प्रदेश के पहले डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र का उद्घाटन | उत्तराखंड | 09 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
8 अक्टूबर, 2021 को उत्तराखंड की महिला अधिकारिता और बाल विकास (WECD) मंत्री रेखा आर्य ने देहरादून के झाझरा में राज्य के पहले डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र का उद्घाटन किया।
प्रमुख बिंदु
- इस अवसर पर रेखा आर्य ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और ‘डिजिटल इंडिया मिशन’ के तहत यह ‘डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र' शुरू किया गया है और राज्य भर में अधिक केंद्रों को डिजिटल और स्मार्ट बनाया जाएगा।
- शुरुआती चरण में सरकार ने देहरादून के झजरा और विकासनगर में दो डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किये हैं।
- आर्य के अनुसार, राज्य सरकार ने देहरादून में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र की शुरुआत की है, विभाग का लक्ष्य सभी ज़िलों में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को डिजिटल केंद्रों में विकसित करना है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जिसके लिये जल्द ही केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा जाएगा।
- उन्होंने यह भी बताया कि इस डिजिटल आंगनबाड़ी केंद्र को चलाने के लिये सॉफ्टवेयर को इस तरह से तैयार किया गया है, जिसका उपयोग आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता आसानी से कर सकें।
- उन्होंने कहा कि बच्चों के लिये स्मार्ट कक्षाएँ संचालित की जाएंगी और छात्रों से वर्चुअली भी जुड़ने की समुचित व्यवस्था की गई है। ऐसे केंद्रों में छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा भी प्रदान की जाएगी।
- डब्ल्यूईसीडी सचिव एच.सी. सेमवाल ने बताया कि इन केंद्रों के कार्यकर्त्ताओं को मुंबई के प्रशिक्षकों द्वारा केंद्रों को ठीक से संचालित करने के लिये प्रशिक्षित किया गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों को डिजिटल रूप से बढ़ाने के अलावा, केंद्रों को इस तरह से सजाया गया है, जो अधिक बच्चों के अनुकूल है और सीखने को बढ़ावा देता है।
उत्तराखंड में दून ड्रोन मेले का शुभारंभ | उत्तराखंड | 09 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
8 अक्टूबर, 2021 को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह ने देहरादून में ‘दून ड्रोन मेला 2021’ का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस दौरान ड्रोन और एयरोस्पोर्ट्स प्रदर्शन किये गए। इनमें सीमा सुरक्षा बल द्वार पैराग्लाइडिंग प्रदर्शन, हर्ष सचान द्वारा पैरामोटर प्रदर्शन और आईओटेकवर्ल्ड एविएशन और दक्ष द्वारा एक कृषि छिड़काव संबंधी ड्रोन प्रदर्शन शामिल थे।
- इसके अलावा इस कार्यक्रम में ड्रोन एप्लिकेशन एंड रिसर्च सेंटर (डीएआरसी) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) द्वारा स्वदेशी रूप से 3 डी-प्रिंटेट ड्रोन के साथ एक आपातकालीन खोज और प्रतिक्रिया ड्रोन प्रदर्शन भी शामिल था।
- इसके बाद स्वामित्व योजना के तहत आरव अनमैंड सिस्टम (एयूएस) द्वारा एक संक्षिप्त सर्वेक्षण ड्रोन प्रदर्शन के साथ-साथ स्क्वाड्रन लीडर वर्षा कुकरेती (सेवानिवृत्त) द्वारा एक प्रशिक्षण ड्रोन का प्रदर्शन किया गया।
उत्तराखंड में क्षेत्रीय उड़ान कार्यक्रम का शुभारंभ | उत्तराखंड | 09 Oct 2021
चर्चा में क्यों?
8 अक्टूबर, 2021 को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल डॉ. वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त) ने फिक्की और उत्तराखंड राज्य सरकार के सहयोग से नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक क्षेत्रीय उड़ान कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्रमुख बिंदु
- इस मौके पर उत्तराखंड में देहरादून के लॉजी ग्रांट हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया गया और नए उड़ान मार्गों को हरी झंडी दिखाई गई।
- 325 करोड़ रुपए की परियोजना लागत के साथ विकसित नया टर्मिनल भवन 28,729 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और यह व्यस्त समय के दौरान 1,200 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा, जिसमें इस हवाई अड्डे की क्षमता आठ गुना बढ़ जाएगी।
- इस मौके पर देहरादून-हल्द्वानी-पंतनगर-पिथौरागढ़-पंतनगर-हल्द्वानी-देहरादून सेक्टर और चिन्यालीसैण-सहस्त्रधारा-चिन्यालीसैण सेक्टर के लिये हेलीकॉप्टर सेवा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। हेलीकॉप्टर सेवा क्रमश: पवन हंस और हेरिटेज एविएशन द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी।
- उत्तराखंड क्षेत्र में हेली मार्गों का उद्घाटन देश में पहाड़ी क्षेत्रों की हवाई संपर्क को बढ़ाने के लिये नागरिक उड्डयन मंत्रालय की उड़ान योजना के उद्देश्य के अनुरूप है। राज्य के भीतर निर्बाध हवाई कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिये उत्तराखंड में 13 और हेलीकॉप्टर्स की पहचान की गई है।
- इस अवसर पर उड्डयन सेवा उद्योग को बढ़ावा देने के लिये नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के साथ उत्तराखंड सरकार और पवन हंस लिमिटेड के सहयोग से हेलीकॉप्टर शिखर सम्मेलन-2021 के तीसरे संस्करण का आयोजन किया।
- इस वर्ष की थीम ‘इंडिया@75: भारतीय हेलीकॉप्टर उद्योग के विकास में तेजी लाना और हवाई संपर्क बढ़ाना’ है।