सातवें, कर्नाटक आठवें, आंध्र प्रदेश नौवें और तेलंगाना 10वें स्थान पर हैं।
- वहीं पश्चिम बंगाल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गोवा, बिहार, हिमाचल प्रदेश और असम क्रमश: 15वें, 16वें, 17वें, 18वें, 19वें, 20वें और 21वें स्थान पर हैं। पूर्वोत्तर राज्यों और हिमालयी केंद्रशासित क्षेत्रों की सूची में, जम्मू-कश्मीर सबसे ऊपर है। केंद्रशासित क्षेत्रों में दिल्ली को शीर्ष स्थान मिला है।
- लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक निर्यात और आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिये ज़रूरी लॉजिस्टिक सेवाओं की कुशलता का संकेतक है। सूचकांक का उद्देश्य राज्यों में लॉजिस्टिक संबंधी प्रदर्शन में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना है, जो देश के व्यापार में सुधार और लेनदेन लागत को कम करने के लिये ज़रूरी है।
- गौरतलब है कि पहली लॉजिस्टिक रिपोर्ट 2018 में जारी की गई थी। पिछले साल कोविड-19 महामारी के कारण रैंकिंग जारी नहीं की गई थी। गुजरात 2018 और 2019 दोनों ही वर्ष रैंकिंग सूची में पहले स्थान पर था।
बिहार Switch to English
बिहार की 8 हस्तियों को मिला पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा बिहार की 8 हस्तियों को वर्ष 2020 के लिये घोषित पद्म पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्रमुख बिंदु
- वर्ष 2020 के लिये बिहार की एक शख्सियत को पद्म विभूषण एवं 7 लोगों को पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किया गया।
- पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडिस को मरणोपरांत सार्वजनिक मामले के क्षेत्र में उनकी सेवा के लिये पद्म विभूषण पुरस्कार दिया गया।
- वहीं निम्नलिखित सात हस्तियों को पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किया गया-
- श्री सुजॉय कुमार गुहा (विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में)
- श्री बिमल कुमार जैन (सामाजिक कार्य के क्षेत्र में)
- श्रीमति शांति जैन (कला के क्षेत्र में)
- डॉ. शांति रॉय (चिकित्सा के क्षेत्र में)
- श्री श्यामसुंदर शर्मा (कला के क्षेत्र में)
- श्री रामजी सिंह (सामाजिक कार्य के क्षेत्र में)
- श्री वशिष्ट नारायण सिंह (मरणोपरांत) (विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में)
- वर्ष 2020 के लिये कुल 141 पुरस्कार प्रदान किये गए हैं, जिनमें कुल 7 पद्म विभूषण, 16 पद्म भूषण एवं 118 पद्म श्री शामिल हैं।
राजस्थान Switch to English
‘प्रशासन शहरों के संग अभियान-2021’
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को राजस्थान के श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने अलवर ज़िले में नगर विकास न्यास एवं नगर परिषद के संयुक्त तत्वावधान में ‘प्रशासन शहरों के संग अभियान’ का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- श्रम राज्य मंत्री ने शिविर में खुदनपुरी निवासी श्रीमती माया देवी सैनी को पहला पटेा प्रदान किया।
- इस अवसर पर अलवर शहर विधायक संजय शर्मा ने कहा कि इस अभियान की धारा 69 ए से आमजन के काम आसानी से हो सकेंगे।
- गौरतलब है कि प्रदेश के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों के नागरिकों की समस्याओं का मौके पर त्वरित निस्तारण हेतु 2 अक्टूबर, 2021 से ‘प्रशासन शहरों के संग अभियान-2021’ का शुभारंभ किया गया था।
- हालाँकि अलवर तथा धौलपुर में पंचायत चुनाव तथा प्रतापगढ़ एवं उदयपुर में पंचायत उपचुनाव के चलते आचार संहिता लागू होने के कारण प्रशासन शहरों के संग अभियान 2 अक्टूबर को आरंभ नहीं हुआ था।
मध्य प्रदेश Switch to English
मध्य प्रदेश के चार व्यक्तियों को मिला पद्म श्री
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मध्य प्रदेश के 4 व्यक्तियों को वर्ष 2020 के पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- इंदौर के 83 वर्षीय कथक नृत्यागुरु डॉ. पुरुषोत्तम दाधीच को कला (शास्त्रीय नृत्य) के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिये पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
- वहीं भोपाल गैस कांड-1984 के पीड़ितों की लड़ाई लड़ने वाले कार्यकर्त्ता अब्दुल जब्बार को मरणोपरांत पद्म श्री सम्मान दिया गया है।
- उद्योगपति डॉ. नेमनाथ जैन को ट्रेड एवं इंडस्ट्री के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिये पद्म श्री सम्मान दिया गया है।
- मध्य प्रदेश के रतलाम निवासी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. लीला जोशी को 82 वर्ष की उम्र में चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्म श्री सम्मान प्रदान किया गया है। इन्हें मध्य प्रदेश की ‘मदर टेरेसा’ के नाम से भी जाना जाता है।
- गौरतलब है कि वर्ष 2020 के पद्म पुरस्कारों के लिये कुल 141 लोगों का चयन किया गया था, जिनमें 7 लोगों को पद्म विभूषण, 16 लोगों को पद्म भूषण तथा 118 लोगों को पद्म श्री पुरस्कार के लिये चुना गया था।
हरियाणा Switch to English
हरियाणा के किसानों को मिलीं कई बड़ी सौगातें
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के किसानों को बड़ी सौगात देते हुए फसल खराब होने पर दी जाने वाली मुआवजा राशि को 12 हज़ार रुपए से बढ़ाकर 15 हज़ार रुपए और 10 हज़ार राशि को बढ़ाकर साढ़े 12 हज़ार रुपए कर दिया है। इसके साथ-साथ इससे नीचे के स्लैब में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की घोषणा भी की है।
प्रमुख बिंदु
- सरकार ने हाल ही में यह घोषणा भी की है कि 2 एकड़ भूमि के किसान को फसल बीमा प्रीमियम नहीं भरना पड़ेगा, वहीं 2 से 5 एकड़ भूमि के किसान को राहत देते हुए आधी प्रीमियम राशि सरकार की तरफ से भरने का निर्णय लिया गया है।
- 5 एकड़ से अधिक भूमि वाले किसान को खुद फसल बीमा करवाना होगा।
- मुख्यमंत्री ने करनाल में 263 करोड़ रुपए की लागत से बनी आधुनिक सहकारी चीनी मिल का शुभारंभ भी किया। उन्होंने बताया कि करनाल चीनी मिल की क्षमता को 2200 टीसीडीसी से बढ़ाकर 3500 टीसीडीसी कर दिया गया है। उन्होंने चीनी मिल कर्मचारियों को मिलने वाले 25 रुपए धुलाई भत्ते में तत्काल बढ़ोतरी करते हुए उसे 100 रुपए कर दिया है।
- सरकार पराली न जलाने वाले किसानों को 1 हज़ार रुपए प्रोत्साहन राशि दे रही है। इसके अलावा रेड ज़ोन इलाकों में जो पंचायतें पराली न जलाने का सर्टिफिकेट दे रही हैं, उन्हें 10 लाख रुपए की विकास अनुदान राशि भी दी जा रही है।
हरियाणा Switch to English
उड़न सिख सरदार मिल्खा सिंह स्टेडियम
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल शहर के वार्ड 16 स्थित गप्पू वाला बाग स्थल पर, करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से करीब 4 एकड़ में बनाए गए मिनी खेल स्टेडियम को उड़न सिख सरदार मिल्खा सिंह खेल मैदान नाम देने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- मुख्यमंत्री ने बताया कि इस स्टेडियम के गेट पर सरदार मिल्खा सिंह की एक प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी तथा इसके साथ लगती करीब ढाई एकड़ भूमि पर सामुदायिक केंद्र व इसके प्रथम तल पर लाईब्रेरी की स्थापना होगी।
- खेल मैदान के एक कोने पर योगाशैड बनाया जाएगा, जिसमें योग कक्षाएँ लगेंगी। इसके अतिरिक्त करनाल से सटे कैलाश गाँव में उपलब्ध 7 एकड़ ज़मीन पर करीब 8 करोड़ रूपए की लागत से हॉकी का एस्ट्रोट्रफ मैदान बनाया जाएगा।
- मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में, के.एस.सी.एल. की ओर से करीब 8 करोड़ 22 लाख रूपए की लागत से तैयार मिनी खेल स्टेडियम, अटल पार्क का सौंदर्यीकरण, विभिन्न सड़कों का सुदृढ़ीकरण तथा फुटपाथों पर टेक्टाईल से निर्माण कार्य सहित 4 परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया।
हरियाणा Switch to English
निजी शैक्षणिक संस्थानों को प्रॉपर्टी टैक्स में एक वर्ष की छूट
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर ,2021 को हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने राज्य के निजी शैक्षणिक संस्थानों को संपत्ति कर (प्रॉपर्टी टैक्स) में एक वर्ष की छूट देने का निर्णय लिया।
प्रमुख बिंदु
- विज ने बताया कि एक वर्ष की छूट से राज्य में स्थापित निजी शैक्षणिक संस्थानों को 23.50 करोड़ रुपए के संपत्ति कर (प्रॉपर्टी टैक्स) का लाभ होगा।
- उल्लेखनीय है कि सरकारी शैक्षणिक भवनों को भी पहले ही संपत्ति कर (प्रॉपर्टी टैक्स) में एक वर्ष की छूट दी गई है और इससे 10.35 करोड़ रुपए का वित्तीय खर्च आएगा।
- इस निर्णय से राज्य के 88 निकायों के 8986 शैक्षणिक संस्थानों को लगभग 33.85 करोड़ रुपए का लाभ होगा।
हरियाणा Switch to English
सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने किया चीनी मिल के पिराई सत्र का शुभारंभ
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने पानीपत सहकारी चीनी मिल के 65वें पिराई सत्र का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर सहकारिता मंत्री ने कहा कि मिल द्वारा वर्ष 2021-22 के लिये 60 लाख क्विंटल (नई व पुरानी चीनी मिल) गन्ने की पिराई का लक्ष्य रखा गया है।
- पिछले सीजन में सरकार द्वारा गन्ने की अगेती किस्म के लिये 362 रुपए प्रति क्विंटल तथा मध्यम व पछेती किस्म के लिये 355 रुपए प्रति क्विंटल रेट निर्धारित किये गए थे, जिससे किसानों को तीन हज़ार से चार हज़ार रुपए प्रति एकड़ की अतिरिक्त आमदनी हुई थी।
- गाँव डाहर में लगने वाली नई चीनी मिल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और इसका ट्रायल जनवरी माह में प्रस्तावित है। नई चीनी मिल के आरंभ होने से पानीपत ज़िला के किसानों को इसका बहुत फायदा होगा।
झारखंड Switch to English
झारखंड के 2 व्यक्तियों को मिला 2020 का पद्म पुरस्कार
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के द्वारा वर्ष 2020 के लिये पद्म पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्रमुख बिंदु
- झारखंड के ‘गुरु शशाधर आचार्य’ को ‘कला’ के क्षेत्र में उनके योगदान के लिये पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किया गया।
- श्री मधु मंसुरी हसमुख को भी कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिये 2020 का पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किया गया।
- वर्ष 2020 के लिये 141 पद्म पुरस्कार प्रदान किये गए जिनमें पद्म विभूषण (07), पद्म भूषण (16) एवं पद्म श्री (118) शामिल हैं।
- विदित हो कि कोविड-19 के संक्रमण के कारण यह पुरस्कार अबतक प्रदान नहीं किया जा सका था।
झारखंड Switch to English
पीएम अनुसंधान फेलो के लिये शुभम गोयल का चयन
चर्चा में क्यों?
हाल ही में झारखंड के शुभम गोयल को प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलो (पीएमआरएफ) के लिये चुना गया है।
प्रमुख बिंदु
- मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्वारा देश में शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिये प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलों की शुरुआत की गई थी।
- इस योजना की घोषणा सर्वप्रथम 2018-19 के बजट में की गई थी।
- इस योजना के तहत पहले दो वर्ष के लिये 70,000 रुपए प्रतिमाह, तीसरे वर्ष में 75000 रुपए प्रतिमाह एवं चौथे एवं पाँचवें वर्ष में 80,000 रुपए प्रतिमाह की फेलोशिप प्रदान की जाती है। साथ ही रिसर्च ग्रांट के रूप में 2 लाख रुपए प्रतिवर्ष (5 वर्ष के लिये कुल 10 लाख रुपए) प्रदान किये जाते हैं।
- यह फेलोशिप पाने वाले शुभम गोयल वर्तमान में आई आई टी, दिल्ली से पीएचडी कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ Switch to English
मदन सिंह चौहान को मिला पद्म श्री सम्मान
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ के सूफी गायक और संगीतकार मदन सिंह चौहान को पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया।
प्रमुख बिंदु
- मदन सिंह चौहान को वर्ष 2020 के लिये कला के क्षेत्र में पद्म श्री सम्मान प्रदान किया गया है।
- गौरतलब है कि वर्ष 2020 के पद्म पुरस्कारों के लिये कुल 141 लोगों का चयन किया गया था, जिनमें 7 लोगों को पद्म विभूषण, 16 लोगों को पद्म भूषण तथा 118 लोगों को पद्मश्री पुरस्कार के लिये चुना गया था
- वर्ष 2020 के ये पद्म पुरस्कार कोविड-19 महामारी की वजह से प्रदान नहीं किये जा सके थे, जिन्हें 8 नवंबर, 2021 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रदान किया गया।
उत्तराखंड Switch to English
‘बातें कम काम ज़्यादा’ गीत का विमोचन
चर्चा में क्यों?
8 नवंबर, 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी कार्यशैली व्यवहार, आचार-विचार युवा जोश, सकारात्मक सोच एवं उनके द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों पर आधारित गीत ‘बातें कम काम ज़्यादा’ को यूट्यूब पर लॉन्च किया।
प्रमुख बिंदु
- सरकार द्वारा किये जा रहे विभिन्न विकास कार्यों एवं समाज के प्रत्येक वर्ग के लिये किये जा रहे कार्यों का समावेश कर गीत के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
- इस गीत की निर्माता सावित्री बसेड़ा एवं निर्देशक डी. एस. बिस्ट हैं तथा रिकॉर्डिंग, मास्टरिंग/ मिक्सिंग का कार्य पवन गुसांई के द्वारा किया गया है।
- इस गीत को हिन्दी भाषा में तैयार किया गया है।
- इससे संगीत राकेश भट्ट द्वारा दिया गया है एवं भूपेंद्र बसेड़ा, मनोज सामंत, भगत मेहता, सोनम और राजलक्ष्मी एवं अन्य सहयोगी कलाकारों ने इस गीत को संयुक्त रूप से स्वर प्रदान किया है।
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