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मध्य प्रदेश स्टेट पी.सी.एस.

  • 08 Apr 2022
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‘मुख्यमंत्री बिजली बिलों से राहत योजना, 2022’ का शुभारंभ

चर्चा में क्यों?

7 अप्रैल, 2022 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के कटनी ज़िले के स्लीमनाबाद में ‘मुख्यमंत्री बिजली बिलों से राहत योजना, 2022’ का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • कोविड काल की अवधि के प्रदेश के 88 लाख बिजली उपभोक्ताओं के एक किलोवाट तक भार वाले पात्र घरेलू कनेक्शन पर 31 अगस्त, 2020 तक का 6400 करोड़ रुपए से अधिक के बिजली बिल माफ कर दिये गए हैं, जिसे राज्य सरकार भरेगी।
  • जिन उपभोक्ताओं ने समाधान योजना, 2021 के अंतर्गत स्थगित राशि के विरुद्ध भुगतान किये हैं, उन्हें भी आगामी बिलों में समायोजित किया जाएगा।
  • कटनी ज़िले के 5929 लाख 44 हज़ार रुपए के बिल इस योजना में माफ होंगे। 
  • गौरतलब है कि मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के अंतर्गत 362 वितरण केंद्रों पर समारोहपूर्वक कार्यक्रम आयोजित कर शिविर आयोजित किये गए।
  • मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने कहा है कि राज्य शासन द्वारा जारी ‘मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना, 2022’ के अंतर्गत कंपनी द्वारा कार्यक्षेत्र के सभी 16 ज़िलों में एक साथ कार्यक्रम आयोजित कर पहले दिन ही लगभग 18 हज़ार 587 उपभोक्ताओं से आवेदन प्राप्त कर 33 करोड़ 15 लाख से अधिक राशि माफ कर प्रमाण-पत्र का वितरण किया गया है।
  • कंपनी ने कहा है स्थायी रूप से विच्छेदित उपभोक्ताओं को योजना का लाभ लेने एवं पुन: कनेक्शन संयोजित कराने के लिये विद्युत प्रदाय संहिता के प्रावधानों के अनुसार औपचारिकताएँ पूर्ण करना अनिवार्य होगा। पात्र उपभोक्ता योजना में मिलने वाले लाभ को 1 अप्रैल, 2022 के बाद जारी देयकों में देख सकेंगे।

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‘USha अवार्ड’

चर्चा में क्यों?

7 अप्रैल, 2022 को मध्य प्रदेश राज्य शासन ने ऊर्जा साक्षरता अभियान (UShA) में नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिये राज्य एवं ज़िलास्तरीय ‘USha अवार्ड’ देने का निर्णय लिया है।

प्रमुख बिंदु

  • दोनों अवार्ड 6 श्रेणियों में दिये जाएंगे। राज्यस्तरीय अवार्ड का चयन प्रबंध संचालक ऊर्जा विकास निगम की अध्यक्षता में गठित कमेटी और ज़िलास्तरीय अवार्ड का चयन जिलाध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा किया जाएगा। 
  • अवार्ड के रूप में ऊर्जा दक्ष उपकरण, जैसे- पंखे, स्टार रेटेड एलईडी ट्यूबलाइट, बल्ब और अन्य BEE स्टार रेटेड उपकरण और प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
  • 'USha अवार्ड’ प्रदेश में प्रतिमाह ऊर्जा साक्षरता अभियान में सर्वाधिक पंजीयन संख्या के आधार पर प्रदेश के प्रथम ज़िले को, प्रतिमाह सर्टिफिकेशन संख्या के आधार पर प्रदेश के प्रथम ज़िले को, ऊर्जा संरक्षण संहिता अपनाने वाली उत्कृष्ट इमारतों और अन्य भवन, जो ऊर्जा बचत प्रमाणित करते हैं, को दिया जाएगा। 
  • इस अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विश्वविद्यालय, विभाग, उद्योग और संस्थान को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में प्रदेश में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ज़िला अक्षय ऊर्जा अधिकारी को राज्यस्तरीय पुरस्कार दिया जाएगा।
  • 'USha अवार्ड’ ज़िला अभियान में सर्वाधिक पंजीयन एवं सर्टिफिकेशन करने वाले सबसे उत्कृष्ट स्कूल, कॉलेज और शासकीय कार्यालय को प्रथम पुरस्कार मिलेगा। ज़िले में ऊर्जा दक्षता अपनाने वाले सबसे उत्कृष्ट व्यक्तियों और संस्थाओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा।
  • पंजीयन कराने वाले सबसे उत्कृष्ट किसान और गृहिणी को भी प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार दिया जाएगा। प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार की एक अन्य श्रेणी विशेष उपलब्धि के लिये भी निर्धारित की गई है।
  • किसान का चयन उनके द्वारा ऊषा अभियान से जुड़ने और कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य, जैसे- ड्रिप इरीगेशन, सोलर पंप आदि सम्मिलित किये जा सकते हैं। गृहिणी का चयन उनके द्वारा ऊषा अभियान से जुड़ने और ऊर्जा बचत के लिये उन्नत सुझाव के आधार पर किया जाएगा। 
  • अन्य विशेष उपलब्धि श्रेणी में ज़िलास्तर पर ऊर्जा साक्षरता अभियान पर किसी भी व्यक्ति, संस्थान, शासकीय कार्यालय, स्कूल, कॉलेज आदि के उत्कृष्ट प्रदर्शन, विशेष सहयोग अथवा उपलब्धि शामिल होगी।

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देश में पहली बार मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन की शुरुआत

चर्चा में क्यों?

7 अप्रैल, 2022 को मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन कार्यालय का शुभारंभ किया।

प्रमुख बिंदु

  • इस मिशन से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चिकित्सा शिक्षा एवं चिकित्सकीय उपचार की नवीनतम तकनीक, नवाचार एवं शोध के विभिन्न आयामों को मध्य प्रदेश के चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों तक पहुँचाया जाएगा।
  • इस मिशन में विभिन्न आयामों पर कार्य किया जाएगा। देश-विदेश के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों (शासकीय एवं निजी) के साथ शिक्षा, अनुसंधान और उपचार के लिये एमओयू पर हस्ताक्षर किये जाएंगे। 
  • इस मिशन के तहत चिकित्सकीय छात्रों एवं चिकित्सकों के लिये ट्रेनिंग, कैपेसिटी बिल्डिंग, नॉलेज एक्सचेंज, एक्पोज़र विज़िट प्रोग्राम आदि कार्यक्रम तैयार किये जाएंगे। नॉलेज एक्सचेंज इंटरेक्टिव डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित किया जाएगा, जिससे चिकित्सकीय छात्र एवं चिकित्सक अपने अनुभवों, रिसर्च कार्यों एवं अन्य नवाचारों को एक-दूसरे से डिजिटल रूप से साझा कर सकेंगे।
  • नवीनतम तकनीकों (आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस-AI) एवं गूगल तथा माइक्रोसॉफ्ट आधारित आधुनिक सॉफ्टवेयर का उपयोग चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सकीय व्यवस्था क्षेत्र में किया जाएगा।
  • इस मिशन के अंतर्गत ही शासकीय एवं निजी चिकित्सा संस्थानों, जैसे- शंकर नेत्रालय चेन्नई, टाटा कैंसर हॉस्पिटल मुंबई, फोर्टिस गुडगाँव एवं अपोलो हॉस्पिटल के साथ सुपर स्पेशिअलिटी शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में मेडिकल रोबोटिक्स के उपयोग, चिकित्सा पद्धति और गंभीर बीमारियों के उपचार के लिये चिकित्सकीय एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान किया जाएगा। 
  • अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी के साथ बोनमेरो ट्रांसप्लांट एवं एमोरी यूनिवर्सिटी के साथ संक्रामक बीमारियों के उपचार एवं चिकित्सा शोध के लिये एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाएगा।
  • देश एवं विश्व के विभिन्न विधाओं के ख्यातिप्राप्त चिकित्सकों द्वारा प्रदेश के मरीज़ों की जटिल बीमारियों के उपचार के लिये एमओयू पर हस्ताक्षर किया जाएगा, जिसमें हेल्थ कैंप, चिकित्सा परामर्श सुविधा एवं शल्य चिकित्सा की व्यवस्था चिकित्सा महाविद्यालय के हॉस्पिटल में की जाएगी।
  • डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित कर प्रदेश के चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों के साथ ही प्रदेश से चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर देश-विदेश के प्रसिद्ध चिकित्सा संस्थानों में कार्य करने वाले चिकित्सकों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कर जोड़ा जाएगा। चिकित्सा क्षेत्र में किये जा रहे शोध-कार्यों एवं नवाचारों को डिजिटल रूप में प्रकाशित किया जाएगा। 
  • AI तकनीक के उपयोग से टीबी, ब्रेन स्ट्रोक, ब्रेन ट्यूमर, दिल की बीमारी, कैंसर, जैसे- लीवर, प्रोस्ट्रेट, ब्लैडर, पेट के कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, बोन कैंसर एवं थायराईड बीमारी की प्राथमिक स्तर पर पहचान तथा AI आधारित डिजिटल पैथोलॉजी से मरीज़ों की जाँच के आयामों को विकसित किया जाएगा।
  • मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में मरीज़ों के जाँच एवं उपचार के डाटा को एकत्रित कर सॉफ्टवेयर आधारित मशीन लर्ऩिग से जाँच और उपचार के विभिन्न एल्गोरिद्म (Algorithm) को तैयार किया जाएगा, जिससे चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों को मरीज़ों के इलाज और उपचार में मदद मिल सकेगी।
  • मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मशीन के माध्यम से नवीन मेडिकल डिवाइस के शोध एवं विकास के लिये गांधी मेडिकल कॉलेज में इनक्यूबेशन सेंटर को विकसित किया जाएगा, जिससे चिकित्सकों एवं चिकित्सा छात्रों को नए चिकित्सा उपकरणों को मरीज़ों की आवश्यकता के अनुसार शोध करने और विकसित करने का अवसर मिल सकेगा।
  • प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में चिकित्सा, नर्स़िग एवं पैरामेडिकल के छात्रों को विशिष्ट ट्रेनिंग देकर उनके कार्यक्षेत्र में दक्षता प्रदान करने के लिये स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम प्रारंभ किया जाएगा। 
  • मेडिकल नॉलेज शेयरिंग मिशन को वैश्विक पटल पर स्थापित करने के उद्देश्य से वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन, यूनिसेफ, विश्व बैंक सहित अंतर्राष्ट्रीय स्तर की संस्थाओं को भी साथ में जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।

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