उत्तर प्रदेश Switch to English
उत्तर प्रदेश का पहला कार्बन फ्री ज़ोन होगा ‘काशी विश्वनाथ धाम’
चर्चा में क्यों?
8 जून, 2022 को वाराणसी के मंडल आयुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम क्षेत्र को कार्बनमुक्त करने के लिये मंदिर प्रशासन ने पहल शुरू की है। यह प्रदेश का पहला ऐसा मंदिर होगा, जो पूरी तरह से कार्बन व धूलकणों से मुक्त होगा।
प्रमुख बिंदु
- प्रदूषण के स्तर को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने धाम क्षेत्र को कार्बन व प्रदूषणमुक्त करने के लिये एयर प्यूरीफायर लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिये सीएसआर फंड के तहत धाम क्षेत्र में 12 जगहों पर एयर प्यूरीफायर लगाए जाएंगे।
- गौरतलब है कि मणिकर्णिका घाट पर दहकती चिताओं के कारण काशी विश्वनाथ धाम में पीएम 2.5 और पीएम 10 के साथ ही कार्बन की मात्रा में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं निर्माण कार्य के कारण आस-पास के क्षेत्र में पेड़-पौधों में भी कमी आई है।
- मंदिर प्रशासन द्वारा ज़िला प्रशासन व एक कंपनी के सहयोग से ट्रायल के रूप में एयर प्यूरीफायर लगाकर मंदिर के आस-पास की आबोहवा को शुद्ध करने का ट्रायल किया गया था। मंदिर क्षेत्र में लगाई गई इस मशीन में पाँच किमी. तक के क्षेत्र से धूल के कण को सोखने की क्षमता थी।
- काशी विश्वनाथ धाम में हेपा (हाई इफीशिएंसी पार्टिकुलेट एयर) तकनीक पर आधारित एयर प्यूरीफायर लगाए जाएंगे। इस तकनीक का इस्तेमाल काफी वर्षों से हवा को साफ करने के लिये किया जा रहा है।
- हेपा फिल्टर 0.3 माइक्रोन से बड़े 99.97 से अधिक कणों को कैद करने में सक्षम है। मोल्ड और बैक्टीरिया को पकड़ पाने की वजह से यह फिल्टर अधिक स्वच्छ वातावरण प्रदान करते हैं।
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